Maharashtra Crisis : पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बागी विधायकों को मुंबई वापस आना होगा.
मुंबई:
Maharashtra Crisis :महाराष्ट्र के सियासी संकट के बीच सीएम उद्धव ठाकने ने कहा है कि कांग्रेस और एनसीपी आज हमारा समर्थन कर रहे हैं. शरद पवार और सोनिया गांधी ने हमारा समर्थन किया है लेकिन हमारे अपने लोग पीठ में में छुरा घोंप रहे. हमने ऐसे लोगों को टिकट दिया जो जीत नहीं सकते थे. हमने उन्हें विजयी बनाया लेकिन उन लोगों ने आज हमारी पीठ में छुरा घोंपा है.
जानें महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट में अब तक क्या हुआ -
- महाराष्ट्र के सियासी संकट में बागी गुट के मजबूत होने के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार, अजित पवार और अन्य एनसीपी नेता, सीएम उद्धव ठाकरे के घर मिलने के लिए पहुंचे.
- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को अपनी पार्टी की एक बैठक में एक बहादुर चेहरा पेश किया क्योंकि शिवसेना के एक और विधायक गुवाहाटी में विद्रोही खेमे में शामिल हो गए, जिसके बारे में माना जाता है कि पहले से ही नियंत्रण करने के लिए पर्याप्त सदस्य हैं।
- महाराष्ट्र के सियासी संकट के बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को पार्टी के जिला प्रमुखों की बैठक में भावुक संबोधन दिया. शिवसेना में आई दोफाड़ की स्थिति के बीच उन्होंने कहा कि आप पेड़ के फूल फल और टहनी ले जा सकते हैं लेकिन जड़े नहीं नहीं तोड़ सकते.” इस बीच, एक और शिवसेना के एक और विधायक के गुवाहाटी पहुंचकर एकनाथ शिंदे के अगुवाई वाले बागी गुट से जुड़ने की खबर है. शिंदे गुट की पार्टी पर पकड़ मजबूत होती जा रही है.
- जानकारी के अनुसार बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा कि बागी विधायक शिवसेना तोड़ना चाहते हैं. उन्होंने कहा, "मर जाएँगे फिर भी शिवसेना नहीं छोड़ेंगे, ये कहने वाले आज भाग गये.” उद्धव ठाकरे ने कहा,”जो छोड़ गये उनके लिए मुझे बुरा क्यों लगे, में कोई भी सत्तानाट्य नहीं कर रहा हूं.”
- इससे पहले शिवसेना ने एकनाथ शिंदे वाले बागी गुट के खिलाफ अपनी 'लड़ाई' तेज करते हुए चार और विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की. पार्टी अब तक बीजेपी शासित राज्य असम के होटल में डटे 16 बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग कर चुकी है.
- बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे आज होटल को छोड़कर गुवाहाटी के एक मंदिर दर्शन के लिए गए. एनडीटीवी से विशेष बातचीत में उन्होंने करीब 40 शिवसेना विधायकों सहित 50 से अधिक विधायकों के समर्थन का दावा किया.
- शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने मीडिया को बताया, " वे महाराष्ट्र के बेटे है. वे उन्हें धमकी दे रहे हैं. पीएम मोदी और अमित शाह, क्या आपने सुना? आपके मंत्री शरद पवार को धमकी दे रहे हैं - क्या आप ऐसी धमकियों का समर्थन करते हैं? महाराष्ट्र जानना चाहता है." राउत ने एकनाथ शिंदे खेमे द्वारा की जा रही शक्ति प्रदर्शन को भी कम आंका और कहा, " उनके नंबर केवल कागजों पर हैं. शिवसेना एक बड़ा सागर है, ऐसी लहरें आती हैं और जाती हैं."
- एकनाथ शिंदे ने बृहस्पतिवार शाम को विधानसभा उपाध्यक्ष को शिवसेना के 37 विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र भेजा. शिवसेना के ये सभी बागी विधायक शिंदे के साथ गुवाहाटी के एक होटल में डेरा डाले हुए हैं. पत्र में यह भी सूचित किया गया कि सुनील प्रभु के स्थान पर शिवसेना विधायक भरत गोगावले को विधायक दल का मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया है.
- शिंदे ने प्रभु द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं होने के लिए अपने गुट के विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने वालों पर भी पलटवार करते हुए दावा किया कि व्हिप केवल विधायी कार्यों के लिए लागू होता है. शिंदे ने ट्वीट किया, ‘‘आप किसे धमकी देने की कोशिश कर रहे हैं? हम आपकी चालबाजियों को जानते हैं और कानून को भी समझते हैं. संविधान की 10वीं अनुसूची के अनुसार, व्हिप विधायी कार्यों के लिए लागू होता है न कि किसी बैठक के लिए.''
- इधर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने गुरुवार को कहा कि महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार (एमवीए) के भाग्य का फैसला विधानसभा में होगा और शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन विश्वास मत में बहुमत साबित करेगा. सियासी संकट के बीच पवार ने यह भी कहा कि बीजेपी ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार के समक्ष उत्पन्न संकट में भूमिका निभाई है.