दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
दिल्ली विधानसभा ने मेट्रो किराये में प्रस्तावित वृद्धि को रोकने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया है. विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी को चिट्ठी लिखकर प्रस्ताव का हवाला देते हुए वृद्धि रोकने की गुजारिश की है. आम आदमी पार्टी 10 अक्टूबर से किराये में प्रस्तावित वृद्धि का लगातार विरोध कर रही है. इस साल मई के बाद यह दूसरी बार किराये में वृद्धि की जा रही है. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि यह निजी कैब ऑपरेटरों को लाभ पहुंचाने की 'साजिश' है. प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान उपमुख्यमंत्री ने कहा, 'दिल्ली मेट्रो का परिचालन लोगों के धन से किया जाता है जो किराये में वृद्धि नहीं चाहते हैं.' सिसोदिया ने सदन को बताया, 'ओला और उबर जैसी कंपनियों को फायदा पहुंचाने की साजिश की जा रही है. ऐसा जानबूझकर किया जा रहा है ताकि मेट्रो का किराया निजी कंपनियों के टैक्सी के किराये से अधिक हो जाए.'
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उन्होंने दलील दी कि मेट्रो किराया अधिक होने पर लोग कैब से जाना-आना शुरू कर देंगे. इससे दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि होगी. सिसोदिया ने कहा कि वह जल्द ही साजिश के पीछे की सच का खुलासा करेंगे. उन्होंने कहा कि डीएमआरसी एक साबुन कंपनी नहीं है, बल्कि इसका गठन लोगों के धन से किया गया है.
VIDEO : मेट्रो किराये में बढ़ोतरी पर केंद्र और दिल्ली सरकार में ठनी उन्होंने दावा किया कि अगर डीएमआरसी ने अपनी संपत्ति का सही तरीके से इस्तेमाल किया होता तो उसे दूसरी बार किराया बढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ती. (इनपुट एजेंसी से)
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