नई दिल्ली:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निलंबित प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के एक मामले में चल रही जांच के तहत सीबीआई ने निविदाएं देने में एक निजी कंपनी का पक्ष लेने के आरोप में शनिवार को एक पीएसयू के पूर्व और मौजूदा प्रबंध निदेशकों को गिरफ्तार कर लिया।
दिल्ली सरकार के उपक्रम 'इंटेलिजेंट कम्युनिकंशन सिस्टम्स इंडिया लि.' (आईसीएसआईएल) के मौजूदा प्रबंध निदेशक आर.एस. कौशिक और उनके पूर्ववर्ती जी.के. नंदा को हिरासत में लिया गया। यह कंपनी टेलीकम्युनिकेशन कंसल्टेंट्स इंडिया लि. (टीसीआईएल) और दिल्ली स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्क्टचर डेवलपमेंट का संयुक्त उपक्रम है।
सीबीआई में मुख्य सूचना अधिकारी आर.के. गौड़ ने नई दिल्ली में बताया कि दोनों को गिरफ्तार किया गया है क्योंकि वे कथित तौर पर पूछताछ के दौरान टालमटोल कर रहे थे। उन्हें रविवार को अदालत में पेश किया जाएगा। सीबीआई ने यह भी दावा किया कि दोनों उन कुछ अधिकारियों को धमकी दे रहे थे, जिन्हें सीबीआई ने राजेंद्र कुमार से जुड़े मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था।
इन गिफ्तारियों के साथ ही सीबीआई द्वारा गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर छह हो गई है। इसके पहले सीबीआई ने राजेंद्र कुमार के अलावा केजरीवाल के कार्यालय में उप-सचिव तरुण शर्मा और एंडेवर सिस्टम्स प्रा. लि. के दो मालिकों संदीप कुमार तथा दिनेश गुप्ता को गिरफ्तार किया था।
पिछले कुछ सालों के दौरान दिल्ली सरकार के विभागों से ठेके दिलाने में एक खास कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए कथित तौर पर अपने पद के दुरुपयोग के आरोप में सीबीआई ने प्राथमिकी में उन सभी का नाम लिया है। साल 2007 से 14 के दौरान 9.5 करोड़ रुपये के पांच ठेकों में एक निजी कंपनी को फायदा पहुंचाने के आरोप में भारतीय दंड संहिता के साथ ही भ्रष्टाचार निवारण कानून की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सीबीआई ने राष्ट्रीय राजधानी में कुमार के सीए के दफ्तर सहित दिल्ली, नोएडा और आगरा में छह परिसरों में छापे मारे थे और 27 लाख रुपये नकद बरामद करने का दावा किया था। सीबीआई ने दावा किया कि अब तक हुई जांच से पता लगता है कि मेसर्स ईएसपीएल के खातों से राशि नोएडा स्थित एक कंपनी और एक रियल एस्टेट कंपनी तथा आगरा में एक प्रकाशन को दी गई।
दिल्ली सरकार के शीर्ष अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक तूफान पैदा हो गया था और दिल्ली सरकार ने केंद्र पर 'राजनीतिक प्रतिशोध' में लिप्त रहने और शासन को 'पंगु' बनाने का आरोप लगाया।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिल्ली सरकार के उपक्रम 'इंटेलिजेंट कम्युनिकंशन सिस्टम्स इंडिया लि.' (आईसीएसआईएल) के मौजूदा प्रबंध निदेशक आर.एस. कौशिक और उनके पूर्ववर्ती जी.के. नंदा को हिरासत में लिया गया। यह कंपनी टेलीकम्युनिकेशन कंसल्टेंट्स इंडिया लि. (टीसीआईएल) और दिल्ली स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्क्टचर डेवलपमेंट का संयुक्त उपक्रम है।
सीबीआई में मुख्य सूचना अधिकारी आर.के. गौड़ ने नई दिल्ली में बताया कि दोनों को गिरफ्तार किया गया है क्योंकि वे कथित तौर पर पूछताछ के दौरान टालमटोल कर रहे थे। उन्हें रविवार को अदालत में पेश किया जाएगा। सीबीआई ने यह भी दावा किया कि दोनों उन कुछ अधिकारियों को धमकी दे रहे थे, जिन्हें सीबीआई ने राजेंद्र कुमार से जुड़े मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था।
इन गिफ्तारियों के साथ ही सीबीआई द्वारा गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर छह हो गई है। इसके पहले सीबीआई ने राजेंद्र कुमार के अलावा केजरीवाल के कार्यालय में उप-सचिव तरुण शर्मा और एंडेवर सिस्टम्स प्रा. लि. के दो मालिकों संदीप कुमार तथा दिनेश गुप्ता को गिरफ्तार किया था।
पिछले कुछ सालों के दौरान दिल्ली सरकार के विभागों से ठेके दिलाने में एक खास कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए कथित तौर पर अपने पद के दुरुपयोग के आरोप में सीबीआई ने प्राथमिकी में उन सभी का नाम लिया है। साल 2007 से 14 के दौरान 9.5 करोड़ रुपये के पांच ठेकों में एक निजी कंपनी को फायदा पहुंचाने के आरोप में भारतीय दंड संहिता के साथ ही भ्रष्टाचार निवारण कानून की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सीबीआई ने राष्ट्रीय राजधानी में कुमार के सीए के दफ्तर सहित दिल्ली, नोएडा और आगरा में छह परिसरों में छापे मारे थे और 27 लाख रुपये नकद बरामद करने का दावा किया था। सीबीआई ने दावा किया कि अब तक हुई जांच से पता लगता है कि मेसर्स ईएसपीएल के खातों से राशि नोएडा स्थित एक कंपनी और एक रियल एस्टेट कंपनी तथा आगरा में एक प्रकाशन को दी गई।
दिल्ली सरकार के शीर्ष अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक तूफान पैदा हो गया था और दिल्ली सरकार ने केंद्र पर 'राजनीतिक प्रतिशोध' में लिप्त रहने और शासन को 'पंगु' बनाने का आरोप लगाया।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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