न्यूयॉर्क:
अकसर लोगों को कहते सुना होगा कि गाय का दूध हेल्थ के लिहाज़ से श्रेष्ठ होता है, इसलिए लगभग हर परिवार में गाय का दूध ही डेली रूटीन में इस्तेमाल किया जाता है। हर उम्र के लोगों के लिए बेस्ट माने जाने वाले गाय के दूध के फायदों से आज कौन अंजान हैं। कैल्शियम का अच्छा स्रोत होने के साथ-साथ बच्चों के दिमाग को मजबूती देने में भी सहायक होता है। ऐसे में हर कोई चाहता है कि वह दिन में कम से कम एक बार अपने रूटीन में शामिल करें। फिर चाहे वह सिंपल दूध के रूप में हो या दही, पनीर आदि के रूप में।
क्या आप जानते हैं जो दूध आप पी रहे हैं, उसे ज़्यादा पौष्टिक कैसे बनाया जा सकता है? जी नहीं, अगर आप सोच रहे हैं, संप्लीमेंट्स, कॉम्पलेंट्स और हॉरलेक्स इसका सही जवाब नहीं है। इसका सही जवबा है गाय की खुशी। हैरान होने की बात नहीं है। आपको बता दें कि एक नए अध्ययन से इस दिलचस्प बात का खुलासा हुआ है कि गाय जब खुश होती है, तो पहले से कहीं गुना ज़्यादा पौष्टिक दूध देती है। इतना ही नहीं, इससे कैल्शियम का स्तर भी बढ़ जाता है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि हाल ही में बच्चे को जन्म देने वाली एक जर्सी गाय को नियमित तौर पर प्रसन्नता प्रदान करने वाला रसायन भोजन में दिया गया, तो उसके दूध में कैल्शियम का स्तर बढ़ गया।
एक शोध पत्रिका 'जर्नल ऑफ एंडोक्राइनोलॉजी' में प्रकाशित यह अध्ययन डेयरी कारोबारियों के लिए गायों के स्वास्थ्य में सुधार और दुग्ध उत्पादन में निरंतरता बनाए रखने में सहायक साबित हो सकता है।
पौष्टिक दूध और दूध के अन्य उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ी है। लेकिन तेजी से बढ़ती इस मांग का खामियाजा गायों को भुगतना पड़ता है, क्योंकि डेयरी में पाली जाने वाली अधिकतर गायों के रक्त में कैल्शियम का स्तर कम पाया जाता है।
अमेरिका के विस्कॉन्सिन-मेडिसन विश्वविद्यालय की लौरा हर्नाडीज के नेतृत्व में अनुसंधानकर्ताओं की टीम ने प्रसन्नता के अनुभव के लिए जिम्मेदार रसायन 'सेरोटोनिन' के सेवन का गायों के रक्त और दूध में कैल्शियम के स्तर से संबंधों की जांच की।
अनुसंधानकर्ताओं की टीम ने 24 गर्भवती गायों को एक रसायन, इंजेक्शन के जरिए दिया, जो बाद में सेरोटोनिन में परिवर्तित हो जाता है। सेरोटोनिन के कारण सभी गायों के रक्त और दूध में कैल्शियम का स्तर बढ़ गया। हालांकि सभी नस्ल की गायों में इसका असर एक जैसा नहीं रहा।
हर्नाडीज ने कहा, "दो नस्लों की गायों पर किए गए इस अध्ययन में हमें पता चला कि कैल्शियम स्तर में परिवर्तन दोनों नस्लों में अलग-अलग रहा।"
(इनपुट्स आईएएनएस से)
क्या आप जानते हैं जो दूध आप पी रहे हैं, उसे ज़्यादा पौष्टिक कैसे बनाया जा सकता है? जी नहीं, अगर आप सोच रहे हैं, संप्लीमेंट्स, कॉम्पलेंट्स और हॉरलेक्स इसका सही जवाब नहीं है। इसका सही जवबा है गाय की खुशी। हैरान होने की बात नहीं है। आपको बता दें कि एक नए अध्ययन से इस दिलचस्प बात का खुलासा हुआ है कि गाय जब खुश होती है, तो पहले से कहीं गुना ज़्यादा पौष्टिक दूध देती है। इतना ही नहीं, इससे कैल्शियम का स्तर भी बढ़ जाता है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि हाल ही में बच्चे को जन्म देने वाली एक जर्सी गाय को नियमित तौर पर प्रसन्नता प्रदान करने वाला रसायन भोजन में दिया गया, तो उसके दूध में कैल्शियम का स्तर बढ़ गया।
एक शोध पत्रिका 'जर्नल ऑफ एंडोक्राइनोलॉजी' में प्रकाशित यह अध्ययन डेयरी कारोबारियों के लिए गायों के स्वास्थ्य में सुधार और दुग्ध उत्पादन में निरंतरता बनाए रखने में सहायक साबित हो सकता है।
पौष्टिक दूध और दूध के अन्य उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ी है। लेकिन तेजी से बढ़ती इस मांग का खामियाजा गायों को भुगतना पड़ता है, क्योंकि डेयरी में पाली जाने वाली अधिकतर गायों के रक्त में कैल्शियम का स्तर कम पाया जाता है।
अमेरिका के विस्कॉन्सिन-मेडिसन विश्वविद्यालय की लौरा हर्नाडीज के नेतृत्व में अनुसंधानकर्ताओं की टीम ने प्रसन्नता के अनुभव के लिए जिम्मेदार रसायन 'सेरोटोनिन' के सेवन का गायों के रक्त और दूध में कैल्शियम के स्तर से संबंधों की जांच की।
अनुसंधानकर्ताओं की टीम ने 24 गर्भवती गायों को एक रसायन, इंजेक्शन के जरिए दिया, जो बाद में सेरोटोनिन में परिवर्तित हो जाता है। सेरोटोनिन के कारण सभी गायों के रक्त और दूध में कैल्शियम का स्तर बढ़ गया। हालांकि सभी नस्ल की गायों में इसका असर एक जैसा नहीं रहा।
हर्नाडीज ने कहा, "दो नस्लों की गायों पर किए गए इस अध्ययन में हमें पता चला कि कैल्शियम स्तर में परिवर्तन दोनों नस्लों में अलग-अलग रहा।"
(इनपुट्स आईएएनएस से)