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कान में हो रहा है दर्द? इन आसान घरेलू उपायों से मिल सकती है राहत | Ear Pain Relief Home Remedies in Hindi

Ear Pain Relief Home Remedies in Hindi: अगर दर्द तेज़ हो, कान से खून या कोई लिक्विड निकले, सुनाई कम दे या बुखार हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना ज़रूरी है.

कान में हो रहा है दर्द? इन आसान घरेलू उपायों से मिल सकती है राहत | Ear Pain Relief Home Remedies in Hindi
Kaan mein dard ke gharelu upay: कान दर्द से राहत के लिए घरेलू उपाय.

Kaan Mein Dard ke Gharelu Upay: कान का दर्द एक ऐसी समस्या है जो वैसे तो काफी आम है, लेकिन जब कान में दर्द (Kaan me dard) होता है तो हालत पतली हो जाती है. वैसे तो कान दर्द कई वजहों से हो सकता है, जैसे कान में Infection, वेक्स जमा होना, सर्दी-जुकाम की वजह से Blocked Eustachian Tube या दांत-गले की समस्या. अगर दर्द हल्का है तो कुछ घरेलू उपाय (gharelu Upay) मदद कर सकते हैं. लेकिन अगर दर्द तेज़ हो, कान से खून या कोई लिक्विड निकले, सुनाई कम दे या बुखार हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना ज़रूरी है.

कान के दर्द से राहत पाने के उपाय (Remedies to Get Relief From Ear Pain | Kaan me Dard ho to kya kare | Kaan Mein Dard ke Gharelu Upay)

1- गर्म या ठंडी सिकाई : गर्म कपड़ा या हीटिंग पैड कान पर लगाने से दर्द में आराम मिल सकता है. ठंडा पैक भी असरदार हो सकता है. कई बार लोग हर 20-30 मिनट में गर्म और ठंडा पैक बदल-बदल कर इस्तेमाल करते हैं.

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2. सिर ऊँचा करके सोना : सोते समय सिर को ऊँचा रखने से कान में दबाव कम होता है और द्रव जमने की संभावना घटती है. इसके लिए तकिए का सहारा लिया जा सकता है.

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3 स्टीम लेना : गर्म पानी से स्टीम लेना, कमरे में humidifier का इस्तेमाल करना और पर्याप्त पानी पीना congestion कम करने में मदद करता है. इससे कान में ब्लॉकेज की समस्या घट सकती है.

4. पेन रिलीवर : अगर दर्द तेज़ है तो पेरासिटामोल या इबुप्रोफेन जैसी OTC (Over The Counter) पेन रिलीवर दवाएं ली जा सकती हैं. बच्चों को aspirin नहीं देना चाहिए क्योंकि इससे जोखिम हो सकता है.

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5. लहसुन और अदरक का तेल : लहसुन में एंटी-बैक्टीरियल और अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं. इन्हें हल्के गरम तेल में मिलाकर कान के आसपास लगाया जा सकता है. ध्यान रखें, तेल सीधे कान के अंदर न डालें.

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6. हाइड्रोजन पेरोक्साइड : अगर कान में वैक्स जमा है तो डायल्यूट हाइड्रोजन पेरोक्साइड की कुछ बूंदें डालने से वॅक्स नरम होकर बाहर निकल सकता है. इसे तभी करें जब कान का ड्रम perforated या डैमैज्ड न हो.

कान में दर्द होने पर डॉक्टर को कब दिखाएं?

कान से खून आने की स्थिति में या अगर दर्द 2-3 दिन तक बना रहे, कान से तरल निकले, सुनाई कम दे, चक्कर आए या तेज बुखार हो तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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