
जैसे ही आप एवोकाडो को काटते हैं, वह भूरा होने लगता है, ठीक वैसे ही जैसे सेब को काटते समय होता है. शुरू में एवोकाडो का रंग हरा होता है, लेकिन तुरंत बाद एक भद्दे भूरे रंग में बदलने लगता है. वहीं कभी आपने सोचा है, आखिर ऐसा क्यों होता है, तो आज हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं.
क्यों काटने के तुरंत बाद एवोकाडो हो जाता है भूरा? (Why does an avocado turn brown immediately after cutting?)
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया एग्रीकल्चर और नेचुरल रिसोर्सेज के एडवाइजर मैथ्यू फैटिनो के अनुसार, इसके पीछे केमिस्ट्री है. बता दें, एवोकाडो और सेब, दोनों में पॉलीफेनोल ऑक्सीडेस (PPO) नामक एक एंजाइम होता है, जो फल के कटने के बाद हवा में मौजूद ऑक्सीजन के साथ रिएक्शन करता है. बता दें, इस रिएक्शन के कारण ऑक्सीडेशन (Oxidation) एक्टिव हो जाता है, जिससे मेलानिन (Melanini) नामक भूरे रंग का पिगमेंट (वर्णक) बनता है, जिसके कारण एवोकाडो का रंग भूरा हो जाता है. बता दें, यही पिगमेंट इंसान के बालों और स्किन को रंग देता है.
सरल शब्दों में कहे तो, जैसे ही हवा फल की कटी हुई सतह से मिलती है, तो PPO रिएक्शन करता है, जिसके कारण फल का नेचुरल रंग फीका होने लगता है और वह भूरे या काले रंग में बदल जाता है.
ये भी पढ़ें: खाटू श्याम का बर्थडे कब है? साल 2025 में नवंबर महीने में की इस तारीख को है खाटू श्याम की का जन्मदिन, बनाएं ये खास भोग
एवोकाडो को भूरा होने से कैसे रोकें
जैसा कि हमने आपको बताया कि ऑक्सीजन के संपर्क में आने से एवोकाडो भूरा हो जाता है, ऐसे में आप भूरे होने की प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं, जिसके लिए आपको एवोकाडो के गूदे को ऑक्सीजन के संपर्क में आने से बचाना होगा.
इसे बचाने का एक आम तरीका है गूदे को प्लास्टिक रैप से कसकर ढक देना. इसी के साथ कि एवोकाडो के कटे हुए हिस्से पर थोड़ा सा ताज़ा नींबू या नींबू का रस निचोड़ देने से भी यह जल्दी भूरा नहीं होगा. बता दें, नींबू का रस पॉलीफेनोल ऑक्सीडेस के रिएक्शन को धीमा करता है. इसी के साथ आप एवोकाडो के गूदे पर ऑलिव ऑयल लगा सकते हैं.
क्या भूरे एवोकाडो को खा सकते हैं?
जब एवोकाडो हवा के संपर्क में आने के बाद भूरा हो जाता है, तो इस प्रक्रिया को ऑक्सीडेशन (Oxidation) कहते हैं, और ज्यादातर मामलों में यह नुकसान नहीं पहुंचाता है. ऐसे में भूरा होने के बाद भी एवोकाडो खाने के लिए सुरक्षित माना गया है, हालांकि इसका स्वाद थोड़ा कड़वा हो सकता है.
History of Samosa- Swaad Ka Safar | समोसे का इतिहास | जानें ईरान से भारत कैसे पहुंचा समोसा
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं