सरकार ने फिल्म प्रमाणन बोर्ड में सुधार के लिए बेनेगल की अगुवाई वाली समिति का गठन किया था
नई दिल्ली:
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) में सुधार के लिए सरकार द्वारा नियुक्त समिति के अध्यक्ष और फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल ने अपनी सिफारिशों में बहुत अधिक वयस्क सामग्री वाली फिल्मों के लिए एक नई श्रेणी ए/सी की हिमायत की है, जिन्हें 'एहतियात के साथ व्यस्क' (एडल्ट विद कॉशन) का प्रमाण पत्र दिए जाने की बात कही गई है।
'भूमिका', 'मंडी', 'निशांत' जैसी पुरस्कृत फिल्मों का निर्देशन करने वाले बेनेगल ने हालांकि कहा कि समिति को अभी अपनी अंतिम रिपोर्ट सौंपनी है। बेनेगल ने बताया, 'हम लोगों ने सरकार को एक अंतरिम रिपोर्ट सौंपी है, जिसके विवरण का खुलासा नहीं किया जा सकता है। हां, हम लोगों ने बहुत अधिक वयस्क सामग्री वाली फिल्मों को प्रमाण पत्र देने के लिए नई श्रेणी 'एडल्ट विथ कॉशन' या 'ए/सी' पर विचार किया है।'
बेनेगल ने कहा, 'यू/ए के तहत हम लोगों ने दो अन्य श्रेणियों का सुझाव दिया है जो यू/ए 12 प्लस और यू/ए 15 प्लस हैं। मैं बहुत अधिक नहीं बता सकता। एक अन्य रिपोर्ट है, जिसे हम लोग तीन-चार दिन में प्रस्तुत करेंगे। सरकार को अंतिम फैसला करना है। सिफारिशों के आधार पर कुछ भी कहना अनुचित है।' बेलेगल ने कहा कि रिपोर्ट 20 जून से पहले तैयार हो जाएगी, जो रिपोर्ट जमा करने की आखिरी तारीख है।
इस वर्ष जनवरी में सरकार ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड में सुधार के लिए बेनेगल की अगुवाई वाली एक समिति का गठन किया था। गौरतलब है कि बोर्ड कई बार अपने फैसलों को लेकर आलोचना के घेरे में आ जाता है। बेनेगल ने हाल ही में 'उड़ता पंजाब' देखी, जिसके निर्माता फिल्म के नाम में परिवर्तन के अलावा कई सीन को हटाने की सेंसर बोर्ड की मांग को लेकर बोर्ड के प्रमुख पहलाज निहलानी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। दिग्गज फिल्म निर्माता ने कहा कि उनकी राय में निर्देशक अभिषेक चौबे ने शानदार काम किया है। हालांकि उन्होंने सेंसरशिप के मुद्दे पर पैदा हुए विवाद पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
'भूमिका', 'मंडी', 'निशांत' जैसी पुरस्कृत फिल्मों का निर्देशन करने वाले बेनेगल ने हालांकि कहा कि समिति को अभी अपनी अंतिम रिपोर्ट सौंपनी है। बेनेगल ने बताया, 'हम लोगों ने सरकार को एक अंतरिम रिपोर्ट सौंपी है, जिसके विवरण का खुलासा नहीं किया जा सकता है। हां, हम लोगों ने बहुत अधिक वयस्क सामग्री वाली फिल्मों को प्रमाण पत्र देने के लिए नई श्रेणी 'एडल्ट विथ कॉशन' या 'ए/सी' पर विचार किया है।'
बेनेगल ने कहा, 'यू/ए के तहत हम लोगों ने दो अन्य श्रेणियों का सुझाव दिया है जो यू/ए 12 प्लस और यू/ए 15 प्लस हैं। मैं बहुत अधिक नहीं बता सकता। एक अन्य रिपोर्ट है, जिसे हम लोग तीन-चार दिन में प्रस्तुत करेंगे। सरकार को अंतिम फैसला करना है। सिफारिशों के आधार पर कुछ भी कहना अनुचित है।' बेलेगल ने कहा कि रिपोर्ट 20 जून से पहले तैयार हो जाएगी, जो रिपोर्ट जमा करने की आखिरी तारीख है।
इस वर्ष जनवरी में सरकार ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड में सुधार के लिए बेनेगल की अगुवाई वाली एक समिति का गठन किया था। गौरतलब है कि बोर्ड कई बार अपने फैसलों को लेकर आलोचना के घेरे में आ जाता है। बेनेगल ने हाल ही में 'उड़ता पंजाब' देखी, जिसके निर्माता फिल्म के नाम में परिवर्तन के अलावा कई सीन को हटाने की सेंसर बोर्ड की मांग को लेकर बोर्ड के प्रमुख पहलाज निहलानी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। दिग्गज फिल्म निर्माता ने कहा कि उनकी राय में निर्देशक अभिषेक चौबे ने शानदार काम किया है। हालांकि उन्होंने सेंसरशिप के मुद्दे पर पैदा हुए विवाद पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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