विज्ञापन
This Article is From Feb 14, 2014

फिल्म रिव्यू : '70 के दशक की 'मसाला' फिल्म है 'गुंडे'...

मुंबई:

इस शुक्रवार रिलीज़ हुई है यशराज बैनर की 'गुंडे', जिसमें गुंडागर्दी करते नज़र आएंगे रणवीर सिंह और अर्जुन कपूर, और उनके साथ हैं प्रियंका चोपड़ा, इरफान खान और सौरभ शुक्ला...

फिल्म की कहानी घूमती है, विक्रम और बाला, यानि रणवीर सिंह और अर्जुन कपूर के इर्दगिर्द, जो वर्ष 1971 के हिन्दुस्तान−पाकिस्तान युद्ध के बाद बांग्लादेश में रह जाते हैं, और बाद में उन्हें मजबूरन वापस उस वक्त के कलकत्ता का रुख करना पड़ जाता है... हालात इन दोनों को गुंडा बनने पर मजबूर कर देते हैं, जिसके बाद इनकी ज़िन्दगी में आती हैं नंदिता, यानि प्रियंका चोपड़ा, जो एक कैब्रे डांसर हैं और ये दोनों ही उसे दिल दे बैठते हैं...

'गुंडे' याद दिलाती है, '70 के दशक के सिनेमा की, जहां 'दीवार' और 'ज़ंजीर' थीं, या '80 के दशक में आई अमिताभ बच्चन और शत्रुघ्न सिन्हा की 'दोस्ताना'... कुछ ऐसी ही फिल्मों के तेवर 'गुंडे' में आपको नज़र आएंगे... हीरोइज़्म का वह अंदाज़, जो '70 के डायरेक्टरों और एक्टरों ने बड़े पर्दे पर रचा था, उसे दर्शक फिर महसूस कर पाएंगे... फिर चाहे वह फिल्म के दृश्य हों, विक्रम और बाला के 'लार्जर दैन लाइफ' कैरेक्टर हों, या फिल्म का ट्रीटमेंट...

इसमें कोई संदेह नहीं, कि रणवीर सिंह और अर्जुन कपूर की जोड़ी आपको कभी अमिताभ−शत्रुघ्न और कभी अमिताभ−विनोद खन्ना की याद दिलाएगी, लेकिन अली अब्बास ज़फर कहानी में कुछ चूक गए, क्योंकि शुरुआत से ही समझ आने लगता है, क्या होने वाला है... यानि, आप पहले ही भांप जाते हैं कि आगे क्या होने वाला है...

उधर, फिल्म के गाने वैसे तो अच्छे है और लोकप्रिय भी हो चुके हैं, लेकिन कई जगह फिल्म की रफ़्तार पर ब्रेक लगा देते हैं... किसी भी फिल्म में सीन्स जान डालने का काम करते हैं, लेकिन यहां इसकी कमी नज़र आई... हालांकि फिल्म के कई सीन्स बहुत अच्छे ढ़ंग से फिल्माए गए हैं, वह भी स्टाइलिश अंदाज़ में...

कैमरे का काम अच्छा है, और प्रियंका फिल्म में अच्छी लग रही हैं... इरफान का काम अच्छा है, रणवीर एक बार फिर बाज़ी मार ले गए हैं, लेकिन पुराने अंदाज़ में नज़र आते हैं... उन्हें अभिनय में थोड़ा और सहज होना चाहिए था... एक बात जो फिल्म में खटकती है, वह है कि फिल्म में बंगाल और बांग्लादेश का कनेक्शन दिखाया तो गया है, लेकिन इरफान के अलावा किसी भी कि़रदार में बंगाल की झलक नहीं नज़र आती...

तो अगर आपको '70 का सिनेमा पसंद है और आप सिर्फ और सिर्फ मसाला फिल्म देखना चाहते हैं तो आप 'गुंडे' ज़रूर देख सकते हैं... इस फिल्म के लिए मेरी रेटिंग है - 3 स्टार...

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com