मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
गुजरात चुनाव के पहले चरण में कम मतदान हुआ. इसके लिए चुनाव आयोग ने भी गुजरात के शहरी मतदाताओं की उदासीनता की आलोचना की.
गृहमंत्री अमित शाह ने भी अहमदाबाद के नारणपुरा में अपना वोट डाला. उनके साथ उनकी पत्नी और बेटी ने भी वोट डाला.
दूसरे चरण में मध्य और उत्तर गुजरात जिलों की 93 सीटों पर मतदान हो रहा है. करीब 833 उम्मीदवार मैदान में हैं.
अहमदाबाद की सभी 16 शहरी सीटें भाजपा के लिए महत्वपूर्ण हैं. इन पर 1990 के बाद से चुनावों में भाजपा का दबदबा बना हुआ है.
कांग्रेस ने अहमदाबाद में पिछले चुनाव में अपनी सीटों में सुधार किया था. 2012 में उसे दो सीटों पर जीत मिली थी और 2017 में 4 सीटों पर जीत मिली.इस बार आम आदमी पार्टी (आप) ने सभी 16 सीटों पर उम्मीदवार उतार कर मुकाबला दिलचस्प बना दिया है.
अहमदाबाद में मुस्लिम बहुल जमालपुर खड़िया सीट पर, असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM की एंट्री कांग्रेस को परेशान कर सकती है, क्योंकि AIMIM के उम्मीदवार साबिर काबलीवाला कांग्रेस के पूर्व विधायक हैं. साबिर ने 2012 में निर्दलीय चुनाव लड़ा था. इसके कारण बीजेपी को यहां से जीत मिली थी. कांग्रेस के वोट साबिर के कारण बंट गए थे.
भाजपा और आम आदमी पार्टी सभी 93 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं. कांग्रेस 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और उसकी सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने दो सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
दूसरे चरण में अहमदाबाद के घाटलोडिया से मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल चुनाव लड़ रहे हैं. अहमदाबाद के ही वीरमगाम सीट से पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भाजपा के टिकट पर लड़ रहे हैं. गांधीनगर दक्षिण से अल्पेश ठाकोर भी भाजपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं.
दलित नेता जिग्नेश मेवानी बनासकांठा जिले की वडगाम सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं, और गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखराम राठवा छोटा उदेपुर जिले के जेतपुर से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं.
दूसरे चरण में करीब 2.51 करोड़ लोग वोट डाल सकते हैं. चुनाव आयोग के अनुसार इनमें से 5.96 लाख मतदाता 18-19 वर्ष की आयु के हैं. वोटों की गिनती आठ दिसंबर को होगी.