पुलिस की गिरफ्त में लुटेरे।
नई दिल्ली:
एक नकली वायरलेस सेट से पुलिस कंट्रोल रूम का ऑडियो सुनाई दे रहा है... पुलिस की एक जैकेट और बीएसएफ का एक फर्जी पहचान पत्र...यह साजोसामान पुलिस को विपिन के गैंग से मिला है, जो सुबह के वक्त लोगों को कार में लिफ्ट देकर उन्हें चलती कार में लूटता था। यह गैंग ऐसी कई वारदात को अंजाम दे चुका है। गैंग का सरगना त्रिलोकपुरी का विपिन है। सभी आरोपी मथुरा में पकड़े गए।
दक्षिणी दिल्ली के डीसीपी ईश्वर सिंह के मुताबिक अपराध करने का तरीका कुछ इस तरह का था कि पहले कार से एक आदमी आता और सड़क पर खड़े किसी अनजान शख्स से आगे का रास्ता पूछता। फिर गैंग के ही 2-3 लोग और आते जो कार में लिफ्ट लेने की गुजारिश करते। इसी झांसे में सड़क पर खड़ा पहला शख्स कार में बैठा जाता। आगे जाते ही गैंग का एक आदमी कहता कि आप लोगों ने शराब पी है। वह नकली वायरलेस पर बात करते हुए कहता कि 3 लोगों ने शराब पी रखी है उन्हें थाने ला रहे हैं। इसी बीच कार में झगड़ा होता और फिर गैंग के लोग लिफ्ट लेने वाले शख्स को अपना असली रूप दिखाते।
गुरुवार की सुबह नोएडा की एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले 55 साल के सुमित चक्रवर्ती ने अपने दफ्तर जाने के लिए एंड्रयूजगंज से इसी कार में लिफ्ट ली लेकिन थोड़ी ही देर में उनको अहसास हो गया कि वे बदमाशों के चंगुल में फंस गए। सुमित की आंखों में बदमाशों ने पट्टी बांध दी। सबसे पहले उनका पूरा सामान लूटा, पिटाई की और उसके बाद नोएडा के सेक्टर 18 के एक बैंक से सुमित के एटीएम से 40 हजार कैश भी निकाला। रुपये निकालने के दौरान सीसीटीवी कैमरे से बचने के लिए बदमाश ने चेहरा छिपाने की कोशिश की लेकिन जब वह सड़क पर बाहर आया तो एक दूसरे कैमरे में उसकी रुपये गिनते हुए तस्वीरें कैद हो गईं। कार में डेढ़ घंटे तक घुमाने के बाद बदमाशों ने सुमित को ग्रेटर नोएडा छोड़ा और भाग गए। पुलिस ने बदमाशों की इस गैंग को गिरफ्तार कर लिया है।
दक्षिणी दिल्ली के डीसीपी ईश्वर सिंह के मुताबिक अपराध करने का तरीका कुछ इस तरह का था कि पहले कार से एक आदमी आता और सड़क पर खड़े किसी अनजान शख्स से आगे का रास्ता पूछता। फिर गैंग के ही 2-3 लोग और आते जो कार में लिफ्ट लेने की गुजारिश करते। इसी झांसे में सड़क पर खड़ा पहला शख्स कार में बैठा जाता। आगे जाते ही गैंग का एक आदमी कहता कि आप लोगों ने शराब पी है। वह नकली वायरलेस पर बात करते हुए कहता कि 3 लोगों ने शराब पी रखी है उन्हें थाने ला रहे हैं। इसी बीच कार में झगड़ा होता और फिर गैंग के लोग लिफ्ट लेने वाले शख्स को अपना असली रूप दिखाते।
लूट के शिकार हुए सुमित चक्रवर्ती।
गुरुवार की सुबह नोएडा की एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले 55 साल के सुमित चक्रवर्ती ने अपने दफ्तर जाने के लिए एंड्रयूजगंज से इसी कार में लिफ्ट ली लेकिन थोड़ी ही देर में उनको अहसास हो गया कि वे बदमाशों के चंगुल में फंस गए। सुमित की आंखों में बदमाशों ने पट्टी बांध दी। सबसे पहले उनका पूरा सामान लूटा, पिटाई की और उसके बाद नोएडा के सेक्टर 18 के एक बैंक से सुमित के एटीएम से 40 हजार कैश भी निकाला। रुपये निकालने के दौरान सीसीटीवी कैमरे से बचने के लिए बदमाश ने चेहरा छिपाने की कोशिश की लेकिन जब वह सड़क पर बाहर आया तो एक दूसरे कैमरे में उसकी रुपये गिनते हुए तस्वीरें कैद हो गईं। कार में डेढ़ घंटे तक घुमाने के बाद बदमाशों ने सुमित को ग्रेटर नोएडा छोड़ा और भाग गए। पुलिस ने बदमाशों की इस गैंग को गिरफ्तार कर लिया है।
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