दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत (Kailash Gehlot) ने शुक्रवार को कलस्टर बसों में ई-टिकटिंग ऐप 'चार्टर' के दूसरे चरण के ट्रायल का निरीक्षण किया. उन्होंने परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ 429 नंबर रूट की बसों में सफ़र किया और इस ऐप का ही इस्तेमाल कर टिकट भी ख़रीदा .
दिल्ली परिवहन विभाग ने अपनी क्लस्टर बसों में कॉन्टैक्टलेस ई-टिकटिंग ऐप 'चार्टर ' के ट्रायल का दूसरा चरण शुरू किया है. यह ट्रायल परिवहन मंत्री द्वारा गठित एक विशेष टास्कफोर्स द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा, जिसमे परिवहन विभाग, इंद्रप्रस्थ सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT-D), दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मोडल ट्रांजिट सिस्टम लिमिटेड (DIMTS), दिल्ली परिवहन निगम (DTC) और वर्ल्ड रिसोर्सेज इंस्टिट्यूट (WRI) के विशेषज्ञ शामिल हैं.
पहले चरण के ट्रायल के दौरान ऐप में जो भी कमियां सामने आईं थीं उन्हें ट्रायल के इस दूसरे चरण में दूर कर दिया गया है. यह ऐप अब और भी कई नए फीचर्स को सपोर्ट करता है. इस मोबाइल ई-टिकटिंग ऐप को इंद्रप्रस्थ सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली के तकनीकी सहयोग से विकसित किया गया है. 'चार्टर' ऐप का ट्रायल पहले चरण में रूट नंबर 473 की सभी क्लस्टर बसों तीन दिनों के लिए किया गया था.
ऐसे करता है काम
यात्री, बस में चढ़ने के बाद इस मोबाइल ऐप के माध्यम से ई-टिकट ले सकते हैं. गूगल प्लेस्टोर पर यह एप अब फुल वर्जन में उपलब्ध है. यात्री चाहें तो ऐप URL प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9910096264 पर ''Hi'' लिख कर भी भेज सकतें हैं . इस ऐप में एक उपयोगकर्ता बस के सभी स्टॉपेज को भी देख सकता है और स्टॉप का नाम लिखकर यह भी देख सकता है की अगले आधे घंटे में कौन-कौन सी बसें आने वालीं हैं .
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बस में यात्रा के दौरान यात्रा के अपेक्षित समय को रियल टाइम में अपडेट किया जाता है. और जैसे ही यात्री अपने गंतव्य पर पहुंचता है, वैसे ही टिकट अमान्य हो जाता है. यदि कोई उपयोगकर्ता टिकट का किराया जानता है, तो वह ऐप में "BY FARE" पर क्लिक कर सकता है और बस का क्यूआर कोड स्कैन करने के बाद भुगतान विकल्प के द्वारा भुगतान कर टिकट खरीद सकता है. यदि कोई उपयोगकर्ता रूट , सोर्स और गंतव्य को जानता है, तो वह "बाय डेस्टिनेशन" पर क्लिक कर सकता है. बस रूट और स्रोत स्टॉप का चयन करने के बाद , गंतव्य स्टॉप का चयन करना पड़ता है , फिर बस क्यूआर कोड को स्कैन कर के भुगतान करने के बाद टिकट प्राप्त किया जा सकता है.
दोनों भाषाओं में सपोर्ट करता है ऐप
एक उपयोगकर्ता एक यात्रा के लिए 3 टिकट तक खरीद सकता है. ऐप स्वचालित रूप से उपयोगकर्ता द्वारा दर्ज किए गए लिंग के आधार पर महिला यात्री के लिए गुलाबी टिकट (निःशुल्क) का सुझाव देता है. एक महिला यात्री प्रत्येक यात्रा के लिए 1 ही पिंक टिकट खरीद सकती है. ऐप अब हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं को सपोर्ट करता है.
5 दिनों में ही 6 प्रतिशत टिकट खरीदे गए
निरीक्षण के बाद परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा “अब जबकि दिल्ली में फिर से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और हमने टेस्ट्स की संख्या भी बढ़ा दी है , ऐसे समय में यह संपर्क रहित एप काफी महत्वपूर्ण है. इसका इस्तेमाल बहुत ही सरल और सहज है. मैने कुछ ही सेकंडो में अपना टिकट इस ऐप के द्वारा ख़रीदा. मुझे इस बात की ख़ुशी है की लॉन्च होने के 5 दिनों के भीतर इस एप से कुल 6 % टिकट्स खरीदे गये, जिसमे 75 प्रतिशत टिकट महिलाओं द्वारा खरीदी गई. डीटीसी में cctv , पैनिक बटन्स के साथ -साथ हम इस ऐप का भी ट्रायल जल्द शुरू कर रहे. "
20,000 टिकट ऐप के माध्यम से खरीदे गए
वर्तमान ट्रायल के अंतर्गत 14 रुट्स पर कुल 332 बसें शामिल हैं. इन क्लस्टर बसों के अलावा, रूट नंबर 534 पर 29 डीटीसी बसों में भी ट्रायल किया जाएगा. अब तक लगभग 20,000 टिकट ऐप के माध्यम से खरीदे गए हैं, जिनमें से 75% से अधिक महिला यात्रियों द्वारा खरीदे गए पिंक टिकट हैं. यात्री आवश्यकताओं को समझने के लिए, परीक्षण के साथ-साथ सर्वेक्षण भी किया जा रहा. इस सर्वेक्षण में 96-98% यात्री ऐप से बहुत संतुष्ट थे, और उन्होंने ऐप के निरंतर उपयोग का आश्वासन दिया.
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