प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश पुलिस के कांस्टेबल नरेंद्र को कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) अवैध रूप से हासिल करने और बेचने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
नरेंद्र को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कानपुर से हिरासत में लिया था जहां वह आईजी कार्यालय में निगरानी प्रकोष्ठ के साथ जुड़ा था। उसे रविवार को दिल्ली लाया गया और उससे यह जानने के लिए पूछताछ की गई क्या इसमें वह अकेला था या फिर दूसरे पुलिसकर्मी भी शामिल थे।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र यादव ने ताया कि अब इस कांस्टेबल का आमना-सामना एक अन्य आरोपी जयवीर सिंह से कराया जाएगा।
पुलिस ने एक बड़े जासूसी गिरोह का भंडाफोड़ किया था जिसमें निजी जासूसी एजेंसियां शामिल थीं। मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी पहले की गई थी। यह गिरोह ग्राहकों को मोटी रकम के एवज में सीडीआर मुहैया कराता था।
नरेंद्र को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कानपुर से हिरासत में लिया था जहां वह आईजी कार्यालय में निगरानी प्रकोष्ठ के साथ जुड़ा था। उसे रविवार को दिल्ली लाया गया और उससे यह जानने के लिए पूछताछ की गई क्या इसमें वह अकेला था या फिर दूसरे पुलिसकर्मी भी शामिल थे।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र यादव ने ताया कि अब इस कांस्टेबल का आमना-सामना एक अन्य आरोपी जयवीर सिंह से कराया जाएगा।
पुलिस ने एक बड़े जासूसी गिरोह का भंडाफोड़ किया था जिसमें निजी जासूसी एजेंसियां शामिल थीं। मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी पहले की गई थी। यह गिरोह ग्राहकों को मोटी रकम के एवज में सीडीआर मुहैया कराता था।
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