प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
कामकाज का पता लगाने को लेकर यूजीसी के नए नियमों के खिलाफ मूल्यांकन प्रक्रिया का 18 दिन से बहिष्कार कर रहे दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने वर्तमान स्नातक प्रवेश प्रक्रिया का बहिष्कार करने का फैसला किया।
डूटा प्रमुख नंदिता नारायण ने कहा, 'हमारे पास प्रवेश प्रक्रिया का बहिष्कार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। हम मूल्यांकन का बहिष्कार कर रहे हैं और हमने शांतिपूर्ण अपना आंदोलन दर्ज भी कराया, लेकिन हमारी मांगों पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।'
डीयू शिक्षकों ने मंगलवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया, जबकि छात्रों ने परिणामों में संभावित देरी को ध्यान में रखकर कुलपति से मुलाकात की।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
डूटा प्रमुख नंदिता नारायण ने कहा, 'हमारे पास प्रवेश प्रक्रिया का बहिष्कार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। हम मूल्यांकन का बहिष्कार कर रहे हैं और हमने शांतिपूर्ण अपना आंदोलन दर्ज भी कराया, लेकिन हमारी मांगों पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।'
डीयू शिक्षकों ने मंगलवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया, जबकि छात्रों ने परिणामों में संभावित देरी को ध्यान में रखकर कुलपति से मुलाकात की।
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