एक ओर जहां देश के कई हिस्सों में आज (14 जनवरी) मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का त्योहार मनाया जा रहा है, तो वहीं दक्षिण भारत में पोंगल (Pongal) के पर्व को धूमधाम से सेलिब्रेट किया जा रहा है. दक्षिण भारत के खास त्योहार पोंगल का उत्सव (Pongal Festival) चार दिनों तक मनाया जाता है. नई फसल को लेकर सूर्य भगवान (Lord Surya Dev) को धन्यवाद देने और खुशियां मनाने के इस पर्व पर सूर्य देव की पूजा की जा रही है. पोंगल का पर्व मुख्य रूप से तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. फसल का त्योहार पोंगल भगवान सूर्य देव (Lord Surya Dev) को समर्पित है. आज के दिन लोग अपने घरों को सजाते हैं और अपने घरों के प्रवेश द्वार पर रंगोली (Rangoli) बनाते हैं. बता दें कि तमिलनाडु में इस दिन कई जगह रंगोली की प्रतियोगिता भी होती है. अगर आप भी पोंगल के इस पर्व पर अपने घर-आंगन की खूबसूरती में चार चांद लगाना चाहती हैं, तो इन रंगोली डिजाइन (Latest Rangoli Designs) से आइडियाज ले सकती हैं.
रंगोली का महत्व
रंगोली बनाने का खास महत्व है. मान्यता है कि देवी देवताओं के स्वागत और विशेषतः मां लक्ष्मी के लिए इसको घर के मुख्य द्वार पर बनाया जाता है. रंगोली में ज्यादातर स्वस्तिक, कमल का फूल या फिर लक्ष्मी जी के पदचिह्न बनाए जाते हैं. माना जाता है कि ये रंगोली समृद्धि और मंगलकामना का संकेत देती है. तीज-त्योहारों के दिन घर के मुख्य दरवाजे पर रंगोली बनाने की एक खास परंपरा है. रंगोली एक विशेष प्रकार की कलाकृति है, जो विभिन्न रंगों और आकृतियों में बनाई जाती है. माना जाता है कि यह एक यंत्र की तरह की कार्य करता है. कहते हैं कि रंगोली घरों से नकारात्मक ऊर्जा को भी दूर करती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं