उज्बेकिस्तान ने मौतों के लिए भारत में निर्मित सिरप को दोषी ठहराया, केंद्र सरकार ने दिया जवाब: 10 बातें

उज़्बेकिस्तान में बच्चों की मौत: उज़्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मरने वाले बच्चों ने नोएडा में स्थित मैरियन बायोटेक द्वारा निर्मित कफ सिरप Doc-1 Max का सेवन किया था

नई दिल्ली : भारत में बना कफ सिरप लेने के बाद उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत का आरोप देश पर लगा है. इसके बाद केंद्र सरकार ने आज कहा कि वह उज्बेकिस्तान के संपर्क में है.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मरने वाले बच्चों ने नोएडा में स्थित मैरियन बायोटेक द्वारा निर्मित कफ सिरप Doc-1 Max का सेवन किया था.

  2. भारत ने मामले की जांच शुरू कर दी है और नमूनों की जांच होने तक कफ सिरप का निर्माण रोक दिया गया है.

  3. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि खांसी की दवाई के नमूने जांच के लिए क्षेत्रीय औषधि परीक्षण प्रयोगशाला चंडीगढ़ भेजे गए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार "इंस्पेक्शन रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी."

  4. उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सिरप के एक बैच के लैब परीक्षण में  उसमें "एथिलीन ग्लाइकोल" की उपस्थिति पाई गई, जो कि एक जहरीला पदार्थ है. उज्बेकिस्तान में सभी फार्मेसियों से Doc-1 Max सिरप वापस ले लिए गए हैं.

  5. यह भी कहा गया है कि फार्मासिस्ट की सलाह पर बिना डॉक्टर के पर्चे के घर पर बच्चों को सिरप दिया गया था, जिसकी खुराक बच्चों के लिए तय खुराक से अधिक थी.

  6. मंत्रालय ने कहा कि यह पाया गया कि अस्पताल में भर्ती होने से पहले बच्चों ने इस सिरप की 2 से 7 दिन 2.5 से 5 मिलीलीटर की डोज दिन में तीन से चार बार ली, जो कि स्टैंडर्ड डोज से अधिक है.

  7. केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO)उत्तर क्षेत्र और उत्तर प्रदेश औषधि नियंत्रण एवं लाइसेंसिंग अथारिटी की टीमें संयुक्त रूप से जांच कर रही हैं.

  8. जांच के घेरे में आई कंपनी मैरियन बायोटेक ने कहा कि उसकी निर्माण इकाई से कफ सिरप के नमूने लिए गए हैं और अब वे जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं.

  9. इस साल की शुरुआत में गाम्बिया में 70 बच्चों की मौत हरियाणा में स्थित मेडेन फार्मास्युटिकल्स द्वारा निर्मित कफ सिरप से जुड़ी हुई थी. इसके बाद इसकी इकाई को विनिर्माण मानकों के उल्लंघन के लिए सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गनाइजेशन द्वारा बंद कर दिया गया था.

  10. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा गाम्बिया में हुई मौतों पर एक बयान जारी करने के बाद ड्रग्स कंट्रोलर जनरल वीजी सोमानी ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि सरकारी प्रयोगशालाओं में मेडेन के उत्पादों के नमूनों के परीक्षण "विनिर्देशों के अनुरूप पाए गए हैं" और उनमें कोई जहरीला पदार्थ नहीं पाया गया.