विज्ञापन

बासी रोटी खाने के फायदे जानकर हो जाएंगे हैरान, इन 4 बीमारियों के लिए है काल, फिर कभी नहीं खाएंगे ताजी रोटी

Baasi Roti Khane ke Fayde: अगर आप भी गर्मा-गर्म रोटियां खाना पसंद करते हैं तो आज हम आपको कुछ ऐसी बाते बताएंगे जिसके बाद से आप बासी रोटी खाना शुरू कर देंगे.

बासी रोटी खाने के फायदे जानकर हो जाएंगे हैरान, इन 4 बीमारियों के लिए है काल, फिर कभी नहीं खाएंगे ताजी रोटी
Baasi Roti Khane ke Fayde: बासी रोटी खाने के फायदे.

Basi Roti Khane ke Fayde: हर कोई गर्मा-गर्म रोटियां खाना पसंद करता है. लेकिन अगर आपको पता लगे कि ताजी रोटी से ज्यादा बासी रोटी खाना आपकी सेहत के लिए ज्यादा अच्छा है तो एक नजर में शायद आपको यह अजीब सी लगे. लेकिन सच यही है. आर्युवेदिक डॉक्टर सलीम जैदी ने अपने वीडियो में बताया है कि बासी रोटी खाने से आपका डाइजेशन बेहतर हो सकता है. ब्लड शुगर कंट्रोल हो सकती है और साथ ही साथ आपको वेट लॉस में भी मदद मिलती है. तो चलिए जानते हैं बासी रोटी खाने के फायदों के बारे में. 

बासी रोटी खाने के फायदे 

बासी रोटी सुनकर यह मत समझना कि ये खराब हो चुकी रोटी है तो ऐसा नही है. बासी रोटी का मतलब यह होता है कि रोटी में कुछ नेचुरल चेंजेस आए हैं जो कि उसको फ्रेश रोटी से अलग बनाते हैं. इसलिए ध्यान रहे कि बासी रोटी का फायदा आपको तभी मिलेगा जब आप उसे सही से स्टोर करके रखेंगे और सही समय पर उसको खा लेंगे.

बासी रोटी में ऐसा क्या खास है जो कि इसे फ्रेशली प्रिपयर्ड रोटी से अलग बनाता है?

आपने कभी नोटिस किया है कि जब आप फ्रेश गरमगरम रोटी खाते हैं तो पता नहीं चलता कि रोटी कितनी खाएं. इन्हें खाने में बड़ा मजा आता है और अक्सर हम इन्हें जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं. इससे होता क्या है कि डाइजेस्टिव सिस्टम के ऊपर एक एक्स्ट्रा लोड बढ़ता है और पेट भारी हो जाता है. वहीं अगर आप रोटी को ठंडा और थोड़ा टाइम रखकर बासी करके खाते हैं तो यह आपके पेट को जल्दी भरती है और आप ओवर इटिंग करने से बच जाते हैं. 

बेहतर डाइजेशन

इसी के साथ बासी रोटी को खाने से इसमें एक प्रोसेस शुरू हो जाता है जिसे स्टार्च रिट्रोग्रेशन कहते हैं. और इससे यह इजी टू डाइजेस्ट बन जाती है. सिंपल शब्दों में अगर समझें तो जब रोटी ठंडी और बासी हो जाती है तो उसके कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स टूट कर सिंपल और हल्के फॉर्म में आ जाते हैं और यह पेट में आसानी से पचने लगते हैं. इमेजिन कीजिए फ्रेश रोटी एक टाइटली बंद पैकेट की तरह होती है जिसे डाइजेस्टिव सिस्टम को खोलने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. लेकिन जब यह बासी हो जाती है तो यह पैकेट गीला हो जाता है और इसको डाइजेस्ट करना कंपैरेटिवली आसान होता है. इसी वजह से बासी रोटी कमजोर डाइजेशन वाले लोग हो या फिर उन लोगों के लिए जो कि एसिडिटी या फिर पेट फूलने की शिकायत से परेशान रहते हैं. बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है. शायद इसी वजह से पुराने जमाने में लोग अक्सर बासी रोटी को दूध या फिर घी के साथ ब्रेकफास्ट में खाना पसंद करते थे. 

डायबिटीज पेशेंट्स के लिए फायदेमंद

 जी हां, यह सुनने में बड़ा अजीब सा लगा होगा आपको, लेकिन साइंस इस बात को सपोर्ट करती है कि बासी रोटी खाने से शुगर कम पड़ती है. दरअसल, जब रोटी ठंडी होकर बासी हो जाती है, तो उसमें एक खास तरह का स्टार्च बनता है जिसे रेजिस्टेंट स्टार्च कहते हैं. यह रेजिस्टेंट स्टार्च फ्रेश रोटी की तुलना में धीरे-धीरे डाइजेस्ट होता है. मतलब जब आप बासी रोटी को खाते हैं, तो आपका ब्लड शुगर एकदम से तेजी से ऊपर नहीं जाएगा. शुगर धीरे-धीरे बॉडी के अंदर, ब्लड के अंदर घुलेगी और जिसकी वजह से ब्लड शुगर का लेवल ज्यादा स्टेबल और कंट्रोल में रहेगा. तो अगर आपके घर में किसी को डायबिटीज हो चाहे पेरेंट्स को या फिर ग्रैंड पेरेंट्स को और आप बस एक छोटा सा चेंज करें कि फ्रेश रोटी की जगह बासी रोटी को खाएं तो यह छोटा सा बदलाव उनकी सेहत में कितना बड़ा फर्क ला सकता है.

वेट लॉस

बासी रोटी खाकर आप अपना वजन भी कम कर सकते हैं. बासी रोटी में मॉइस्चर कंटेंट कम हो जाता है. यानी कि पानी कम होता है जिससे स्टार्च रेट्रोगेशन नाम का एक प्रोसेस शुरू होता है. इससे एक खास तरह का स्टार्च रोटी के अंदर बनता है जिसे रेजिस्टेंट स्टार्च कहते हैं. यह रेजिस्टेंट स्टार्च आपको लंबे समय तक भूख का एहसास नहीं होने देता जिससे कि आपकी कैलोरी इंटेक कम होती है और वजन कम करने में हेल्प मिलती है. साथ ही क्योंकि बासी रोटी का ग्लाइसमिक इंडेक्स भी कम होता है तो इससे बॉडी में इंसुलिन भी कम से सीक्रेट होता है. अब क्योंकि इंसुलिन की ज्यादती से भी बॉडी में फैट बढ़ता है तो जाहिर सी बात है कि अगर हम इसको नेचुरली कम कर दें तो बॉडी में फैट का बढ़ना भी किसी हद तक कंट्रोल में आ सकता है. इसके साथ ही बासी रोटी ताजी रोटी की तुलना में कम खाई जाती है. तो इससे भी आपको अपनी डाइट कंट्रोल करने में और वेट को कंट्रोल में रखने में काफी हेल्प मिलेगी. 

गट हेल्थ और इम्यूनिटी

क्या आप जानते हैं कि आपकी इम्यूनिटी का सबसे बड़ा सीक्रेट क्या है? यह सीक्रेट है आपकी गट हेल्थ यानी आंतों की सेहत. और यहां पर भी हमारी जो बासी रोटी है यह बहुत हेल्पफुल होती है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि जब रोटी बासी हो जाती है तो उसमें नेचुरली कुछ प्रीबायोटिक्स डेवलप होते हैं. सोचिए आपके पेट में एक गार्डन है जिसमें कि गुड बैक्टीरिया यानी कि अच्छे बैक्टीरिया रहते हैं. यह बैक्टीरिया पेट को हेल्दी रखते हैं और आपकी इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं. और प्रीबायोटिक्स जो इस रोटी के अंदर हमारी पैदा हो जाते हैं. यह इन गुड बैक्टीरिया का खाना है. हमारी बॉडी तो इन प्रीबायोटिक्स को डाइजेस्ट नहीं कर सकती है. लेकिन यह गुड बैक्टीरिया इसको खा सकते हैं. बासी रोटी के यह प्रीबायोटिक्स गुड बैक्टीरिया को बढ़ाने में हमारी हेल्प करते हैं. और जितना अच्छा गुड और बैड बैक्टीरिया का बैलेंस होगा बॉडी में उतनी ही स्ट्रांग हमारी इम्यूनिटी होगी और उतना ही बेहतर हमारा डाइजेशन रहेगा. तो अगर आप भी चाहते हैं कि आपकी इम्युनिटी स्ट्रांग हो और आपकी गट हेल्थ अच्छी रहे तो बासी रोटी खाना आज से ही शुरू कर दीजिए.

History of Samosa- Swaad Ka Safar | समोसे का इतिहास | जानें ईरान से भारत कैसे पहुंचा समोसा

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com