Janmashtami Bhog: भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोसत्व के रूप में धूमधाम से जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाता है. भक्त जन्माष्टमी का व्रत रखते हैं और रात के 12 बजे भगवान का जन्मोत्सव मनाते हैं. इस अवसर पर भगवान को छप्पन भोग (Chappan Bhog) लगाने की परंपरा है. इस छप्पन भोग में चार रस के छप्पन तरह के पकवान प्रभु को चढ़ाए जाते हैं. भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप कान्हा को छप्पन भोग में शामिल सभी व्यंजन अति प्रिय हैं. जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण छप्पन भोग लगाने से उनकी असीम कृपा प्राप्त होती है.आइए जानते हैं क्या होता है छप्पन भोग और इसमें चार रस के कौन कौन से पकवान शामिल होते हैं.
Janmashtami 2024: किस तरह किया जाता है जन्माष्टमी का व्रत, जानिए पूजन विधि और ध्यान रखने वाली बातें
क्यों है छप्पन भोग की परंपरा
मान्यता है कि माता यशोदा भगवान के बाल रूप कान्हा को सप्ताह के सात दिन के आठों पहर को अलग-अलग पकवान खिलाया करती थीं. सात दिन के आठ पहर के कुल पकवानों की संख्या छप्पन होती है इसलिए प्रभु के जन्मोत्सव पर उन्हें छप्पन भोग चढ़ाने की परंपरा है. इसमें भगवान श्रीकृष्ण (Lord Krishna) के प्रिय व्यंजन शामिल हैं और ये दूध से बनी चीजें होती हैं जिनकी शुद्धता का खास ध्यान रखा जाता है.
छप्पन भोग में शामिल पकवान- मिठाई में खीर, रबड़ी, रसगुल्ला, मूंग का हलवा, जीरा लड्डू, जलेबी, माहन भोग, घेवर और पेड़ा
- फलों में आम, केला, अंगूर, आलूबुखारा और सेब
- पेय में बादाम का दूध, नारियल पानी, लस्सी, चाय
- व्यंजनों में साग, कढ़ी, पकौड़े, चावन, दही, पापड़, चीला, खिचड़ी, बैंगन की सब्जी, टिक्की, पूड़ी, दूध की सब्जी, मीठे चावल, भुजिया, पापड़
- सूखे मेवों में बादाम, काजू, इलायची, पिस्ता
- आचार और नमकीन में शक्कर पारा, चटनी, मुरब्बा, सौंफ, पान और सुपारी
- दूध से बनी चीजों में घी, मक्खन मिश्री, लौंगपुरी, खुरमा, खजला, घेवर, मालपुआ, चोला, जलेबी, मेसु और रसगुल्ला
भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप कान्हा (Kanha) को छप्पन भोग में शामिल सभी व्यंजन अति प्रिय है. इस जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आप भी इन व्यंजनों को बनाकर का कान्हा के लिए छप्पन भोग तैयार कर सकते हैं और प्रभु की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं