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क्या आपको पता है गेंदे के फूल की चाय का सेवन करने के फायदे, इन 5 लोगों के लिए है अमृत के समान

Genda Phool Benefits: गेंदे के फूल के बारे में तो आपने खूब सुना होगा और देखा भी होगा, लेकिन क्या आपने कभी गेंदे के फूल की चाय का सेवन करने के फायदों के बारे में सुना है. आइए जानते हैं इस फूल की चाय का सेवन करना आपकी सेहत पर कैसा असर डालता है.

क्या आपको पता है गेंदे के फूल की चाय का सेवन करने के फायदे, इन 5 लोगों के लिए है अमृत के समान
गेंदे की फूल की चाय का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है.

Genda Phool Tea Benefits: "सांस गाली देवे, देवर जी समझा लेवे, ससुराल गेंदा फूल" आपने भी ये गाना जरूर सुना होगा. भारत में गेंदे के फूल का इस्तेमाल घरों की सजावट से लेकर पूजा-पाठ में भी खूब किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस फूल का काम सिर्फ सजावट के लिए ही नहीं बल्कि आपकी सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है. आप इसका इस्तेमाल खुद को हेल्दी रखने में भी कर सकते हैं, जानते हैं कैसे? गेंदे के फूल की चाय बनाकर. गेंदे की चाय का सेवन कई बीमारियों के लिए रामबाण मानी जाती है. इस चाय का नियमित सेवन डायबिटीज, पीरियड्स और कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में भी फायदेमंद हो सकती है. गेंदे के फूल में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें एंटी-इंफ्लेमेशन,  एंटी-सेप्टिक और एंटी-ऑ‍क्‍सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में भी मदद कर सकता है. तो चलिए जानते हैं गेंदे की चाय का सेवन करने के फायदे और इसे बनाने का तरीका.

गेंदे के फूल की चाय पीने के फायदे ( Marigold Tea Health Benefits)

गेंदे के फूल में एंटिफंगल और रोगाणुरोधी गुण पाए जाते हैं जो संक्रमण आदि को फैलने से रोकने में मदद करता है, इसके साथ ही ये घाव और चोट के इलाज में भी मदद करता है. इसके अलावा गेंदे में पाए जाने वाले एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट गुण शरीर को कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने में भी मदद करता है और हार्ट से जुड़े रोगों में भी मददगार साबित हो सकता है. गेंदे के फूल की चाय भारत में प्राचीन काल से ही इस्तेमाल की जाती रही है.

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पीरियड्स 

पीरियड्स के दौरान कई महिलाओं को दर्द और ऐंठन जैसी समस्या होती है ऐसे में गेंदे के फूल की चाय का सेवन मददगार साबित हो सकता है. इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पीरियड्स के समय में होने वाली दिक्कतों को दूर करने में मदद करता है. इसका नियमित सेवन पीरियड्स के दौरान होने वाली कब्ज और पेट से जुड़ी समस्याओं मको दूर करने में भी फायदेमंद साबित हो सकता है.

रोग प्रतिरोधक क्षमता

गेंदे के फूल को लेकर हुई कई रिसर्च के मुताबिक इसका सेवन शरीर के इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में मदद करता है. गेंदे के फूल में पाए जाने वाले तत्व शरीर की इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करती है. अगर आप भी अपनी इम्यूनिटी बढ़ाना चाहते हैं तो गेंदे की चाय का सेवन करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. इसका सेवन शरीर को बीमारियों से लड़ने के लिए मजबूत बनाएगा और कई बीमारियों से शरीर की रक्षा भी करेगा. 

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स्किन के लिए लाभदायी

गेंदे की चाय का सेवन आपकी स्किन के लिए भी लाभदायी माना जाता है. गेंदे के फूल में पाए जाने वाले तत्व स्किन को अंदर से ग्लोइंग बनाते हैं. इसके फूलों की पंखुड़ियों से बनी चाय का रोजाना सेवन करने से स्किन से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है. यह स्किन को अंदर से हील करनें एक्ने, पिम्पल्स, और दानों से छुटकारा दिलाने में भी मदद करता है.

स्ट्रेस

गेंदे की फूल का सेवन स्ट्रेस को दूर करने में भी मदद करता है. इसके फूलो में एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं. ऐसे में इसकी चाय का सेवन मानसिक समस्याओं में भी मदद पहुंचा सकता है. गेंदे में पाए जाने वाले एंटीऑक्‍सीडेंट गुणों के कारण इसका सेवन करने से कैंसर, ट्यूमर, मोटापा और डायबिटीज में भी फायदेमंद साबित हो सकता है.

दांत दर्द 

दांत दर्द में भी गेंदे के फूल की पंखुड़ियों से बनी चाय का सेवन बेहद फायदेमंद माना जाता है. अगर आपको दांत दर्द की समस्या है तो गेंदे के फूलों से बनी चाय को ठंडा करके इसका कुल्ला करने से दर्द से राहत मिलेगी.

कैसे बनाएं गेंदे के फूल की चाय ( How to make Marigold Tea)

सामग्री

  • 4-5 गेंदे के फूल 
  • 2 कप पानी 
  • शहद 

रेसिपी

चाय बनाने के लिए सबसे पहले फूल को अच्छी तरह से धोकर साफ कर लें. अब एक पैन में पानी गर्म करें और उसमें गेंदे के फूल की पत्तियों को डालकर उबाल लें. जब पानी थोड़ा कम हो जाए तो गैस को बंद कर दें और छानकर एक कप में अलग निकाल लें. अब इसमें शहद मिलाकर इसका सेवन करें. ध्यान करें कि चाय बहुत ज्यादा गर्म ना हो.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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