BMC चुनावों की बढ़ती सरगर्मियों के बीच राजनीतिक अखाड़े में छत्रपति शिवाजी महाराज की ऐतिहासिक ‘जगदंबा तलवार' का प्रवेश एक निर्णायक मोड़ लेकर आया है. जहां एक ओर ठाकरे बंधु अपनी राजनीतिक पहचान को मजबूत करने के लिए लगातार ‘मराठी अस्मिता' और ‘मराठी मानुष' के भावनात्मक मुद्दों पर जोर दे रहे हैं. वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने अब इस विमर्श का रुख मोड़ने के लिए एक शक्तिशाली प्रतीकात्मक दांव चला है. बीजेपी ने शिवाजी महाराज के शौर्य और महाराष्ट्र के गौरव का प्रतीक मानी जाने वाली ‘जगदंबा तलवार' की एक भव्य प्रतिकृति को राजनीति के केंद्र में स्थापित कर दिया है.
जगदंबा तलवार की स्थापना और उद्घाटन किया जाएगा
22 दिसंबर को सुबह 11 बजे घाटकोपर में छत्रपति शिवाजी महाराज की विश्व की सबसे बड़ी जगदंबा तलवार की स्थापना और उद्घाटन किया जाएगा. इस कार्यक्रम का उद्घाटन भाजपा विधायक राम कदम करेंगे. 17 फीट ऊंची जगदंबा तलवार, जिसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने की बात कही जा रही है, का स्वागत ढोल-ताशों, गुलाल और फूलों की वर्षा के साथ किया जाएगा. इस अवसर पर भव्य ‘शिव जल्लोष' आयोजित हुआ. कार्यक्रम का आयोजन संघानी गार्डन, एलबीएस रोड, घाटकोपर में किया गया.
Mumbai, Maharashtra: The world's largest Jagdamba sword of Chhatrapati Shivaji Maharaj, which will be recorded in the Guinness Book of Records, was welcomed today in Mumbai's Ghatkopar area with drums, trumpets, Gulal and flowers pic.twitter.com/Y7J5HQh766
— IANS (@ians_india) December 22, 2025
यह प्रतिकृति महज एक शोपीस नहीं, बल्कि एक विशाल राजनीतिक संदेश है; यह 17 फीट ऊंची है और इसे 400 से अधिक बहुमूल्य रत्नों से जड़ा गया है, जिसे पार्टी द्वारा विश्व की सबसे बड़ी ‘जगदंबा तलवार' बताया जा रहा है. आज, इस प्रतिकृति की विधिवत स्थापना की गई, जिसके उपलक्ष्य में एक विशाल शोभायात्रा निकाली गई. सैकड़ों की संख्या में शिवभक्तों ने ढोल-नगाड़ों के साथ इस शोभायात्रा में हिस्सा लिया, जो मुंबई के विभिन्न महत्वपूर्ण इलाकों से होकर गुजरी. यह आयोजन न केवल धार्मिक उत्साह का प्रदर्शन था, बल्कि बीएमसी चुनाव से पहले मराठी मतदाताओं के बीच भाजपा का एक बड़ा शक्ति प्रदर्शन भी था.
पारंपरिक वोट बैंक और ‘गढ़' में सेंध लगाने की कोशिश
बीजेपी के इस कदम को ठाकरे परिवार के पारंपरिक वोट बैंक और ‘गढ़' में सेंध लगाने की एक सोची-समझी रणनीति के तौर पर देख रहे हैं. भाजपा इस ऐतिहासिक प्रतीक का उपयोग करके उन मराठी मतदाताओं के साथ सीधे भावनात्मक तार जोड़ना चाहती है जो शिवाजी महाराज की विरासत से गहरे जुड़े हुए हैं. इस प्रतीकात्मक हस्तक्षेप से, भाजपा मराठी अस्मिता के मुद्दे को क्षेत्रीय पहचान से हटाकर, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक गौरव के मंच पर ले आई है.
भले ही मूल जगदंबा तलवार वर्तमान में लंदन के रॉयल म्यूज़ियम में संरक्षित है. लेकिन इसकी प्रतिकृति की यह भव्य एंट्री बीएमसी चुनाव से पहले मराठी अस्मिता से जुड़े मतदाताओं को साधने और मुंबई की सत्ता की लड़ाई में खुद को मराठी गौरव के सबसे बड़े ध्वजवाहक के रूप में स्थापित करने की भाजपा की महत्वाकांक्षी रणनीति को उजागर करती है.
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