
दिल्ली सरकार की आज कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर बैठक हुई. बैठक में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा सावन मास के पावन अवसर पर शिवभक्त कांवड़ियों की सेवा करने वाली कांवड़ शिविर समितियों को आवश्यक अनुमति व उनकी समस्याओं का समाधान सिंगल विंडो सिस्टम से होगा. साथ ही सरकार इन समितियों को बिजली, पानी, दवाएं, सफाई आदि की सुविधा दिलवाने में सहायता करेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवभक्तों के पांव में एक कंकड़ भी न चुभे, यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है. कांवड़ यात्रा आस्था, श्रद्धा और अनुशासन का पर्व है और इसे सुगम बनाने के लिए सरकार हर संभव कदम उठाएगी.
मुख्यमंत्री ने आज दिल्ली में लगने वाले कांवड़ शिविरों के पदाधिकारियों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं व दी जाने वाली सुविधाओं की समीक्षा की. बैठक में दिल्ली सरकार के मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, कपिल मिश्रा, जिला विकास समिति के चैयरमेन, सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, डीएम, अग्निशमन, बिजली विभाग, दिल्ली नगर निगम व अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे.
कांवड़ शिविर पदाधिकारियों की समस्याओं और दिक्कतों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार आपको किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी, जैसा पिछली सरकार के समय होता था.
कांवड़ यात्रा उत्तर भारत की एक प्रमुख धार्मिक परंपरा है, जिसमें लाखों श्रद्धालु हरिद्वार, गंगोत्री और अन्य पवित्र स्थलों से गंगाजल लाकर शिवलिंग पर अर्पित करते हैं. लाखों कांवड़ श्रद्धालु दिल्ली से गुजरकर दूसरे राज्यों की ओर जाते हैं. दिल्ली में उनके स्वागत और प्रवास के लिए विभिन्न इलाकों में कांवड़ शिविर लगाने की परंपरा सालों से चल रही है.
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