
Product Labels: फूड आइटम को खरीदने से पहले लेबल पढ़ना जरूरी है, ताकि पता लगे कि जो भी आप खरीद रहे हैं, उसमें कितनी मात्रा में पोषण सामग्री मौजूद है, ताकि उन चीजों को अवॉइड कर सके, जिनसे अक्सर आपको एलर्जी होती है या जिससे आपकी सेहत बिगड़ जाती है. अगर आप किसी फूड प्रोडक्ट में कैलोरी, फैट, शुगर, प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों की मात्रा को देखना चाहते हैं, तो लेबल देखने की सलाह दी जाती है. यही नहीं लेबल से छुपे हुए Ingredients का भी पता चल जाता है, जो प्रोडक्ट के नाम या रूप से स्पष्ट नहीं होते. ऐसे में आप हानिकारक पदार्थों से बच सकते हैं.
आपको बता दें कि 89% लोग हमेशा एक्सपायरी डेट चेक करते हैं. 61.2%: ऑर्गेनिक हेल्थ के प्रोडक्ट को प्राथमिकता देते हैं. जैसा कि हम जानते हैं कि अगर आपके प्रोडक्ट में कोई कमी है या उसके साइड इफेक्ट्स होते हैं, तो आपको कंज्यूमर केयर को जानकारी देनी चाहिए, लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि 42.9% ऐसे लोग हैं, जिन्होंने शिकायत दर्ज करने के लिए कभी भी कंज्यूमर केयर की जानकारी का उपयोग नहीं किया है. वहीं 100 प्रतिशत में से सिर्फ 28.3% लोग ही फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) के बारे में जानते हैं. इसी के साथ किसी भी फूड प्रोडक्ट को खरीदने से पहले 74% लोग वेजिटेरियन और नॉन- वेजिटेरियन लोगो (LOGO) को चेक करते हैं.
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लेबल में लिखे होते हैं जरूरी दिशा- निर्देश-
पोषक तत्वों की मात्रा के साथ- साथ लेबल में अक्सर चेतावनियां दिशा-निर्देश और सुरक्षित उपयोग के निर्देश शामिल होते हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि आप प्रोडक्ट का सही तरीके से उपयोग करें, ताकि संभावित नुकसान से बचा जा सके.
बच्चों के लिए प्रोडक्ट खरीदने से लेबल में क्या पढ़ना जरूरी है?
अगर आप बच्चों के लिए कोई सामान ले रहे हैं तो लेबल पढ़ना जरूरी है, क्योंकि इसमें कैलोरी, फैट, शुगर, प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों की मात्रा तो शामिल होगी ही, साथ ही यह भी बताया जाएगा कि किस उम्र के बच्चों के लिए यह फूड प्रोडक्ट है. यह जानकारी उन माता-पिता के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उनके बच्चे स्वस्थ और संतुलित आहार खा रहे हैं या नही. आपको बता दें, लेबल पर एक्सपायरी डेट भी लिखी होती है, जिसे चेक करना जरूरी है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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