
Dussehra 2025 puja rituals and traditions: सनातन परंपरा में आश्विनमास के शुक्लपक्ष की दशमी तिथि को विजयादशमी या फिर दशहरा महापर्व के रूप में जाना जाता है. यह पावन अधर्म पर धर्म और असत्य पर सत्य की जीत का पावन पर्व है. हिंदू मान्यता के अनुसार इसी दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध करके धर्म को पुनर्स्थापित किया था. दशहरा न सिर्फ भगवान राम की लंका विजय का उत्सव मनाने का बल्कि और भी मान्यताओं और परंपराओं से जुड़ा हुआ है. आइए दशहरे से जुड़ी 10 बड़ी बातों के बारे में विस्तार से जानते हैं.
1. दशहरा का अर्थ
दशहरा संस्कृत भाषा से निकला हुआ शब्द है. जिसमें दस और हारा का तात्पर्य दस सिरों वाले रावण यानि दशानन की पराजय है.
2. देवी दुर्गा की विशेष पूजा
हिंदू मान्यता के अनुसार रावण से युद्ध करने से पहले भगवान श्री राम ने शक्ति की विशेष साधना की थी, जिसके बाद उन्हें उस पर विजयश्री प्राप्त हुई थी.

3. भगवान राम और मां सीता की पूजा
दशहरा के दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम और माता सीता की विधि-विधान से पूजा करने पर अनंत पुण्यफल की प्राप्ति होती है. हिंदू मान्यता के अनुसार श्रीराम और मां सीता की कृपा से पूरे साल साधक को सुख-सौभाग्य बना रहता है.
4. शमी वृक्ष का पूजन
हिंदू मान्यता के अनुसार दशहरे के दिन शमी के पेड़ पूजा करने पर व्यक्ति को विजय का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उसके जीवन से जुड़ी सभी बाधाएं दूर होती हैं. इस पूजा की पवित्रता को इस प्रकार भी समझा जा सकता है कि महाराष्ट्र में लोग इसे सोने का प्रतीक मानकर एक-दूसरे को देते हैं. यह सुख-सौभाग्य और समृद्धि का कारक माना जाता है.

5. आयुध पूजा
दशहरे के दिन आयुध या फिर कहें शस्त्र पूजा की परंपरा है. हिंदू मान्यता के अनुसार इस दिन जीवन की रक्षा के काम आने वाले शस्त्र की विशेष पूजा करनी चाहिए. शस्त्र के साथ व्यक्ति अपने औजारों, मशीनों और अपने वाहन की भी विशेष पूजा करता है.
6. शिव तांडव स्तोत्र का पाठ
हिंदू मान्यता के अनुसार लंकापति रावण एक महान शिव भक्त था. जिसके लिखे हुए शिव तांडव स्तोत्र का यदि कोई विजयादशमी के दिन पाठ करता है तो महादेव की कृपा से उसके सारे काम समय पर पूरे होते हैं.

7. नीलकंठ के दर्शन
हिंदू मान्यता के अनुसार दशहरे के दिन नीलकंठ का दर्शन बेहद शुभ माना गया है. मान्यता है कि यदि किसी व्यक्ति को दशहरे के दिन नीलकंठ पक्षी दिख जाए तो उसका पूरा साल गुडलक लिए रहता है.
8. प्रकाश उत्सव (दिवाली) आने का संकेत
दशहरे का महापर्व दिवाली के ठीक 20 दिन पहले मनाया जाता है और यह उस दिवाली के आगमन का संकेत होता है, जो भगवान श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण के अयोध्या वापस लौटने की खुशी में मनाई गई थी.

9. खरीददारी के लिए बेहद शुभ
हिंदू मान्यता के अनुसार दशहरे का दिन सोना-चांदी, सुख-सुविधा से जुड़े सामान, वाहन, कपड़े आदि को खरीदने के लिए बेहद शुभ माना गया है. मान्यता है कि इस दिन खरीदा गया सामान शुभता लिए होता है.
10. रावण दहन
दशहरे के दिन रामलीला का सबसे महत्वपूर्ण प्रसंग प्रस्तुत किया जाता है. इस दिन राम और रावण के युद्ध का मंचन और और रावण दहन की परंपरा को निभाया जाता है. मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के द्वारा रावण वध और रामराज्य को स्थापित करने के साथ रामलीला पूर्ण होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं