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Papankusha Ekadashi 2025: पापांकुशा एकादशी व्रत का पुण्यफल पाने के लिए क्या करें और क्या न करें?

Papankusha Ekadashi Vrat Ke Niyam: सृष्टि के पालनहार माने जाने वाले भगवान विष्णु की पूजा के लिए एकादशी व्रत को बेहद शुभ और फलदायी माना गया है. धर्मशास्त्र के अनुसार श्री हरि की कृपा दिलाने वाली पापांकुशा एकादशी व्रत का पुण्यफल पाने के लिए आज क्या करना और क्या नहीं करना चाहिए, जानने के लिए पढ़ें ये लेख.

Papankusha Ekadashi 2025: पापांकुशा एकादशी व्रत का पुण्यफल पाने के लिए क्या करें और क्या न करें?
Papankusha Ekadashi Vrat 2025 : पापांकुशा एकादशी व्रत के नियम
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Papankusha Ekadashi 2025 Vrat Rules: सनातन परंपरा में विजयादशमी महापर्व पर जहां भगवान राम की पूजा का पुण्यफल प्राप्त होता है, वहीं उसके दूसरे दिन पड़ने वाली आश्विन मास की एकादशी तिथि भगवान विष्णु की कृपा दिलाने वाली मानी जाती है. हिंदू मान्यता के अनुसार साल भर में पड़ने वाली तमाम एकादशी में इसका बहुत ज्यादा महत्व माना गया है क्योंकि इस दिन विधि-विधान से व्रत, जप और तप करने साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण और दुख, दोष और पाप दूर होते हैं. जीवन से जुड़े ज्ञात-अज्ञात पापों को दूर करने वाली पापांकुशा एकादशी व्रत का पुण्यफल पाने के लिए आज किन नियमों का पालन करना चाहिए, आइए उसे विस्तार से जानते और समझते हैं. 

पापांकुशा एकादशी व्रत में क्या करें 

  • जाने-अनजाने किए जाने वाले पापों से मुक्ति पाने के लिए व्यक्ति को पापांकुशा एकादशी व्रत वाले दिन भगवान विष्णु के मंत्र का अधिक से अधिक जाप करना चाहिए. 
  • पापांकुशा एकादशी व्रत का पुण्यफल पाने के लिए साधक को आज तुलसी की सेवा और पूजन करना चाहिए. साथ ही साथ तुलसी का दान करने पर भी इस व्रत का पुण्यफल प्राप्त होता है. 
  • हिंदू मान्यता के अनुसार तुलसी को हरिप्रिया कहा जाता है. ऐसे में आज इस व्रत की पूजा करते समय भगवान विष्णु को तुलसी दल अवश्य चढ़ाएं लेकिन इस दिन तुलसी दल न तोड़ें बल्कि एक दिन पूर्व ही तोड़ कर रख लेना चाहिए या फिर टूटी हुई तुलसी को धुलकर पूजा में चढ़ाएं. 
  • पापांकुशा एकादशी व्रत के दिन साधक को किसी मंदिर में जाकर पुजारी को अन्न-वस्त्र-धन आदि का दान करना चाहिए.

पापांकुशा एकादशी व्रत में क्या न करें

  •  हिंदू मान्यता के अनुसार पापांकुशा एकादशी व्रत वाले दिन व्यक्ति को भूलकर भी तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. इस दिन व्रत करने वाले व्यक्ति को सिर्फ फलाहार करना चाहिए. 
  • एकादशी के व्रत में तामसिक चीजों की तरह चावल का भी निषेध है. नियम के अनुसार इस व्रत को रखने वाले व्यक्ति को एकादशी के एक दिन पूर्व संध्या समय से ही चावल का त्याग कर देना चाहिए और एकादशी दिन वाले तो भूलकर भी चावल का सेवन नहीं करना चाहिए. 
  • एकादशी व्रत वाले दिन ​झूठ नहीं बोलना चाहिए और न ही क्रोध करना चाहिए. 
  • एकादशी व्रत करने वाले व्यक्ति को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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