Shadashtak Yog: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रह अपनी राशि में बदलाव करते रहते हैं. इस समय शनि ग्रह अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ (Kumbh Rashi) में विराजमान हैं और पूरे वर्ष वहीं रहने वाले हैं. उनका किसी न किसी ग्रह से युति होती रहेगी और विभिन्न तरह के शुभ और अशुभ योग बनते रहेंगे. शनि ग्रह के साथ केतु की युति के कारण बनने वाले षडाष्टक योग (Shadashtak Yog) अशुभ प्रभाव वाला होगा. कुंभ राशि में बनने वाले षडाष्टक योग (Shadashtak Yog in Kumbh Rashi) का कई राशियों पर प्रभाव पड़ेगा.
वृभष राशि
केतु और शनि के कारण बनने वाले षडाष्टक योग का वृषभ राशि पर असर पड़ने वाला है. इस राशि के जातकों को सेहत और निवेश में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है. निवेश करने के पहले विशेषज्ञों की राय लेना न भूलें. रिश्तों में दरार आने का डर है, संभलकर रहे और रिश्तों में मतभेद न आने दें.
कुंभ राशि
कुंभ राशि के आठवें भाव केतु और लग्न भाव में शनि विराजमान हैं. षडाष्टक योग इस राशि के लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है. खासकर बचत में समस्या आ सकती है. किसी से रुपए पैसे लेने देने में विशेष सावधानी रखने की जरूरत है. धन हानि हो सकती है. बेकार में वाद विवाद करने से विशेष तौर पर बच कर रहें. छोटी सी बात से बड़ी हानि हो सकती है.
मीन राशि
शनि और केतु का षडाष्टक योग मीन राशि वालों के लिए कष्टकारी साबित हो सकता है. खासकर कानूनी मामलों में सावधानी रखने की जरूरत है. परिवार में सामंजस्य बनाए रखने पर ध्यान दें. घर में माहौल बिगड़ने और तकरार की आशंका है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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