Chhath Puja 2022 Geet: नहाय-खास (Nahay Khay 2022) के साथ आज से चार दिवसीय छठ पूजा की शुरुआत हो रही है. इस क्रम में 29 अक्टूबर को छठ का खरना (Chhath Kharna 2022) किया जाएगा. इसके अगल दिन यानी 30 अक्टूबर को संध्याकालीन अर्घ्य दिया जाएगा. वहीं 31 अक्टूबर को सुबह में उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. छठ पूजा के दौरान व्रती पारंपरिक छठ गीतों (Chhath Puja Geet) को सुनते हुए छठी मैया के लिए प्रसाद तैयार करती हैं. छठ घाट पर लोग बेहद उत्साह के साथ कुछ पारंपरिक गीतों को सुनते हैं. दरअसल छठी मैया के ये गीत (chhathi maiya ke geet) लोगों को परंपरा के जोड़ते हैं. शारदा सिन्हा के स्वर में छठ पूजा के गीत (sharda sinha chhath geet) मनभावन लगते हैं. आइए जानते हैं छठ पूजा के कुछ खास गीतों (chhath special sings) के बारे में, जिसके बिना छठ पर्व सूना-सूना लगता है.
छठ पूजा के गीत | Chhath Puja Songs
सोना सट कुनिया, हो दीनानाथ
हे घूमइछा संसार, हे घूमइछा संसार
सोना सट कुनिया, हो दीनानाथ
हे घूमइछा संसार, हे घूमइछा संसार
आन दिन उगइ छा हो दीनानाथ
आहे भोर भिनसार, आहे भोर भिनसार
आजू के दिनवा हो दीनानाथ
हे लागल एती बेर, हे लागल एती बेर
बाट में भेटिए गेल गे अबला
एकटा अन्हरा पुरुष, एकटा अन्हरा पुरुष
अंखिया दियेते गे अबला
हे लागल एती बेर, हे लागल एती बेर
बाट में भेटिए गेल गे अबला
एकटा बाझिनिया, एकटा बाझिनिया
बालक दियेते गे अबला
हे लागल एती बेर, हे लागल एती बेर
केलवा के पात पर
केलवा के पात पर उगेलन सुरुज मल झांके ऊंके
केलवा के पात पर उगेलन सुरुज मल झांके ऊंके
हो करेलु छठ बरतिया से झांके ऊंके
हम तोसे पूछी बरतिया ऐ बरितया से केकरा लागी
हम तोसे पूछी बरतिया ऐ बरितया से केकरा लागी
हे करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी
हे करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी
हमरो जे बेटवा पवन ऐसन बेटवा से उनके लागी
हमरो जे बेटवा पवन ऐसन बेटवा से उनके लागी
हे करेलू छठ बरतिया से उनके लागी
हे करेलू छठ बरतिया से उनके लागी
अमरुदिया के पात पर उगेलन सुरूज मल झांके झुके
अमरुदिया के पात पर उगेलन सुरूज मल झांके झुके
हे करेलु छठ बरतिया से झांके झुके
हे करेलु छठ बरतिया से झांके झुके
हम तोसे पूछी बरतिया ए बरितिया से केकरा लागी
हम तोसे पूछी बरतिया ए बरितिया से केकरा लागी
हे करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी
हे करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी
हमरो जे स्वामी पवन एसन स्वामी उनके लागी
हमरो जे स्वामी पवन एसन स्वामी उनके लागी
हे करेली छठ बरतिया से उनके लागी
हे करेली छठ बरतिया से उनके लागी
नारियर के पात पर उगेलन सुरूजमल झांके झूके
नारियर के पात पर उगेलन सुरूजमल झांके झूके
हे करेलू छठ बरतिया से झांके झूके
हे करेलू छठ बरतिया से झांके झूके
हम तोसे पूछी बरतिया ए बरतिया से केकरा लागी
हम तोसे पूछी बरतिया ए बरतिया से केकरा लागी
हे करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी
हे करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी
हमरो जे बेटी पवन ऐसन बेटिया से उनके लागी
हमरो जे बेटी पवन ऐसन बेटिया से उनके लागी
हे करेलू छठ बरतिया से उनके लागी
हे करेलू छठ बरतिया से उनके लागी
पहिले पहिल हम कईनी
पहिले पहिल हम कईनी
छठी मईया व्रत तोहार
करिहा क्षमा छठी मईया
भूल-चूक गलती हमार
सब के बलकवा के दिहा
छठी मईया ममता-दुलार
पिया के सनईहा बनईहा
मईया दिहा सुख-सार
नारियल-केरवा घोउदवा
साजल नदिया किनार
सुनिहा अरज छठी मईया
बढ़े कुल-परिवार
घाट सजेवली मनोहर
मईया तोरा भगती अपार
लिहिएं अरग हे मईया
दिहीं आशीष हजार
पहिले पहिल हम कईनी
छठी मईया व्रत तोहर
करिहा क्षमा छठी मईया
भूल-चूक गलती हमार
ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से
ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से
ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से
ओह पर सुगा मेड़राए
मारबो रे सुगवा धनुख से
सुगा गिरे मुरझाए
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से
आदित होई ना सहाय
ऊ जे नारियर जे फरेला खबद से
ओह पर सुगा मेड़राए
मारबो रे सुगवा धनुख से
सुगा गिरे मुरझाए
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से
आदित होई ना सहाय
अमरुदवा जे फरेला खबद से
ओह पर सुगा मेड़राए
मारबो रे सुगवा धनुख से
सुगा गिरे मुरझाए
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से
आदित होई ना सहाय
शरीफवा जे फरेला खबद से
ओह पर सुगा मेड़राए
मारबो रे सुगवा धनुख से
सुगा गिरे मुरझाए
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से
आदित होई ना सहाय
ऊ जे सेववा जे फरेला खबद से
ओह पर सुगा मेड़राए
मारबो रे सुगवा धनुख से
सुगा गिरे मुरझाए
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से
आदित होई ना सहाय
सभे फलवा जे फरेला खबद से
ओह पर सुगा मेड़राए
मारबो रे सुगवा धनुख से
सुगा गिरे मुरझाए
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से
आदित होई ना सहाय
कबहुँ ना छूटी छठि मइया
हमनी से बरत तोहार
हमनी से बरत तोहार
तहरे भरोसा हमनी के,
छूटी नाही छठ के त्योहार
छूटी नाही छठ के त्योहार
अपने सरन में ही रखिह,
दिह आसिस हज़ार
दिह आसिस हज़ार
गोदिया भराईल छठी मइय्या,
बाटे राऊर किरपा अपार
बाटे राऊर किरपा अपार
चाहें रहब देसवा बिदेसवा,
छठ करब हम हर बार
छठ करब हम हर बार
डूबतो सुरुज के जे पूजे,
इहे बाटे हमर बिहार
इहे बाटे हमर बिहार
फलवा दउरवा सजाके,
अईनी हम घाट पे तोहार
अईनी हम घाट पे तोहार
दिहनी अरघ छठी मईया,
करीं हमर आरती स्वीकार
करीं हमर आरती स्वीकार
कबहुँ ना छूटी छठि मइया,
हमनी से बरत तोहार
हमनी से बरत तोहार
तहरे भरोसा हमनी के,
छूटी नाही छठ के त्योहार
छूटी नाही छठ के त्योहार
छूटी नाही छठ के त्योहार
छूटी नाही छठ के त्योहार
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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