चीन में बढ़ रहे कोविड के मामले; भारत बना रहा संक्रमण रोकने की योजना, 10 बातें

चीन और अन्य देशों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए हवाई अड्डों पर रैंडम सैंपल टेस्टिंग की जाएगी.

चीन में बढ़ रहे कोविड के मामले; भारत बना रहा संक्रमण रोकने की योजना, 10 बातें

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को भीड़ में मास्क का इस्तेमाल करने की सलाह दी है (प्रतीकात्मक फोटो).

नई दिल्ली : स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को दुनिया भर में कोविड मामलों में वृद्धि के बीच सावधानी बरतने का निर्देश दिया. चीन में कोविड के नए मामलों में वृद्धि ने दुनिया भर में चिंता पैदा कर दी है. कोरोना के एक और खतरनाक वैरिएंट के संक्रमण का खतरा है.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने आज यह कहते हुए कि कोविड खत्म नहीं हुआ है, राज्यों से निगरानी मजबूत करने और कोविड के नए और उभरते स्ट्रेन के लिए तैयार रहने को कहा.

  2. केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने आज सुबह विशेषज्ञों और शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक के बाद कहा, "कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है. मैंने सभी संबंधितों को सतर्क रहने और निगरानी मजबूत करने का निर्देश दिया है. हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं."

  3. मंडाविया ने वेरिएंट को ट्रैक करने के लिए पॉज़िटिव केस के नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग करने के लिए कहा है.

  4. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से अनुरोध किया गया है कि वे सभी पॉजिटिव मामलों के नमूने रोजाना INSACOG जीनोम सीक्वेंसिंग लैबोरेटरीज (IGSLs) को भेजें. INSACOG भारत में कोविड के विभिन्न स्ट्रेन का अध्ययन और निगरानी करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत एक फोरम है. इसे सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ जोड़ा गया है.

  5. चीन और अन्य देशों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए हवाई अड्डों पर रैंडम सैंपल टेस्टिंग की जाएगी.

  6. केंद्र ने कहा है कि घबराने की कोई बात नहीं है. सरकार ने भीड़भाड़ वाले इलाकों में लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी है.

  7. सरकार ने कहा है कि वह हर हफ्ते कोविड की स्थिति की समीक्षा करेगी.

  8. इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) पर नजर रखने के लिए सुविधाओं का एक राष्ट्रव्यापी नेटवर्क स्थापित किया जाएगा.

  9. समुदाय आधारित निगरानी नियमित रूप से की जाएगी. समुदाय में असामान्य घटनाओं, जैसे बड़े प्रकोप, असमान्य रूप से मामलों का आना, मृत्यु दर आदि का जल्द पता लगाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.

  10. जिला-स्तरीय रैपिड रिस्पांस टीम (RRT) असामान्य घटनाओं का आकलन करेगी. यदि आवश्यक हुआ तो प्रकोप की जांच की जाएगी.