लिज़ ट्रस के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद यूके पाउंड हुआ मजबूत: 10 बड़ी बातें

ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस ने 45 दिन सत्ता में रहने के बाद आज इस्तीफा दे दिया. एक ब्रिटिश प्रधानमंत्री के लिए ये सबसे छोटा कार्यकाल था. उनकी आर्थिक नीतियों ने बाजार को झकझोर कर रख दिया और उनकी कंजरवेटिव पार्टी को बांट दिया. लिज़ ट्रस को ऋषि सुनक पर वरीयता देकर नियुक्त किया गया था.

लिज़ ट्रस के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद यूके पाउंड हुआ मजबूत: 10 बड़ी बातें

लिज़ ट्रस ने 45 दिनों की सत्ता में रहने के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया.

नई दिल्ली/लंदन: ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस ने 45 दिन सत्ता में रहने के बाद आज इस्तीफा दे दिया. एक ब्रिटिश प्रधानमंत्री के लिए ये सबसे छोटा कार्यकाल था. उनकी आर्थिक नीतियों ने बाजार को झकझोर कर रख दिया और उनकी कंजरवेटिव पार्टी को बांट दिया. लिज़ ट्रस को ऋषि सुनक पर वरीयता देकर नियुक्त किया गया था.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. लिज ट्रस ने संवाददाताओं से कहा, "स्थिति को देखते हुए, मैं उस जनादेश को पूरा नहीं कर सकती जिसके लिए मुझे चुना गया था. मैं तब तक प्रधानमंत्री बनी रहूंगी, जब तक कि एक उत्तराधिकारी का चुनाव नहीं हो जाता."

  2. ट्रस ने सांसदों के उनकी आलोचना पर कहा था "मैं एक लड़ाकू हूं और छोड़ने वाली नहीं हूं", इस बयान के 24 घंटे से भी कम समय में अपने इस्तीफे की घोषणा की. उन्होंने कहा था, "मैं कड़े फैसले लेने के लिए तैयार हूं."

  3. बर्खास्त किए गए वित्त मंत्री क्वासी क्वार्टेंग को ट्रस के समान विचारधारा के रूप में देखा जाता था, उन्होंने एक "मिनी-बजट" की घोषणा की थी, जिसमें अगले छह महीनों में $67 बिलियन की ऊर्जा योजना का विवरण था. हालांकि उसके पास इसके लिए पैसे जुटाने के उपाय नहीं थे.

  4. आज सुबह तक एक दर्जन से अधिक कंजर्वेटिव सांसदों ने सार्वजनिक रूप से ट्रस से इस्तीफा देने का आग्रह किया था, क्योंकि उनकी कर-कटौती योजनाओं के कारण पहले से ही गंभीर लागत-जीवन संकट के दौरान बाजार में मंदी आई थी.

  5. लिज ट्रस के आर्थिक कार्यक्रम के कारण ब्रिटेन के बाजार में उथल-पुथल मच गई थी और कंजरवेटिव पार्टी में बहुत से लोग उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे.  

  6. लिज़ ट्रस को टैक्स कटौती पर अपनी सभी नीतियां वापस लेनी पड़ीं थी. नए वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने टैक्स कट पर उनकी सभी नीतियों को पलट दिया था. बिजली बिल बढ़ोतर पर लगी रोक को भी हटा दिया गया था.

  7. इससे पहले भारतीय मूल की सुएला ब्रेवरमैन ने भी ब्रिटेन की गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. गोवा मूल के पिता और तमिल मूल की मां की संतान ब्रेवरमैन को 43 दिन पहले ही गृह मंत्री नियुक्त किया गया था.

  8. ब्रिटिश प्रधानमंत्री ट्रस की अपने दो बड़े फैसले पलटने के कारण आलोचना हो रही थी. वह ना सबसे अधिक कमाने वालों और कंपनी के मुनाफे पर टैक्स कट की योजना से पीछे हटीं, बल्कि उन्हें अपने करीबी क्वासी क्वारतेंग को भी वित्त मंत्री पद से हटाना पड़ा था.

  9. लेबर नेता कीर स्टारर ने अब आम चुनाव की मांग की है. इनके विपक्षी दल ने ट्रस के छोटे, संकटग्रस्त कार्यकाल के आधार पर जनमत सर्वेक्षणों में वृद्धि की थी.

  10. जुलाई में बोरिस जॉनसन द्वारा इस्तीफे की घोषणा के बाद ट्रस ने पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक को पीएम की दौर में हराया था. लेकिन जॉनसन समर्थकों ने अब सुनक के राज्याभिषेक को रोकने की बात कही है.