राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को घनी धुंध छाई रही और वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' बनी रही. इस बीच आशंका जताई जा रही है कि इथियोपिया में ज्वालामुखी फटने के बाद उठा राख का गुबार क्षेत्र में प्रदूषण को और बढ़ा सकता है. इथियोपिया के अफार क्षेत्र में स्थित ढाल-ज्वालामुखी हायली गुब्बी रविवार को फट गया, जिससे राख का गुबार करीब 14 किलोमीटर (45,000 फुट) की ऊंचाई तक गया और लाल सागर की ओर पूर्व दिशा में फैलने लगा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार ये राख के गुबार चीन की ओर बढ़ रहे हैं और मंगलवार शाम साढ़े सात बजे तक भारत से दूर चले जाएंगे.
विभाग ने बताया कि पूर्वानुमान मॉडल के मुताबिक मंगलवार को गुजरात, दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा पर राख का कुछ प्रभाव देखा जा सकता है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी सुबह की वायु गुणवत्ता रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) मंगलवार को 360 रहा, जो ‘बेहद खराब' श्रेणी में आता है। इससे पहले सोमवार को यह 382 दर्ज किया गया था.सीपीसीबी द्वारा विकसित समीर ऐप के अनुसार, रोहिणी निगरानी केन्द्र में वायु गुणवत्ता 416 दर्ज की गई जो 'गंभीर' की श्रेणी में आती है. अगले कुछ दिनों तक हवा की गुणवत्ता के ‘बेहद खराब' श्रेणी में बने रहने का अनुमान है.
सीपीसीबी के अनुसार एक्यूआई का स्तर 0 से 50 ‘अच्छा', 51 से 100 ‘संतोषजनक', 101 से 200 ‘मध्यम', 201 से 300 ‘खराब', 301 से 400 ‘बेहद खराब' और 401 से 500 ‘गंभीर' माना जाता है. मंगलवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो मौसम के औसत से 2.3 डिग्री कम है। अधिकतम तापमान करीब 27 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है और हल्की धुंध व मध्यम कोहरे की संभावना जताई गई है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं