अभिजीत भट्टाचार्य (फाइल फोटो)
जांजगीर चाम्पा:
पाश्र्व गायक अभिजीत भट्टाचार्य का कहना है कि वह अच्छा गाते हैं, इसलिए कुछ लोग उनसे नफरत करते हैं। 'फेमस' लोगों के प्रति नफरत ज्यादा होती है। उन्होंने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि उनको लगता है कि आजकल जो जितना बेसुरा गा रहा है, वह उतना ही प्रसिद्ध है। उनके इस बात में भी विरोधाभास है।
अभिजीत भले ही खुद को गायन के लिए 'फेमस' मानें, लेकिन वह विवादास्पद बयानों के लिए जाने जाते हैं। सलमान खान से जुड़े हिट एंड रन मामले की जिस दिन सुनवाई थी, उन्होंने ट्वीट किया था- 'जो सड़क पर सोएगा, वह कुत्ते की मौत ही मरेगा।'
फेमस लोगों के प्रति नफरत ज्यादा होता है...
पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि गीतों के क्षेत्र में परिवर्तन का दौर शुरू हो चला है। वर्तमान में प्रतिभाओं के लिए प्लेटफार्म विस्तृत हुआ है। आपके साथ विरोधाभास की स्थिति क्यों बनती है? इस प्रश्न का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मैं अच्छा गाता हूं, इसलिए कुछ लोग मुझसे नफरत करते हैं। फेमस लोगों के प्रति नफरत ज्यादा होता है। वर्तमान में जो जितना बेसुरा गा रहा है, वह उतना ही प्रसिद्ध है। इस दौर का हालांकि वह स्वागत भी करते हैं और कहते हैं कि अच्छा गाने वालों की पूछ-परख बनी हुई है।
छत्तीसगढ़ से रहा है लगाव
उन्होंने छत्तीसगढ़ी फिल्म में भी गीत गाया है। अभिजीत ने कहा कि उन्हें अविभाजित मध्य प्रदेश के समय से ही छत्तीसगढ़ से लगाव रहा है। छत्तीसगढ़ ने अपनी संस्कृति को बनाए रखा है। वे मेले में प्रस्तुति देने जरूर पहुंचते हैं, मगर मेला देखने का सौभाग्य उन्हें नहीं मिल पाता। उन्होंने कहा कि देश से अब मेले की परंपरा भी लुप्त हो रही है, मगर छत्तीसगढ़ में मेले अभी भी लगते हैं। अब प्रतिभाओं के लिए पर्याप्त मौका है। अभिजीत ने कहा कि उन्होंने जब गायन की शुरुआत की थी, तब कोई स्वप्न भी नहीं देख सकता था कि वह किशोर कुमार का मुकाबला करें, मगर उस दौर में भी उन्होंने संघर्ष किया और उन्हें ब्रेक मिला।
अभिजीत भले ही खुद को गायन के लिए 'फेमस' मानें, लेकिन वह विवादास्पद बयानों के लिए जाने जाते हैं। सलमान खान से जुड़े हिट एंड रन मामले की जिस दिन सुनवाई थी, उन्होंने ट्वीट किया था- 'जो सड़क पर सोएगा, वह कुत्ते की मौत ही मरेगा।'
फेमस लोगों के प्रति नफरत ज्यादा होता है...
पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि गीतों के क्षेत्र में परिवर्तन का दौर शुरू हो चला है। वर्तमान में प्रतिभाओं के लिए प्लेटफार्म विस्तृत हुआ है। आपके साथ विरोधाभास की स्थिति क्यों बनती है? इस प्रश्न का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मैं अच्छा गाता हूं, इसलिए कुछ लोग मुझसे नफरत करते हैं। फेमस लोगों के प्रति नफरत ज्यादा होता है। वर्तमान में जो जितना बेसुरा गा रहा है, वह उतना ही प्रसिद्ध है। इस दौर का हालांकि वह स्वागत भी करते हैं और कहते हैं कि अच्छा गाने वालों की पूछ-परख बनी हुई है।
छत्तीसगढ़ से रहा है लगाव
उन्होंने छत्तीसगढ़ी फिल्म में भी गीत गाया है। अभिजीत ने कहा कि उन्हें अविभाजित मध्य प्रदेश के समय से ही छत्तीसगढ़ से लगाव रहा है। छत्तीसगढ़ ने अपनी संस्कृति को बनाए रखा है। वे मेले में प्रस्तुति देने जरूर पहुंचते हैं, मगर मेला देखने का सौभाग्य उन्हें नहीं मिल पाता। उन्होंने कहा कि देश से अब मेले की परंपरा भी लुप्त हो रही है, मगर छत्तीसगढ़ में मेले अभी भी लगते हैं। अब प्रतिभाओं के लिए पर्याप्त मौका है। अभिजीत ने कहा कि उन्होंने जब गायन की शुरुआत की थी, तब कोई स्वप्न भी नहीं देख सकता था कि वह किशोर कुमार का मुकाबला करें, मगर उस दौर में भी उन्होंने संघर्ष किया और उन्हें ब्रेक मिला।