जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
दिल्ली के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के लापता छात्र नजीब अहमद को ढूंढने में नाकाम प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे यूनिवर्सिटी के छात्रों को यहीं के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार का भी साथ मिला है.
देशद्रोह के आरोप में जेल जा चुके कन्हैया कुमार ने अपनी पुस्तक 'फ्रॉम बिहार टू तिहाड़' के विमोचन के मौके पर सरकार पर निशाना साधा. कन्हैया ने कहा, 'उनके पास तो इतनी खुफिया जानकारी थी कि उन्होंने जेएनयू में इस्तेमाल हुए कॉन्डोम की गिनती तक कर ली थी, लेकिन क्या वे अपने उस खुफिया तंत्र का इस्तेमाल ये पता लगाने में नहीं कर सकते कि इतने दिनों से लापता नजीब आखिर है कहां.
कन्हैया बीजेपी नेता ज्ञानदेव आहूजा के उस बयान के सदर्भ में बोल रहे थे, जो उन्होंने फरवरी में विश्वविद्यालय में चल रहे प्रदर्शनों के दौरान दिया था. अपने बयान में आहूजा ने कहा था, 'जेएनयू में रोजाना 3000 बीयर के केन, 2000 शराब की बोतलें, 10 हजार सिगरेट के टुकड़े, 4 हजार बीड़ी, 50 हजार हड्डियों के टुकड़े, 2 हजार चिप्स के पैकेट, 3 हजार उपयोग किए गए कंडोम और 500 गर्भपात के इंजेक्शन मिलते हैं.' उनके बयान पर खूब चर्चा भी हुई थी.
जेएनयू के छात्र तब से ही उग्र हैं जब 14 अक्टूबर को होस्टल में हुए विवाद के बाद से नजीब अहमद नाम का छात्र लापता हो गया. वामपंथी दलों से संबद्ध ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन का आरोप है कि गायब होने से पहले नजीब को बीजेपी से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने बुरी तरह पीटा था. हालांकि एबीवीपी ने इस मामले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है.
रविवार को ही दिल्ली के इंडिया गेट पर प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों छात्रों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. नजीब अहमद की मां के साथ भी बदसलूकी की गई और उन्हें भी हिरासत में ले लिया गया था.
जब NDTV ने कन्हैया से पूछा कि वर्तमान नेताओं में उस किनके प्रति उनका सबसे ज्यादा लगाव है तो उन्होंने कहा कि उन्हें सब में कुछ न कुछ कमी दिखती है. कन्हैया ने कहा, 'मेरे हीरो केवल रोहित वेमुला और मिनहाज अंसारी हैं.
देशद्रोह के आरोप में जेल जा चुके कन्हैया कुमार ने अपनी पुस्तक 'फ्रॉम बिहार टू तिहाड़' के विमोचन के मौके पर सरकार पर निशाना साधा. कन्हैया ने कहा, 'उनके पास तो इतनी खुफिया जानकारी थी कि उन्होंने जेएनयू में इस्तेमाल हुए कॉन्डोम की गिनती तक कर ली थी, लेकिन क्या वे अपने उस खुफिया तंत्र का इस्तेमाल ये पता लगाने में नहीं कर सकते कि इतने दिनों से लापता नजीब आखिर है कहां.
कन्हैया बीजेपी नेता ज्ञानदेव आहूजा के उस बयान के सदर्भ में बोल रहे थे, जो उन्होंने फरवरी में विश्वविद्यालय में चल रहे प्रदर्शनों के दौरान दिया था. अपने बयान में आहूजा ने कहा था, 'जेएनयू में रोजाना 3000 बीयर के केन, 2000 शराब की बोतलें, 10 हजार सिगरेट के टुकड़े, 4 हजार बीड़ी, 50 हजार हड्डियों के टुकड़े, 2 हजार चिप्स के पैकेट, 3 हजार उपयोग किए गए कंडोम और 500 गर्भपात के इंजेक्शन मिलते हैं.' उनके बयान पर खूब चर्चा भी हुई थी.
जेएनयू के छात्र तब से ही उग्र हैं जब 14 अक्टूबर को होस्टल में हुए विवाद के बाद से नजीब अहमद नाम का छात्र लापता हो गया. वामपंथी दलों से संबद्ध ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन का आरोप है कि गायब होने से पहले नजीब को बीजेपी से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने बुरी तरह पीटा था. हालांकि एबीवीपी ने इस मामले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है.
रविवार को ही दिल्ली के इंडिया गेट पर प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों छात्रों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. नजीब अहमद की मां के साथ भी बदसलूकी की गई और उन्हें भी हिरासत में ले लिया गया था.
जब NDTV ने कन्हैया से पूछा कि वर्तमान नेताओं में उस किनके प्रति उनका सबसे ज्यादा लगाव है तो उन्होंने कहा कि उन्हें सब में कुछ न कुछ कमी दिखती है. कन्हैया ने कहा, 'मेरे हीरो केवल रोहित वेमुला और मिनहाज अंसारी हैं.
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