पहलगाम में आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. भारत की ओर से पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए किसी ठोस सैन्य कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत आतंकवादियों और उनके ढांचे के समूल नाश के लिए प्रतिबद्ध है. इसके लिए सेना को पूरी छूट दी गई है. कार्रवाई कब कहां और कैसे होगी ये सेना तय करेगी. इस सिलसिले में आज शाम प्रधानमंत्री निवास में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के अध्यक्ष शामिल रहे.

भारत के पास 14,55,550 सक्रिय सैन्य अफसर और जवान
सिंधु नदी समझौते को स्थगित करने और कई अन्य गंभीर फैसलों के बाद भारत आगे क्या कार्रवाई करेगा. ये तो आने वाले दिनों में ही साफ होगा. लेकिन इस बीच भारत और पाकिस्तान की सैन्य क्षमताओं का भी विश्लेषण किया जा रहा है. इस मामले अगर सैनिकों के संख्याबल की बात करें तो ग्लोबल फायर पावर इंडेक्स के मुताबिक मैनपावर यानी सैनिकों की संख्या के मामले में भारत भारी पड़ता है. भारत के पास 14,55,550 सक्रिय सैन्य अफसर और जवान हैं. पाकिस्तान के पास 6,54,000 सक्रिय सैन्य अफसर और जवान हैं. यानी भारत के पास दोगुने से भी ज़्यादा सैन्य अफसर और जवान हैं.

भारत के पास 513 लड़ाकू विमान
रिजर्व सैनिकों के मामले में भी भारत काफी आगे है. भारत के पास 11,55,000 रिजर्व सैनिक हैं. पाकिस्तान के पास 5,50,000 रिजर्व सैनिक हैं. यहां भी भारत की ताकत दोगुनी है. भारत और पाकिस्तान की वायुसेना की अक्सर तुलना होती है. इस पहलू की बात करें तो ग्लोबल फायर पावर इंडेक्स के मुताबिक भारत के पास कुल विमानों की संख्या 2,229 है. पाकिस्तान के पास कुल विमानों की संख्या 1,399 है. इनमें भी अगर लड़ाकू विमानों को देखा जाए तो भारत के पास 513 लड़ाकू विमान हैं. पाकिस्तान के पास 328 लड़ाकू विमान हैं.
रफाल लड़ाकू विमान सबसे खास
लड़ाकू विमानों में भारत के लिए फ्रांस से ख़रीदे गए रफाल लड़ाकू विमान सबसे खास रहेंगे, इसके अलावा भारत के लड़ाकू विमानों के बेड़े में फ्रांस से ही पूर्व में खरीदे गए मिराज 2000 और जगुआर विमान बड़ी भूमिका निभाने को तैयार हैं. इनके अलावा भारतीय वायुसेना का एक और बड़ा हथियार है. रूस से ख़रीदा गया मल्टीरोल फाइटर जेट सुखोई Su-30 जो अपनी फुर्ती और लंबी दूरी तक मार करने की क्षमताओं के लिए जाना जाता है. ये सभी अत्याधुनिक मिसाइलों के साथ दुश्मन पर अचूक हमले कर सकते हैं. इनके अलावा मिग 29 और तेजस लड़ाकू विमानों से भारत की हवाई ताक़त को और धार मिल जाती है. इसके मुक़ाबले पाकिस्तान की वायुसेना के बेड़े में भी कुछ अत्याधुनिक लड़ाकू विमान हैं. जैसे J-10C जो 4.5 जनरेशन का मल्टीरोल फाइटर जेट है जिसे पाकिस्तान ने दो साल पहले ही चीन से खरीदा है. ये लंबी दूरी की मिसाइलों से लैस हो सकता है. इसके अलावा चीन से ही ख़रीदा गया JF-17 भी 4.5 जनरेशन का मल्टीरोल फाइटर है जो पाकिस्तान वायुसेना की रणनीति में अहम भूमिका निभा सकता है. पाकिस्तान के पास अमेरिका में बने एफ़-16 लड़ाकू विमानों का भी पुराना बेड़ा है जो उसकी रणनीति में अहम रह सकता है.

ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के मामले में भारत काफी आगे
भारत के पास 270 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 64 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट हैं. हेलीकॉप्टर्स की बात करें तो भारत के पास कुल 899 हेलीकॉप्टर हैं. पाकिस्तान के पास कुल 373 हेलीकॉप्टर हैं. इनमें भी अगर अटैक हेलीकॉप्टर्स का आंकड़ा देखें तो भारत के पास 80 अटैक हेलीकॉप्टर्स हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 57 अटैक हेलीकॉप्टर्स हैं.
जमीनी लड़ाई की स्थिति में किसके पास कितनी ताकत है. अब इसका जायजा लेते हैं. पहले ये देखते हैं कि टैंकों के मामले में किसकी ताकत कितनी है. भारत के पास 4,201 टैंक हैं. पाकिस्तान के पास 2,627 टैंक हैं. किसी भी युद्ध में बख़्तरबंद गाड़ियों की बड़ी भूमिका होती है, वो जवानों और रसद को लाने ले जाने में अहम होती हैं. उनपर सामान्य गोलीबारी का असर नहीं होता. भारत के पास 1,48,594 बख़्तरबंद गाड़ियां हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 17,516 बख़्तरबंद गाड़ियां हैं.

अगर तोपखाने की बात करें तो भारत के पास 3,975 तोपें हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 2,629 तोपें हैं. नौसेना की ताकत में भी भारत भारी ठहरता है. भारत के नौसैनिक बेड़े में 293 जहाज हैं. पाकिस्तान के नौसैनिक बेड़े में 121 जहाज हैं.
एयरक्राफ्ट कैरियर के मामले में भारत के पास दो एयरक्राफ्ट कैरियर हैं, INS विक्रमादित्य और INS विक्रांत. इनमें खास बात ये है कि INS विक्रांत को पूरी तरह से भारत में तैयार किया गया है, जबकि पाकिस्तान के पास कोई एयरक्राफ्ट कैरियर नहीं है.
नौसेना में पनडुब्बी की बात करें तो भारत के पास 18 पनडुब्बी हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 8 पनडुब्बियां हैं. नौसेना के विध्वंसक युद्धपोतों की बात की जाए तो भारत के पास 13 विध्वंसक युद्धपोत हैं. जबकि पाकिस्तान के पास कोई विध्वंसक युद्धपोत नहीं है.
और अब देखते हैं नौसेना में फ्रिगेट्स में मुकाबला कैसा है. फ्रिगेट्स वो मध्यम आकार के जहाज होते हैं जो बड़े युद्धपोतों की सुरक्षा के लिए साथ चलते हैं और जरूरत पड़ने पर दुश्मन पर हमला भी कर देते हैं. पनडुब्बियों से भी निपट सकते हैं. भारत के पास 14 फ्रिगेट हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 9 फ्रिगेट हैं.
जब भी बात भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य ताकत की आती है तो परमाणु बमों का ज़िक्र ज़रूर होता है. जबकि ये तथ्य है कि परमाणु बमों को हमले के बजाय युद्ध से बचने के उपाय यानी deterrent के तौर पर देखा जाता है. परमाणु बम से लड़ाई का मतलब है कि लड़ाई ही लगभग ख़त्म. अब ये जायज़ा भी ले लेते हैं कि इस मामले में भारत और पाकिस्तान के पास कितनी ताक़त बताई जाती है. हालांकि, दोनों ही देशों द्वारा इसे लेकर कभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई. लेकिन Federation of American Scientists (FAS) द्वारा जारी Status of World Nuclear Forces की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक भारत के पास क़रीब 180 परमाणु हथियार हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 170 परमाणु हथियार हैं. दोनों ही देशों के पास इन हथियारों को ज़मीन, समुद्र और हवा से मार करने की क्षमता है. भारत और पाकिस्तान के बीच कई अन्य पैमानों पर भी क्षमताओं का हम आने वाले दिनों में करेंगे विश्ले
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