कांग्रेस नेता आनंद शर्मा
नई दिल्ली:
कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव की सुगबुगाहट तेज है. पार्टी की कमान किसे सौंपी जाए इसको लेकर मंथन जारी है. गांधी परिवार के सदस्य को प्राथमिकता से कंसीडर करते हुए इस बार पार्टी के अन्य नेताओं के नामों पर भी मंथन किया जा रहा है.सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी है.
- हालांकि, अध्यक्ष के चुनाव के सुगबुगाहट के बीच कांग्रेस की गांठ कमजोर पड़ते दिख रही है. 'भारी मन' से नेता पार्टी के पदों से इस्तीफा दे रहे और नेतृत्व पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर कई सवाल उठा रहे हैं. इस कारण सबसे पुरनी पार्टी के आगे का रंग रूप कैसा होगा ये सवाल बना हुआ है.
- रविवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा (Anand Sharma) ने पार्टी की हिमाचल प्रदेश इकाई के पद से इस्तीफ दे दिया है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने रविवार को कहा कि वे पार्टी की हिमाचल प्रदेश इकाई की "संचालन समिति" के प्रमुख के रूप में इस्तीफा दे रहे हैं.
- बीते दिनों पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई अनुभवी नेता गुलाम नबी आजाद ने भी ऐसा ही किया था. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद को केंद्र शासित प्रदेश में पार्टी की प्रचार समिति का प्रमुख नियुक्त किया था, लेकिन आजाद ने प्रस्ताव को ठुकरा दिया था.
- पार्टी पद से इस्तीफा देने के बाद आनंद शर्मा ने ट्वीट कर कहा, " मैंने हिमाचल चुनाव के लिए कांग्रेस की संचालन समिति की अध्यक्षता से भारी मन से इस्तीफा दिया है. लेकिन मैं आजीवन कांग्रेसी हूं और अपने विश्वास पर कायम हूं."
- उन्होंने कहा, " मेरे खून में दौड़ने वाली कांग्रेस की विचारधारा के लिए प्रतिबद्ध, इसमें कोई शक नहीं है. हालांकि, एक स्वाभिमानी व्यक्ति के रूप में निरंतर बहिष्कार और अपमान को देखते हुए- मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा था."
- पुराने दिनों को याद करते हुए आनंद शर्मा ने कहा, " भारत के नेता पूर्व पीएम राजीवगांधी को शत शत नमन, जिन्होंने भारत की विकास गाथा को एक नई दिशा प्रदान की. एक ऐसे नेता जो भारत के लिए जीए और मरे, वे एक दूरदर्शी थे जिन्होंने एक आईटी महाशक्ति के रूप में भारत के परिवर्तन का नेतृत्व किया."
- आनंद ने कहा, " एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जिसे उनके साथ काम करने का सौभाग्य मिला, मैं हमेशा अपने जुड़ाव की यादों को संजो कर रखूंगा. उनका आकर्षण, नम्रता और सबके साथ विनम्र व्यवहार वास्तव में प्यारा था. भारत उनकी स्मृति का आभारी और गौरवान्वित है."
- ट्वीट के अलावा उन्होंने पार्टी पद से इस्तीफा देने के बाद NDTV से बातचीत के दौरान कहा कि क्या कांग्रेस केवल गांधी परिवार तक ही सीमीत है? इसमें कई अन्य नेता भी हैं. कांग्रेस तो सब की पार्टी है. इससे इस्तीफा देने का कोई सवाल नहीं उठता. हम विद्रोही नहीं हैं.
- कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चुनाव को लेकर प्रक्रिया शुरू हो गई है. हालांकि तमाम अनुरोधों के बावजूद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी दोबारा संभालने को लेकर रुख कोई स्पष्ट नहीं किया है.
- वहीं, सोनिया गांधी ने तबीयत का हवाला देते हुए पार्टी के अध्यक्ष पद से उन्हें मुक्त करने की बात की है. यूपी चुनाव में प्रियंका के प्रदर्शन के बाद उनपर विश्वास जताना थोड़ा मुश्किल प्रतीत हो रहा है. ऐसे में पार्टी के सामने इस बात की चुनौती है कि अध्यक्ष पर की जिम्मोदारी किसे सौंपी जाए.