अयोध्या में रविवार को विश्व हिंदू परिषद की धर्म संसद आयोजित होनी है. इसके लिए अयोध्या छावनी में तब्दील हो गई है. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों के तैनाती की गई है. धर्मसभा के आयोजकों की ओर से आज तीन लाख राम भक्तों की भीड़ जुटने का दावा किया जा रहा है. निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस के एक अफसर के मुताबिक, सुरक्षा के लिए एक अपर पुलिस महानिदेशक, एक पुलिस उप-महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 21 पुलिस उपाधीक्षक, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबल, 42 कंपनी पीएसी, पांच कंपनी आरएएफ, एटीएस कमांडो और ड्रोन तैनात किए गए हैं. अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय ने बताया कि पुलिस और जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए हैं. उन्होंने बताया कि धर्मसभा के मद्देनजर 13 जगहों पर पार्किंग की व्यवस्था की गयी है. वहीं शनिवार को शिवसेना का यहां कार्यक्रम हुआ था. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अयोध्या में सभा को संबोधित करते हुए कहा था है कि वो सोए हुए कुंभकर्ण को जगाने आए हैं. उन्होंने कहा था कि सबको मिलकर राम मंदिर बनाना है...
10 बड़ी बातें...
- विश्व हिंदू परिषद की रविवार को आयोजित धर्म संसद और शिवसेना के कार्यक्रम के मद्देनजर रामनगरी अयोध्या में सख्त पहरेदारी है. सड़कें और गलियां संगीनों के साये में हैं. सुरक्षाबलों ने पूरी अयोध्या को मानो छावनी में तब्दील कर दिया है.
- अयोध्या में रविवार को होने जा रहे धर्मसंसद को लेकर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है कि पिछले साढ़े चार साल में राम मंदिर नहीं बना इसलिए ही आंदोलन कर रहे हैं.
- एनडीटीवी से खास बातचीत में आलोक कुमार ने कहा, 'राहुल गांधी अगर खुल कर कह दें कि वो राम मंदिर बनवाएंगे तो हम उनका समर्थन करेंगे हम बीजेपी की कोई मदद नहीं कर रहे न कोई माहौल नहीं बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि 1992 जैसा कोई माहौल नहीं बना रहे हैं.
- धर्मसंसद के आयोजकों की ओर से आज तीन लाख राम भक्तों की भीड़ जुटने का दावा किया जा रहा है. निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं.
- धर्मसंसद के मद्देनजर 13 जगहों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है. योगी सरकार ने शिवसेना को रैली करने की इजाजत सरकार ने नहीं दी है.
- शिवसेना ने केंद्र सरकार पर राम मंदिर को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि राम मंदिर बनाने के लिए हिम्मत चाहिए.
- यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इन हालात को अयोध्या के लिए ख़तरनाक बता रहे हैं. उनकी मांग है कि अयोध्या में फौज बुलाई जाए. अखिलश के इस मांग को योगी सरकार मे मंत्री ओपी राजभर ने अपना समर्थन दिया है.
- उत्तर प्रदेश के योगी कैबिनेट में मंत्री ओपी राजभर ने स्पष्ट कहा कि मैं अखिलेश (यादव) के बयान का स्वागत करता हूं. अयोध्या में धारा 144 लगा दी गई है, फिर भी प्रशासन वहां लोगों को जमा होने दे रहा है. इसका मतलब है कि वह नाकाम हो चुका है. (अयोध्या में) सेना को लाया जाना चाहिए.
- अयोध्या में वीएचपी और शिवसेना की रैलियों के अंदेशे से तमाम मुस्लिम घरों में सिर्फ़ मर्द रह गए हैं, जबकि बच्चे और औरतों को बाहर भेज दिया गया है .ये सभी अयोध्या के हिंदुओं से नहीं बल्कि बाहर से बुलाई गई भीड़ से डरे हुए हैं.
- साध्वी प्राची ने कहा था कि 6 दिसंबर के दिन बाबरी मस्जिद ढहा दी गई थी. इसलिए राम लला का मंदिर का शिलान्यास भी 6 दिसंबर को ही होना चाहिए.