
Budh greh transition 2025 : बुध का गोचर व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं जैसे कि बुद्धि, वाणी, व्यापार, और शिक्षा को प्रभावित करता है. सामान्य तौर पर, यह गोचर शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के फल दे सकता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि बुध किस राशि में गोचर कर रहा है और आपकी जन्म कुंडली में बुध की स्थिति क्या है. बुध ग्रह 18 जुलाई से वक्री चल रहे हैं, जो 11 अगस्त 2025 को मार्गीय होंगे. आपको बता दें कि बुध ग्रह मार्गीय होने के बाद विभिन्न राशियों पर अलग-अलग प्रभाव डालेंगे.तो चलिए जानते हैं ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र से.
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बुध का गोचर शुभ राशियों में होने पर व्यक्ति को बुद्धि, वाणी, व्यापार, और शिक्षा के क्षेत्र में लाभ मिलता है. सकारात्मक सोच, रचनात्मकता, और संवाद कौशल में सुधार होता है.
वहीं, बुध का गोचर अशुभ राशियों में होने पर व्यक्ति को मानसिक तनाव, वाणी में कठोरता, और व्यापार में हानि का सामना करना पड़ सकता है. ध्यान और एकाग्रता में कमी हो सकती है. त्वचा संबंधी रोग हो सकते हैं.
अब आइए जानते हैं एक-एक करके किस पर क्या प्रभाव पड़ेगा
मेष राशि: बुध का गोचर मेष राशि वालों के लिए शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के फल ला सकता है. व्यापार में उतार चढ़ाव बना रहेगा, यह समय यात्रा, शिक्षा, और संचार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आ सकता है. कार्य क्षेत्र में नए सहयोगी बनेंगे. पैतृक धन संपत्ति में वृद्धि होगी.
वृषभ राशि: बुध का गोचर आपके साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि करेगा. नौकरी या बिजनेस में सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं. बहुराष्ट्रीय कंपनियों में कार्यरत लोगों को पदोन्नति मिलेगी.
मिथुन राशि: मिथुन राशि वालों के लिए बुध का गोचर हर तरह से लाभदायक रहेगा. परिवार में कोई मांगलिक कार्य संपन्न होगा, पहले से सोची समझी सभी रणनीतियां कारगर सिद्ध होंगी, राजनीति में आपकी प्रभावी भाषण शैली की सराहना होगी,
कर्क राशि: बुध का गोचर कर्क राशि वालों के लिए बुद्धि में वृद्धि करेगा, रचनात्मक कार्यों में अभिरुचि बढ़ेगी, ये आत्ममंथन और खर्चों का समय हो सकता है. विदेश यात्रा या विदेशी संपर्कों से लाभ के योग बन रहे हैं. नए मित्र बनेंगे.
सिंह राशि: सिंह राशि वालों के लिए बुध का गोचर व्यर्थ धन व्यय का सबब बनेगा,आत्मनिरीक्षण और मानसिक स्पष्टता की ओर ले जा सकता है. पुराने मुद्दों को हल करने का समय है. व्यापार में किए गए परिवर्तन लाभकारी सिद्ध होंगे.
कन्या राशि: बुध का गोचर कन्या राशि वालों के लिए लाभ भाव यानी एकादश भाव में गोचर होगा, जिससे आपकी आमदनी में इजाफा होगा. नवीन व्यापार अथवा उद्योग शुरू कर सकते हैं, बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा, उपचार एवं धन प्राप्त हो सकते हैं,
तुला राशि: बुध का गोचर तुला राशि वालों के लिए अच्छा नहीं रहने वाला. किसी काम के पूरा न होने से मन परेशान हो सकता है. कार्य क्षेत्र में परिवर्तन हो सकता है, वाणी एवं क्रोध पर संयम रखें , अन्यथा परिवार में अकारण विवाद हो सकता है.
वृश्चिक राशि: बुध का गोचर वृश्चिक राशि वालों के लिए आध्यात्मिक कार्यों में अभिरुचि कम करेगा,भावनात्मक उलझनों या नियंत्रण के मुद्दों को उभार सकता है. व्यापार में नए साझीदार बनेंगे, नौकरी में उच्चाधिकारियों से निकटता बढ़ेगी, परीक्षा प्रतियोगिता में कड़ा संघर्ष करना पड़ सकता है,
धनु राशि: धनु राशि वालों के लिए बुध का गोचर शेयर , लॉटरी दलाली आदि के कार्य में संलग्न लोगों को यकायक धन लाभ कराएगा,शिक्षा, संतान, और रचनात्मक कार्यों में सफलता दिला सकता है. चर्म रोग हो सकता है.
मकर राशि:बुध का गोचर मकर राशि वालों के लिए अच्छा नहीं रहने वाला. गृहस्थ जीवन में किसी तीसरे व्यक्ति के कारण मतभेद उभर सकते हैं,धन का नुकसान हो सकता है. व्यापार में अच्छी आमदनी होगी,
कुंभ राशि: बुध का गोचर कुंभ राशि वालों के लिए धन संपत्ति में वृद्धि करेगा,सकारात्मक और रचनात्मकता का संचार कर सकता है. कृषि कार्यों में संलग्न लोगों को प्रचुर मात्रा में धन मिल सकता है.
मीन राशि: बुध का गोचर मीन राशि वालों के लिए कुछ चिंता एवं तनाव देगा,दैनिक कार्यों में अनुशासन और स्वास्थ्य पर विशेष फोकस रहने वाला है. विद्यार्थी वर्ग को अध्ययन संबंधी समस्या से राहत मिलेगी, प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी.
उपाय
- बुधवार के दिन बुध यन्त्र की पूजा करें,भगवान गणेश की पूजा करें और मोदक एवं दूब घास का भोग लगाएं.
- बुधवार को हरे रंग के कपड़े पहनें. बुधवार को 108 बार "ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः" मंत्र का जाप करें.
- पन्ना रत्न धारण करें (ज्योतिषी की सलाह से).
- गाय को हरा चारा खिलाएं और गौ सेवा करें.
- बहिन, बुआ, मौसी आदि का सम्मान करें.
- बुध का गोचर एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है जो विभिन्न राशियों पर अलग-अलग प्रभाव डालती है.
- इस गोचर के दौरान, व्यक्ति को अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान देने और आवश्यक उपाय करने की आवश्यकता होती है.
- बुध कला , लेखन और बौद्धिक कार्यों के कारक ग्रह हैं.