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This Article is From Jan 18, 2023

Shani राशि गोचर कुछ राशियों पर पड़ सकता है भारी, जानिए किन्हें शनि की साढ़े साती से संभलकर रहने की है जरूरत 

Shani Sadhe Sati: शनि देव बीते दिन कुंभ राशि में प्रवेश कर चुके हैं. जानिए किन राशियों को इस राशि परिवर्तन से संभलकर रहने की है जरूरत और किसे शनि की साढ़े साती कर सकती है प्रभावित. 

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Shani राशि गोचर कुछ राशियों पर पड़ सकता है भारी, जानिए किन्हें शनि की साढ़े साती से संभलकर रहने की है जरूरत 
Shani Ki Sadhe Sati: शनि देव के राशि गोचर से कुछ राशियां हो सकती हैं प्रभावित. 

Shani Rashi Gochar: शनि देव को मान्यतानुसार न्याय का देवता कहा जाता है. जिन लोगों से शनि देव क्रोधित हो जाते हैं उन्हें शनि ढैय्या और शनि की साढ़े साती झेलनी पड़ती है. वहीं, शनि की साढ़े साती (Shani Sadhe Sati) से भी लोग खासा बचकर रहना पसंद करते हैं. बीती 17 जनवरी के दिन शनि देव (Shani Dev) कुंभ राशि में प्रवेश कर चुके हैं. कहा जा रहा है कि यह राशि गोचर कुछ राशियों के लिए बुरा साबित हो सकता है. इन राशियों पर शनि की साढ़े साती भी बताई जा रही है.

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शनि की साढ़े साती से प्रभावित राशियां | Zodiac Signs Affected By Shani Sadhe Sati 

राशियों और ग्रहों का आपस में गहरा संबंध है. ग्रहों की दशा से ही राशियों का लेखा-जोखा निर्धारित होता है. शनि देव के राशि परिवर्तन (Rashi Parivartan) से कुछ राशियों पर शनि की साढ़ेसाती तो किसी पर शनि ढैय्या का प्रभाव माना जा रहा है. शनि की साढ़े साती का अर्थ होता है किसी राशि में साढ़े सात सालों के लिए शनि देव का प्रभाव रहना, लेकिन यह प्रभाव सकारात्मक नहीं बल्कि कष्टदायी माना जाता है. शनि की साढ़े साती को तीन चरणों में बांटा गया है जिसमें प्रत्येक चरण ढाई सालों तक रहता है. 


शनि की साढ़े साती के पहले चरण में माना जाता है कि व्यक्ति की मनोदशा प्रभावित होती है और उसको मानसिक कष्ट हो सकता है, दूसरे चरण को आर्थिक कष्ट देने वाला माना जाता है और तीसरे चरण में कहते हैं कि शनि देव जातक को राहत देते हैं. वहीं, ज्योतिषनुसार साढ़े साती हर 30 वर्ष में लगती है और किसी भी व्यक्ति के जीवन में केवल 4 बार आती है. 

मकर राशि 


मकर राशि में पहले से ही शनि का साढ़े साती बताई जा रही है. इस चलते राशि परिवर्तन के बाद भी इस राशि पर शनि की साढ़े साती बनी रहेगी. इस राशि के जातकों को शनि साढ़े साती से संभलकर रहने की जरूरत है. 

कुंभ राशि 


इस समय शनि देव कुंभ राशि (Aquarius) में परिवर्तन कर चुके हैं जिस चलते शनि की साढ़े साती का प्रथम चरण इस राशि के जातकों के लिए शुरू हो चुका है. शनि की साढ़े साती आने वाले कुछ वर्षों तक इस राशि के जातकों पर बनी रहेगी. 

मीन राशि 

माना जा रहा है कि कुंभ राशि से निकलने के बाद शनि देव मीन राशि में गोचर कर जाएंगे. इस चलते मीन राशि के जातकों पर शनि की साढ़े साती लग सकती है. इस राशि के जातकों के लिए भी शनि साढ़े साती का पहला चरण शुरू होगा. 

साढ़े साती के उपाय 

मान्यतानुसार शनि की साढ़े साती लगने पर व्यक्ति को शनि देव की आराधना करने की सलाह दी जाती है. कहते हैं इस राशि के लोगों को शनि देव को प्रसन्न करने में लग जाना चाहिए और हर शनिवार शनि देव की पूजा करनी चाहिए. चींटियों को चीनी या आटा खिलाना भी शुभ माना जाता है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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