Sawan 2023 : कल यानी 04 जुलाई दिन मंगलवार से श्रावण मास शुरू हो रहा है. इस बार सावन का पवित्र महीना बेहद खास होने वाला है शिव भक्तों के लिए क्योंकि,अधिक मास (सावन 04 जुलाई से 31, 2023 अगस्त तक रहेगा.) पड़ रहा है. ऐसे में इस साल 4 नहीं बल्कि 8 सोमवार के व्रत रखे जाएंगे. आपको बता दें कि ऐसा संयोग 19 साल बाद पड़ रहा है. ऐसे में इस लेख में आपको सावन में किस तरीके से शिवलिंग की पूजा करने से नौ ग्रह शांत होंगे उसके बारे में बताएंगे, ताकि आप अपनी कुंडली के ग्रह दोषों को इस विधि को अपनाकर दूर कर सकें.
सावन में शिवलिंग पूजा विधि | Shivling Puja Vidhi In Sawan
सूर्य ग्रह - इस ग्रह को शांत और खुश करने के लिए आपको शिवलिंग को चंदन का तिलक लगाना है. इससे आपकी कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत होगा. सूर्य को आत्मा का कारक माना जाता है. कुंडली में सूर्य की अच्छी स्थिति आत्मिक ढृढ़ता को दर्शाती है. ऐसे लोगों में भरपूर आत्मविश्वास होता है.
चंद्रमा - अगर आपकी कुंडली में चंद्र देव कमजोर स्थिति में हैं तो शिवलिंग की पूजा करते समय दूध से रुद्राभिषेक करें. इससे चंद्रमा की स्थिति अच्छी होगी. आपको बता दें कि इस ग्रह के कमजोर होने से आप गंभीर बीमारी की चपेट में आ सकते हैं और दिमाग अशांत रहता है.
मंगल ग्रह - इस ग्रह की शांति के लिए आपको शिवलिंग के अभिषेक में शहद का इस्तेमाल करना है. इससे मंगल देव मजबूत होंगे. आपको बता दें कि इस ग्रह को सभी ग्रहों का सेनापति कहा जाता है. इसकी मजबूत स्थिति आपको साहसी और ऊर्जावान बनाती है.
आज है गुरू पूर्णिमा यहां जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि का सही तरीकाबुध ग्रह - बुध देव को प्रसन्न करने के लिए आप शिव जी (Shiv puja vidhi) की पूजा में बिल्व पत्र का प्रयोग जरूर करें. इस ग्रह को बुद्धि का कारक माना जाता है. इसकी कुंडली में मजबूत स्थिति आपको सामाजिक मान सम्मान दिलाता है.
बृहस्पति ग्रह - वहीं, इस ग्रह की शांति के लिए भिगी हुई चने की दाल शिवलिंग पर चढ़ाते हैं तो अच्छा होगा. गुरु ग्रह भाग्य और धन के कारक माने जाते हैं. अगर आपको कड़ी मेहनत के बावजूद मनचाहा परिणाम नहीं मिलता है तो इसका मतलब यह ग्रह कमजोर स्थिति में है. ऐसे में यह उपाय लाभकारी होगा.
शुक्र ग्रह - इस ग्रह को प्रसन्न करने के लिए आपको शिवलिंग का दही से अभिषेक करना है. शुक्र देव आकर्षण, ऐश्वर्य, सौभाग्य, धन, प्रेम और वैभव के कारक हैं. इसलिए इनका कुंडली में मजबूत होना जरूरी है.
शनि देव - सातवें नंबर पर आते हैं शनि देव. यह न्याय के देवता माने जाते हैं. यह कर्म के अनुसार जातक को फल देते हैं. इनके नाराज होने से हर कोई भय खाता है. क्योंकि ये किसी से अगर रुष्ट हो जाते हैं तो उसको अर्श से फर्श पर ला देते हैं. इनको प्रसन्न करने के लिए आप शिवलिंग को धूप बत्ती दिखाएं.
राहु-केतु - अब आते हैं राहु और केतु पर. इनको खुश करने के लिए आप शिवलिंग का जल से अभिषेक करें. कुंडली में राहु की शुभ स्थिति होने पर उच्च पदों की प्राप्ति होती है. वहीं, कुंडली में केतु शुभ भाव में बैठते हैं तो व्यक्ति को जीवन में मान-सम्मान, धन और संतान की प्राप्ति होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
''वह हमेशा मेरा पक्ष लेती रही हैं'' - अपनी मां तनुजा के बारे में काजोल
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं