दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान
नई दिल्ली:
एम्स प्रशासन द्वारा कथित लापरवाही की वजह हुई गर्भवति नर्स की मौत मामले में निलंबित किए डॉक्टरों का निलंबन रद्द कर दिया गया है. हालांकि पांचों डॉक्टरों को 15 फरवरी तक के लिए छुट्टी पर भेज दिया गया है. गौरतलब है कि कथित लापरवाही से एक गर्भवती नर्स की मौत के मामले में रविवार को नर्सिंग यूनियन के विरोध प्रदर्शन के बाद पांच रेजीडेंट डॉक्टरों को निलंबित कर दिया गया था. रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने इस निर्णय की निंदा करते हुए मांग की थी कि यह फैसला वापस लिया जाए वरना वे हड़ताल पर चले जाएंगे.
एम्स निदेशक को लिखे पत्र में आरडीए अधिकारियों ने कहा था कि ऑपरेशन थिएटर में ड्यूटी पर रहे पांच डाक्टरों ने नर्स राजबीर कौर की सर्जरी करने का फैसला किया क्योंकि कुछ जटिलताएं थीं. एक वरिष्ठ आरडीए अधिकारी ने कहा कि सर्जरी के दौरान नर्स को दिल का दौरा पड़ गया जिससे और दिक्कतें आ गईं. लेकिन इस पर विचार किये बिना प्रशासन ने उन्हें निलंबित कर दिया.
पत्र में कहा गया था कि आरडीए इस कदम की घोर निंदा करता है और प्रशासन से निलंबन आदेश तत्काल वापस लेने का अनुरोध करता है और ऐसा नहीं होने पर रेजीडेंट डाक्टर तत्काल प्रभाव से सभी मरीज देखभाल सेवाओं से हटने को मजबूर होंगे. इससे पहले रविवार को एम्स नर्सिंग यूनियन सदस्यों ने नर्स की मौत पर प्रदर्शन किया था.
(इनपुट भाषा से...)
एम्स निदेशक को लिखे पत्र में आरडीए अधिकारियों ने कहा था कि ऑपरेशन थिएटर में ड्यूटी पर रहे पांच डाक्टरों ने नर्स राजबीर कौर की सर्जरी करने का फैसला किया क्योंकि कुछ जटिलताएं थीं. एक वरिष्ठ आरडीए अधिकारी ने कहा कि सर्जरी के दौरान नर्स को दिल का दौरा पड़ गया जिससे और दिक्कतें आ गईं. लेकिन इस पर विचार किये बिना प्रशासन ने उन्हें निलंबित कर दिया.
पत्र में कहा गया था कि आरडीए इस कदम की घोर निंदा करता है और प्रशासन से निलंबन आदेश तत्काल वापस लेने का अनुरोध करता है और ऐसा नहीं होने पर रेजीडेंट डाक्टर तत्काल प्रभाव से सभी मरीज देखभाल सेवाओं से हटने को मजबूर होंगे. इससे पहले रविवार को एम्स नर्सिंग यूनियन सदस्यों ने नर्स की मौत पर प्रदर्शन किया था.
(इनपुट भाषा से...)
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