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ज्योतिषाचार्य ने बताया आखिर महिलाएं नंदी मुद्रा में पूजा क्यों करती हैं, क्या है महत्व ...

नंदी मुद्रा अक्सर महिलाएं पूजा करते समय अपनाती हैं. ऐसे में आइए जानते हैं भागवत किंकर हृदेश कृष्ण शास्त्री से आखिर महिलाएं नंदी मुद्रा में पूजा क्यों करती हैं और इसका महत्व क्या है.

ज्योतिषाचार्य ने बताया आखिर महिलाएं नंदी मुद्रा में पूजा क्यों करती हैं, क्या है महत्व ...
मान्यता है इस मुद्रा में भगवान शिव की पूजा (shiv pujan vidhi) करने से भगवान शिव अतिशीघ्र प्रसन्न होते हैं.

Nandi mudra puja Vidhi :  सावन का महीना सबसे अच्छा समय होता है, जब आप अपने प्रिय भगवान महादेव की पूजा अर्चना करके उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं. यह माह भगवान को बहुत प्रिय होता है और इस दौरान भोलेनाथ पृथ्वीलोक पर अपने ससुराल में देवी पार्वती के साथ निवास करते हैं और बहुत ही प्रसन्न मुद्रा में होते हैं. यही कारण सावन के महीने में पड़ने वाले सावन को उपवास रखते हैं और विधि-विधान से पूजा अर्चना करते हैं. 

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आपको बता दें कि भारतीय संस्कृति में पूजा-पाठ का एक विशेष स्थान है. हर देवी-देवता की पूजा करने की विधि और मुद्राएं अलग होती हैं, जिनके पीछे गहरा आध्यात्मिक और वैज्ञानिक महत्व छिपा होता है. नंदी मुद्रा भी इन्हीं में से एक है, जिसे अक्सर महिलाएं पूजा करते समय अपनाती हैं. ऐसे में आइए जानते हैं भागवत किंकर हृदेश कृष्ण शास्त्री से आखिर महिलाएं नंदी मुद्रा में पूजा क्यों करती हैं और इसका महत्व क्या है.

नंदी मुद्रा में पूजा क्यों करती हैं महिलाएं

नंदी मुद्रा भगवान शिव (lord shiva) को प्रसन्न करने के लिए एक विशेष प्रकार की मुद्रा है. इसमें पहली और आखिरी अंगुली को एकदम सीधा रखा जाता है, और बीच की दो अंगुलियों को अंगूठों से दबाकर रखा जाता है. इस मुद्रा में महिलाओं को नंदी की तरह बैठना पड़ता है. 

मान्यता है इस मुद्रा में भगवान शिव की पूजा (shiv pujan vidhi) करने से भगवान शिव अतिशीघ्र प्रसन्न होते हैं और महिलाओं को मनोवांछित फल प्रदान करते हैं. विशेषकर इस मुद्रा में पूजा करने से वैवाहिक जीवन सुखमय होता है. वहीं, जिन कन्याओं के विवाह में अड़चन आती है, इस मुद्रा में शिव की आराधना करने से सारी बाधाएं दूर होती हैं.

जैसा की हम सभी को पता है नंदी भगवान शिव की सवारी है. ऐसे में इस मुद्रा में बैठकर नंदी के मध्यम से भगवान शिव के पास अपनी याचना पहुंचाई जाती है. विशेषकर सावन में अगर इस तरीके से पूजन किया जाए तो निश्चित ही भगवान शिव की कृपा महिलाओं के ऊपर होती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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