शास्त्री भवन के बाहर प्रदर्शन करते FTII के छात्र
मुंबई:
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ एफ़टीआईआई के छात्रों की करीब चार घंटे तक चली बैठक बेनतीजा रही। 23 दिनों की हड़ताल पर मौजूद छात्रों की मांग है कि एफ़टीआईआई जैसे नामी संस्थान के लिए नए मुखिया और बीजेपी सदस्य गजेंद्र चौहान की जगह किसी दूसरे काबिल व्यक्ति को लाया जाए, पर सरकार इनकी मांग को आसानी से मानने के लिए राज़ी नहीं होती दिख रही, जिससे इन बैठकों की आगे भी जारी रहने की उम्मीद है।
दिल्ली में शास्त्री भवन के बाहर शुक्रवार को एफ़टीआईआई के छात्र प्रदर्शन करते दिखे। इस प्रदर्शन में जवाहर लाल यूनिवसिर्टी के छात्र भी शामिल हुए थे। वहीं भीतर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ एफ़टीआईआई छात्र संघ की बैठक करीब चार घंटे तक चलती रही।
लेकिन सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरुण जेटली के साथ घंटों तक चली बैठक छात्रों की मांग पूरी नहीं कर पाई।
मीडिया से बात करते हुए मशहूर साउंड डिज़ाइनर और एफ़टीआईआई के पूर्व छात्र रसूल पूकुट्टी ने कहा कि कई बड़े मुद्दों पर उनकी बात मंत्रालय से हुई। हालांकि, उन्हें अभी तक संतोषजनक जवाब सरकार से नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि विवाद अभी तक ख़त्म नहीं हुआ।
खबरों की मानें तो ऐसी और भी कई बैठकें आने वाले दिनों में हो सकती हैं। वहीं, गजेंद्र चौहान ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि मंत्रालय जो चाहे फ़ैसला ले, वो उन्हें मज़ूर होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि छात्रों का क्लास नहीं जाना और लगातार प्रदर्शन करना ठीक नहीं।
प्रदर्शन कर रहे एफ़टीआईआई छात्र 9 जून से क्लास नहीं गए हैं। अपनी मांग से टस से मस नहीं हो रहे इन छात्रों को अब संस्थान के पूर्व छात्रों के साथ-साथ फ़िल्म जगत की दूसरी हस्तियों से भी समर्थन मिल रहा है।
दिल्ली में शास्त्री भवन के बाहर शुक्रवार को एफ़टीआईआई के छात्र प्रदर्शन करते दिखे। इस प्रदर्शन में जवाहर लाल यूनिवसिर्टी के छात्र भी शामिल हुए थे। वहीं भीतर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ एफ़टीआईआई छात्र संघ की बैठक करीब चार घंटे तक चलती रही।
लेकिन सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरुण जेटली के साथ घंटों तक चली बैठक छात्रों की मांग पूरी नहीं कर पाई।
मीडिया से बात करते हुए मशहूर साउंड डिज़ाइनर और एफ़टीआईआई के पूर्व छात्र रसूल पूकुट्टी ने कहा कि कई बड़े मुद्दों पर उनकी बात मंत्रालय से हुई। हालांकि, उन्हें अभी तक संतोषजनक जवाब सरकार से नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि विवाद अभी तक ख़त्म नहीं हुआ।
खबरों की मानें तो ऐसी और भी कई बैठकें आने वाले दिनों में हो सकती हैं। वहीं, गजेंद्र चौहान ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि मंत्रालय जो चाहे फ़ैसला ले, वो उन्हें मज़ूर होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि छात्रों का क्लास नहीं जाना और लगातार प्रदर्शन करना ठीक नहीं।
प्रदर्शन कर रहे एफ़टीआईआई छात्र 9 जून से क्लास नहीं गए हैं। अपनी मांग से टस से मस नहीं हो रहे इन छात्रों को अब संस्थान के पूर्व छात्रों के साथ-साथ फ़िल्म जगत की दूसरी हस्तियों से भी समर्थन मिल रहा है।
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