नई दिल्ली:
राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट के बीच सूत्रों के अनुसार कांग्रेस आलाकमान राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत से नाराज है. गौरतलब है कि अशोक गहलोत के समर्थन में 90 से अधिक विधायकों ने रविवार को बैठक कर पार्टी हाईकमान पर दबाव बनाने का प्रयास किया था. गहलोत कैंप द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद से चर्चा है कि गहलोत को पार्टी अध्यक्ष के चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है.
- 17 अक्टूबर को होने वाले कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए अशोक गहलोत कल अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. वहीं राजस्थान में जारी संकट के बीच एक और संभावित उम्मीदवार कमलनाथ सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली पहुंचे हैं.सूत्रों का कहना है कि वह राजस्थान संकट में मध्यस्थता कर सकते हैं.
- रविवार को अशोक गहलोत का समर्थन करने वाले विधायकों ने सामूहिक इस्तीफे की धमकी दी थी. ऐसे में यह माना जा रहा है कि अशोक गहलोत अगर पार्टी अध्यक्ष बनते हैं तो वो राजस्थान में सचिन पायलट को स्वीकार नहीं करेंगे.
- रविवार की बैठक में विधायकों ने अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे से बात करने से इनकार कर दिया था. टीम गहलोत की ओर से यह स्पष्ट संदेश था कि उन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता.
- अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे बाद में वापस दिल्ली आ गए. सूत्रों के अनुसार टीम गहलोत पर केंद्रीय नेताओं को अपमानित करने के आरोप लग रहे हैं.
- विधायकों की मांग पर कि कांग्रेस का अगला अध्यक्ष चुने जाने के बाद ही नए मुख्यमंत्री पर कोई बैठक आयोजित की जाए, माकन ने कहा कि ऐसे में हितों का टकराव होगा क्योंकि प्रस्ताव पारित किया जाएगा जब तब अशोक गहलोत पहले से ही पार्टी प्रमुख हो सकते हैं. इसलिए, वह खुद को राजस्थान में अपने उत्तराधिकारी के बारे में फैसला करने के अधिकारी हो जाएंगे.
- रविवार को कांग्रेस पार्टी द्वारा बुलाई गई विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे गहलोत कैंप के विधायक.
- विधायक दल की बैठक से पहले गहलोत कैंप के MLA शांति धारीवाल के घर पहुंचे थे.
- नाराज विधायक चाहते हैं कि अशोक गहलोत ही राजस्थान के सीएम बने रहें. अगर ऐसा नहीं होता है तो उन्हीं के कैंप से किसी को इस पद के लिए आगे किया जाए.
- इधर राजस्थान सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि विधायक बीजेपी के षड्यंत्र को तोड़ना चाहते हैं. भारतीय जनता पार्टी राजस्थान में सरकार गिराने का षड्यंत्र कर रही है. बीजेपी का जो षड्यंत्र चल रहा है, उसे कामयाब नहीं होने देना है. हम इस वक़्त एक रहेंगे, यूनाइट रहेंगे तो हम अगला चुनाव 2023 का जीत रहे हैं. हमारी योजनाएं अच्छी हैं. जनता हमारे साथ है.
- वहीं राज्य के मौजूदा संकट पर करौली धौलपुर से कांग्रेस के विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने कहा है कि सचिन पायलट डिप्टी सीएम रहे हैं. युवा चेहरा हैं. लोगों में उनकी अच्छी पहचान है.उनमें क्या कमी है. अलाकमान उनको बनाता है तो बेस्ट है.