सूर्य समय-समय पर लगभग एक महीने के लिए हर एक राशि में प्रवेश करते हैं, जिनमें से मकर और कुंभ राशि में प्रवेश सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है. बताया जाता है कि सूर्य (Surya) एक राशि में 30 दिनों तक रहता है. सूर्य देव (Surya Dev) अभी मकर राशि में हैं. लगभग एक माह तक वे हर राशि में क्रमश: रहते हैं. मकर के बाद वे कुंभ राशि (Kumbh Rashi) में प्रवेश करेंगे.
Kumbh Sankranti 2022: कब है कुंभ संक्रांति, जानिए शुभ मुहूर्त और महा पुण्य काल का समय
बता दें कि जिस समय वे मकर से कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे, वह सूर्य की कुंभ संक्रांति (Kumbh Sankranti) होगी. सूर्य का कुंभ राशि में गोचर आज 13 फरवरी दिन रविवार को हो रहा है. बता दें कि कुंभ संक्रांति के दिन दुर्लभ संयोग बन रहा है. इस दिन त्रिपुष्कर और प्रीति योग का निर्माण भी हो रहा है, जो कई तरह से सभी राशियों के लिए लाभकारी माना जाता है. इससे पहले 14 जनवरी के मकर संक्रांति मनाई गई थी.
Kumbh Sankranti 2022: कुंभ संक्रांति पर किया जाता है सूर्य चालीसा का पाठ
संक्रांति के दिन नदियों में स्नान करने के बाद सूर्य देव को जल अर्पित कर पूजा करने का विधान है. कुंभ संक्रांति के दिन संगम के तट पर कुंभ मेला लगता है. मान्यता है कि इस दिन स्नान दान, यम और सूर्य देवता की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती हैं. आइए जानते हैं कुंभ संक्रांति पर किन कार्यों को करना शुभ माना जाता है.
कुंभ संक्रांति पर बन रहा है खास संयोग | Kumbh Sankranti Special Coincidence
साल 2022 में कुंभ संक्रांति आज 13 फरवरी, रविवार को है. माना जा रहा है कि इस बार कुंभ संक्रांति पर विशेष संयोग बन रहे हैं. बता दें कि इस दिन त्रिपुष्कर और प्रीति योग का खास संयोग बन रहा है, जिसे काफी शुभ माना जाता है. कुंभ संक्रांति के दिन गंगा नदी या फिर त्रिवेणी संगम में स्नान करना मंगलकारी व फलदायी माना जाता है.
कुंभ संक्रांति का महत्व | Kumbh Sankranti Significance
सनातन धर्म में जिस तरह से पूर्णिमा, अमावस्या और एकादशी तिथि का विशेष महत्व होता है, उसी तरह से हर माह पड़ने वाली सूर्य संक्रांति को भी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. साल 2022 में कुंभ संक्रांति 13 फरवरी, रविवार के दिन पड़ रही है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कुंभ संक्रांति के दिन सभी पवित्र नदियों-सरोवरों में स्नान करके सूर्य देव को जल अर्पित करना शुभ माना जाता है. कहते हैं कि ऐसा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस दिन स्नान के साथ दान करने का भी विशेष महत्व है.
जानिए कुंभ संक्रांति के दिन क्या करें | Kumbh Sankranti Ke Din Kya Kare
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कुंभ संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान करके सूर्य देव को जल अर्पित करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.
कहते हैं कि कुंभ संक्रांति के दिन सुख-समृद्धि पाने के लिए मां गंगा की आरती करनी चाहिए.
कुंभ संक्रांति के दौरान गायों को अर्पित करना अत्यधिक शुभ माना जाता है.
कुंभ संक्रांति के दिन भगवान सूर्य की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करनी चाहिए. कहते हैं ऐसा करने से परिवार के सदस्यों के ऊपर मुसीबत नहीं आती है. साथ ही रोगों से छुटकारा मिलता है.
कुंभ संक्रांति के दिन वस्त्र और अन्न का दान करने से दोगुना पुण्य मिलता है.
इस दिन भगवान आदित्य की पूजा और उनके आर्शीवाद से जीवन के अनेक दोष भी दूर हो जाते हैं. कहते हैं कि ऐसा करने से प्रतिष्ठा और मान-सम्मान में भी वृद्धि होती है.
माना जाता है कि इस दिन सूर्य के बीज मंत्र का जाप करने से जल्द ही दुखों से छुटकारा मिलता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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