
How to Get Permanent Relief From Migraine Pain: अगर आपको कभी माइग्रेन हुआ है, तो आप जानते होंगे कि यह सिर्फ सिरदर्द नहीं है - यह पूरे शरीर का बंद हो जाना है. माइग्रेन में सिर में तेज दर्द, तेज रोशनी से दिक्कत, मतली और दिमाग में कोहरेपन सा छा जाता है. हालांकि दवाएँ खाने से कुछ समय के लिए आराम मिल सकता है, लेकिन अभी तक दर्द का कोई पूर्ण इलाज नहीं है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिना किसी दवा के सिरदर्द को कम करने के तरीके हैं? न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता शाह ने सिर्फ सात दिनों में इस दर्द से राहत पाने के आर्युवेदिक उपाय शेयर किए हैं.
आयुर्वेद की मदद से माइग्रेन को समझें
आयुर्वेद में, माइग्रेन को "अर्धवाभेदक" के रूप में जाना जाता है, जिसका शाब्दिक अर्थ है "आधे सिर का दर्द." जो लोग नहीं जानते, उनके लिए बता दें कि माइग्रेन से पीड़ित लोगों को कई दूसरे लक्षणों के साथ तेज, एकतरफा सिरदर्द का अनुभव होता है. yashaayu99ayurveda.com के अनुसार, माइग्रेन अक्सर शरीर की तीन मुख्य ऊर्जाओं या दोषों- वात, पित्त और कफ में असंतुलन होने के कारण होता है. जब ये दोष तनाव, खराब डाइट, नींद की कमी या यहां तक कि मौसम के कारण इम्बैलेंस हो जाते हैं, तो शरीर चेतावनी संकेत भेजता है और माइग्रेन उनमें से एक है.
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जर्नल ऑफ आयुर्वेद एंड इंटीग्रेटिव मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि दर्द से बचने की दिशा में पहला कदम (एटियोलॉजी/ट्रिगर) से बचना है. यह समझना कि कौन सा दोष असंतुलित है, आपको माइग्रेन से स्थायी राहत पाने का सही रास्ता खोजने में मदद कर सकता है.
माइग्रेन के लिए पोषण विशेषज्ञ ने बताया आयुर्वेदिक उपचार
आयुर्वेद की ताकत दैनिक आदतों, आहार और जड़ी-बूटियों की मदद से स्वास्थ्य समस्याओं के बेसिक कारण को संबोधित करने में निहित है. पोषण विशेषज्ञ श्वेता शाह माइग्रेन के दर्द के लिए एक सरल नेचुरल उपाय सुझाती हैं. सबसे अच्छी बात? यह उपाय संभवतः आपके रसोईघर में ही मौजूद है चीजों से बनकर तैयार होता है और वो है धनिया की चाय.

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धनिया की चाय माइग्रेन से कैसे राहत दिलाती है
आधुनिक विज्ञान माइग्रेन को न्यूरोवैस्कुलर सूजन, हार्मोनल असंतुलन और खराब गट हेल्थ से जोड़ता है. धनिया के बीजों में सूजनरोधी गुण पाए जाते हैं जो माइग्रेन के हमलों की गंभीरता को कम कर सकते हैं.
इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया है कि धनिया माइग्रेन के हमलों के जोखिम को कम करने के साथ-साथ उनकी अवधि और आवृत्ति पर अल्पकालिक प्रभाव डाल सकता है. शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला कि रासायनिक दवाओं के दुष्प्रभावों के बिना धनिया को माइग्रेन के लिए संभावित प्रभावी उपचार माना जा सकता है.
माइग्रेन से राहत के लिए धनिया की चाय कैसे तैयार करें
स्टेप 1. एक गिलास पानी में 1 चम्मच धनिया के बीज उबालें.
स्टेप 2. इसे अच्छी तरह से उबलने दें और फिर इसे छानकर रोजाना पिएं.
बोनस टिप
माइग्रेन के दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए, इस नेचुरल टिप को आजमाएं:
दालचीनी (न्यूरोप्रोटेक्टिव गुणों से भरपूर) और शहद (एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर) को मिलाकर चिकना पेस्ट तैयार करें.
इसे अपने माथे पर 15-20 मिनट तक लगाएं, फिर रगड़ कर हटा दें.
माइग्रेन से राहत के लिए यह सात दिनों तक करने वाली योजना न केवल आपके दर्द को कम करेगी बल्कि आपको यह समझने में भी मदद करेगी कि आपके शरीर को वास्तव में क्या चाहिए. हालांकि, अगर माइग्रेन बना रहता है, तो बेहतर उपचार के लिए किसी विशेषज्ञ से सलाह लेना सबसे अच्छा है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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