न्यूयॉर्क:
बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान को आज नीता अंबानी के साथ भारत से यहां पहुंचने पर आव्रजन अधिकारियों ने न्यूयॉर्क हवाई अड्डे पर दो घंटे से अधिक समय तक रोके रखा। शाहरुख येल विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित करने यहां आए थे।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमेन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी और उनके साथ आए बाकी लोगों को तुरंत जाने दिया गया, लेकिन शाहरुख को रोक लिया गया और करीब दो घंटे बाद आव्रजन क्लीयरेंस दी गई।
सूत्रों ने बताया कि 46 वर्षीय अभिनेता को दोपहर बाद दो बजे एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करना था और चार बजे वह येल विश्वविद्यालय में व्याख्यान देने वाले थे हालांकि वह संवाददाता सम्मेलन के लिए निर्धारित समय से तीन घंटा देरी से पहुंचे और उनका एक घंटा चलने वाला व्याख्यान भी शाम छह बजे के आसपास शुरू हो पाया।
विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित करते हुए शाहरुख ने कहा, ‘‘ जब भी मुझे खुद पर गुमान होने लगता है तो मैं अमेरिका का एक चक्कर लगा लेता हूं। यहां के आव्रजन अधिकारी मेरी सारी हेकड़ी निकाल देते हैं।’’ शाहरुख ने कहा कि इस तरह के हालात में भी उनके पास उनकी छोटी-छोटी सफलताओं का खजाना है।
शाहरुख ने कहा, ‘‘ वह (आव्रजन अधिकारी) हमेशा मुझसे पूछते हैं कि मेरा कद कितना है और मैं हमेशा झूठ बोलता हूं कि मेरा कद पांच फुट दस इंच है। अगली बार मैं थोड़ा और दुस्साहसी होने वाला हूं। (अगर वह मुझसे पूछेंगे) मेरा रंग क्या है तो मैं कह दूंगा गोरा।’’
सूत्रों ने बताया कि इससे पूर्व जब यह मालूम हुआ कि शाहरुख को न्यूयॉर्क के व्हाइट प्लेंस हवाई अड्डे पर रोक लिया गया है तो येल विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने वाशिंगटन स्थित अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क विभाग और आंतरिक सुरक्षा विभाग के अधिकारियों से इस बारे में संपर्क किया।
उन्होंने बताया कि शाहरुख खान इस पूरे प्रकरण से बहुत परेशान थे और विश्वविद्यालय के अधिकारियों को उन्हें सामान्य करने में लंबा वक्त लगा। शाहरुख भारत वापस लौट आए हैं। उन्हें कनैक्टीकट येल विश्वविद्यालय ने अपनी प्रतिष्ठित चब फैलोशिप प्रदान की।
फैलोशिप के अंतर्गत खान ने विश्वविद्यालय के सैकड़ों छात्रों, उनके अभिभावको, फैकल्टी और भारत अमेरिकी समुदाय के अन्य सदस्यों को येल परिसर में संबोधित किया। अपना संबोधन शुरू करने से पहले खान ने कहा कि उनकी उड़ान काफी लंबी थी और वह अमेरिका लाने के लिए अंबानी के शुक्रगुजार हैं।
अंबानी की पुत्री ईशा येल विश्वविद्यालय में पढ़ती है और विश्वविद्यालय के दक्षिण एशियाई समाज की अध्यक्ष भी है। खान ने कहा कि उन्हें ‘‘हमेशा की तरह हवाई अड्डे पर रोक लिया गया।’’ शाहरूख का संबोधन सुनने आए लोगों को जब यह मालूम हुआ कि उन्हें एक बार फिर हवाई अड्डे पर रोक लिया गया था तो वह लोग खासे हैरान हुए और उन्होंने अमेरिकी अधिकारियों को जीभर कोसा, लेकिन इस सबसे बेखबर भारतीय अभिनेता ने कहा, ‘‘यह अच्छा था क्योंकि यह हमेशा होता है।’’ शाहरूख ने छात्रों को यही बताया कि उन्हें डेढ़ घंटे तक रोका गया हालांकि सूत्रों का कहना है था कि उन्हें दो घंटे से ज्यादा समय तक हवाई अड्डे पर रोका गया।
सूत्रों के अनुसार शाहरुख ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है, जब उन्हें अमेरिका में हवाई अड्डे पर रोका गया है और इससे पहले भी तीन से चार बार उनके साथ ऐसा हो चुका है। इस तरह का आखिरी वाकया 2009 में पेश आया था, जब शाहरुख को न्यूजर्सी में नेवार्क हवाई अड्डे पर रोक लिया गया था।
शाहरुख का कहना था उसके नाम के साथ चूंकि खान जुड़ा है इसलिए उन्हें नेवार्क अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर करीब दो घंटे के लिए रोक लिया गया था।
शाहरुख खान, अंबानी और उनके समूह को लेकर उड़ा निजी विमान मैनहटन से 53 किलोमीटर के फासले पर स्थित व्हाइट प्लेंस हवाई अड्डे पर दोपहर बाद पौने एक बजे उतरा। सूत्रों ने बताया कि बाकी सब को तो तुरंत आव्रजन मंजूरी दे दी गई, लेकिन शाहरुख को रोक लिया गया और उन्हें ढाई बजे तक इंतजार करना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार व्हाइट प्लेंस हवाई अड्डा छोटा-सा है और जब तक शाहरुख को आव्रजन मंजूरी नहीं मिल गई, समूह के बाकी सभी लोग उनका इंतजार करते रहे। शाहरुख को इस तरह रोके जाने से वह और उनके दल के अन्य लोग खासे परेशान हो गए और समस्या सुलझाने की जद्दोजहद में जुटे रहे।
संवाददाता सम्मेलन बीस मिनट चला और इस दौरान शाहरुख ने उन्हें रोके जाने के बारे में कुछ नहीं कहा। उनके दल के सदस्यों और विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने भी उन्हें रोके जाने के कारणों के बारे में कुछ नहीं कहा। इस बारे में संपर्क किए जाने पर शाहरुख ने अपने दल के एक सदस्य की मार्फत कहा कि इस प्रकरण पर वह कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। सदस्य ने कहा कि शाहरुख का यह कहना कि अमेरिका के आव्रजन अधिकारी उनकी हेकड़ी निकाल देते हैं इस बात का सुबूत है कि उन्हें इस सारे वाकए से बहुत दुख हुआ है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमेन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी और उनके साथ आए बाकी लोगों को तुरंत जाने दिया गया, लेकिन शाहरुख को रोक लिया गया और करीब दो घंटे बाद आव्रजन क्लीयरेंस दी गई।
सूत्रों ने बताया कि 46 वर्षीय अभिनेता को दोपहर बाद दो बजे एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करना था और चार बजे वह येल विश्वविद्यालय में व्याख्यान देने वाले थे हालांकि वह संवाददाता सम्मेलन के लिए निर्धारित समय से तीन घंटा देरी से पहुंचे और उनका एक घंटा चलने वाला व्याख्यान भी शाम छह बजे के आसपास शुरू हो पाया।
विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित करते हुए शाहरुख ने कहा, ‘‘ जब भी मुझे खुद पर गुमान होने लगता है तो मैं अमेरिका का एक चक्कर लगा लेता हूं। यहां के आव्रजन अधिकारी मेरी सारी हेकड़ी निकाल देते हैं।’’ शाहरुख ने कहा कि इस तरह के हालात में भी उनके पास उनकी छोटी-छोटी सफलताओं का खजाना है।
शाहरुख ने कहा, ‘‘ वह (आव्रजन अधिकारी) हमेशा मुझसे पूछते हैं कि मेरा कद कितना है और मैं हमेशा झूठ बोलता हूं कि मेरा कद पांच फुट दस इंच है। अगली बार मैं थोड़ा और दुस्साहसी होने वाला हूं। (अगर वह मुझसे पूछेंगे) मेरा रंग क्या है तो मैं कह दूंगा गोरा।’’
सूत्रों ने बताया कि इससे पूर्व जब यह मालूम हुआ कि शाहरुख को न्यूयॉर्क के व्हाइट प्लेंस हवाई अड्डे पर रोक लिया गया है तो येल विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने वाशिंगटन स्थित अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क विभाग और आंतरिक सुरक्षा विभाग के अधिकारियों से इस बारे में संपर्क किया।
उन्होंने बताया कि शाहरुख खान इस पूरे प्रकरण से बहुत परेशान थे और विश्वविद्यालय के अधिकारियों को उन्हें सामान्य करने में लंबा वक्त लगा। शाहरुख भारत वापस लौट आए हैं। उन्हें कनैक्टीकट येल विश्वविद्यालय ने अपनी प्रतिष्ठित चब फैलोशिप प्रदान की।
फैलोशिप के अंतर्गत खान ने विश्वविद्यालय के सैकड़ों छात्रों, उनके अभिभावको, फैकल्टी और भारत अमेरिकी समुदाय के अन्य सदस्यों को येल परिसर में संबोधित किया। अपना संबोधन शुरू करने से पहले खान ने कहा कि उनकी उड़ान काफी लंबी थी और वह अमेरिका लाने के लिए अंबानी के शुक्रगुजार हैं।
अंबानी की पुत्री ईशा येल विश्वविद्यालय में पढ़ती है और विश्वविद्यालय के दक्षिण एशियाई समाज की अध्यक्ष भी है। खान ने कहा कि उन्हें ‘‘हमेशा की तरह हवाई अड्डे पर रोक लिया गया।’’ शाहरूख का संबोधन सुनने आए लोगों को जब यह मालूम हुआ कि उन्हें एक बार फिर हवाई अड्डे पर रोक लिया गया था तो वह लोग खासे हैरान हुए और उन्होंने अमेरिकी अधिकारियों को जीभर कोसा, लेकिन इस सबसे बेखबर भारतीय अभिनेता ने कहा, ‘‘यह अच्छा था क्योंकि यह हमेशा होता है।’’ शाहरूख ने छात्रों को यही बताया कि उन्हें डेढ़ घंटे तक रोका गया हालांकि सूत्रों का कहना है था कि उन्हें दो घंटे से ज्यादा समय तक हवाई अड्डे पर रोका गया।
सूत्रों के अनुसार शाहरुख ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है, जब उन्हें अमेरिका में हवाई अड्डे पर रोका गया है और इससे पहले भी तीन से चार बार उनके साथ ऐसा हो चुका है। इस तरह का आखिरी वाकया 2009 में पेश आया था, जब शाहरुख को न्यूजर्सी में नेवार्क हवाई अड्डे पर रोक लिया गया था।
शाहरुख का कहना था उसके नाम के साथ चूंकि खान जुड़ा है इसलिए उन्हें नेवार्क अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर करीब दो घंटे के लिए रोक लिया गया था।
शाहरुख खान, अंबानी और उनके समूह को लेकर उड़ा निजी विमान मैनहटन से 53 किलोमीटर के फासले पर स्थित व्हाइट प्लेंस हवाई अड्डे पर दोपहर बाद पौने एक बजे उतरा। सूत्रों ने बताया कि बाकी सब को तो तुरंत आव्रजन मंजूरी दे दी गई, लेकिन शाहरुख को रोक लिया गया और उन्हें ढाई बजे तक इंतजार करना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार व्हाइट प्लेंस हवाई अड्डा छोटा-सा है और जब तक शाहरुख को आव्रजन मंजूरी नहीं मिल गई, समूह के बाकी सभी लोग उनका इंतजार करते रहे। शाहरुख को इस तरह रोके जाने से वह और उनके दल के अन्य लोग खासे परेशान हो गए और समस्या सुलझाने की जद्दोजहद में जुटे रहे।
संवाददाता सम्मेलन बीस मिनट चला और इस दौरान शाहरुख ने उन्हें रोके जाने के बारे में कुछ नहीं कहा। उनके दल के सदस्यों और विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने भी उन्हें रोके जाने के कारणों के बारे में कुछ नहीं कहा। इस बारे में संपर्क किए जाने पर शाहरुख ने अपने दल के एक सदस्य की मार्फत कहा कि इस प्रकरण पर वह कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। सदस्य ने कहा कि शाहरुख का यह कहना कि अमेरिका के आव्रजन अधिकारी उनकी हेकड़ी निकाल देते हैं इस बात का सुबूत है कि उन्हें इस सारे वाकए से बहुत दुख हुआ है।
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