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Disha Shool: दिशाशूल क्या होता है? जानें दिशाओं से जुड़े दोष और उनसे बचने के अचूक उपाय 

Disha Shool Kya Hota Hai: हिंदू धर्म में जिस तरह किसी भी काम को करने से पहले पंचांग के जरिए शुभ-अशुभ समय का विचार किया जाता है, कुछ वैसे ही घर से बाहर निकलते समय दिशाशूल पर विचार किया जाता है. आखिर क्या होता है ये दिशा शूल? क्या इसका भी होता है कोई ज्योतिष उपाय, जानने के लिए पढ़ें ये लेख. 

Disha Shool: दिशाशूल क्या होता है? जानें दिशाओं से जुड़े दोष और उनसे बचने के अचूक उपाय 
Disha Shool Ke Niyam: दिशाशूल के नियम और उससे जुड़े अचूक उपाय
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Disha shool Rules: सनातन परंपरा में जिस प्रकार किसी भी कार्य में शुभता और सफलता की कामना लिए हुए मुहूर्त आदि देखा जाता है, उसी प्रकार किसी यात्रा अथवा कार्य विशेष को करने के लिए दिशाशूल के बारे में विचार होता है. यह मुख्य रूप से किसी दिशा विशेष की ओर की जाने वाली यात्रा से संबंधित होता है. यदि आप इस कामना को लिए हुए अपने घर से निकल रहे हैं कि वह बगैर बाधा के मनचाहे तरीके से पूरा हो और आप उसमें मनचाह लाभ प्राप्त करके घर लौटें तो आपको दिशाशूल का विचार करना जरूरी हो जाता है. आइए दिशाओं से संबंधित दोष और उससे जुड़े उपाय के बारे में विस्तार से जानते हैं.

किस दिन किस दिशा में होता दिशाशूल?

ज्योतिष के अलग-अलग दिनों में अलग-अलग दिशाओं से संबंधित दोष होते हैं. ऐसे में व्यक्ति को शुभता-अशुभता का ख्याल रखते हुए ही अपनी यात्रा की योजना बनाना चाहिए. आइए दिशाशूल के पूरे चार्ट को देखकर इसे समझने की कोशिश करते हैं. 

  • सोमवार और शनिवार : सप्ताह के इन दोनों दिनों में व्यक्ति को दिशाओं से संबंधित दोष से बचने के लिए पूर्व दिशा की ओर से यात्रा करने से बचना चाहिए. 
  • रविवार और शुक्रवार : ज्योतिष के अनुसार रविवार और शुक्रवार के दिन व्यक्ति को पश्चिम दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए. 
  • गुरुवार : ज्योतिष के अनुसार गुरुवार के दिन दक्षिण दिशा में दोष रहता है. ऐसे में दिशाशूल के दुष्प्रभाव से बचने के लिए इस ओर की जाने वाली यात्रा को टालना चाहिए. 
  • मंगलवार और बुधवार : मंगल और बुध इन दो दिनों में व्यक्ति को उत्तर दिशा से संंबंधित कार्य को टालना चाहिए क्योंकि इन दोनों दिन दिशाशूल के चलते काम में बाधा आने की आशंका बनी रहती है.
  • ज्योतिष के अनुसार गुरुवार के दिन अग्निकोण, शुक्रवार के दिन नैऋत्य कोण, मंगलवार के दिन वायव्य कोण और शनिवार के दिन ईशान कोण में दिशाशूल रहता है. 

दिशाशूल से बचने का उपाय

अगर आपको किसी दिन उस दिशा में जाना हो, जिस ओर दिशाशूल हो तो उससे संबंधित दोष से बचने के लिए आपको दिन के हिसाब से नीचे बताए गये सरल सनातनी उपाय करना चाहिए. 

  • रविवार के दिन दलिया और घी खाकर घर से निकलें. 
  • सोमवार के दिन आईना देखकर यात्रा प्रारंभ करें. 
  • मंगलवार के दिन दिशाशूल के दोष से बचने के लिए गुड़ खाकर यात्रा पर जाएं. 

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  • बुधवार के दिन तिल और धनिया खाकर निकलने से दिशाशूल का प्रभाव नहीं रहता है. 
  • गुरुवार के दिन दही खाकर निकलने से दिशाशूल के दोष से बचाव होता है. 
  • शुक्रवार के दिन दिशाशूल से बचने के लिए जौ खाकर घर से निकलें. 
  • शनिवार के दिन दिशा से संबंधित दोष से बचने के लिए अदरक या उड़द की दाल खाकर घर से निकलें. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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