विज्ञापन
This Article is From Jun 29, 2018

पूर्ण राज्य की मांग को लेकर एक जुलाई की रैली से AAP शुरू करेगी राजनीतिक अभियान

दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को आम आदमी पार्टी (आप) एक अहम राजनीतिक मुद्दा बनाने के लिये व्यापक अभियान की शुरुआत आगामी एक जुलाई से करेगी.

पूर्ण राज्य की मांग को लेकर एक जुलाई की रैली से AAP शुरू करेगी राजनीतिक अभियान
फाइल फोटो
नई दिल्ली: दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को आम आदमी पार्टी (आप) एक अहम राजनीतिक मुद्दा बनाने के लिये व्यापक अभियान की शुरुआत आगामी एक जुलाई से करेगी. इसके लिये पार्टी ने दिल्ली में एक जुलाई को महासम्मेलन का आयोजन कर तीन से 25 जुलाई तक “दिल्ली मांगे अपना हक़” नाम से हस्ताक्षर अभियान चलाने का फैसला किया है. पार्टी की दिल्ली इकाई के संयोजक गोपाल राय ने आज संवाददाताओं को बताया कि सम्मेलन में दिल्ली के सभी मुहल्लों से हर वर्ग के प्रतिनिधि एकत्र होकर इस मांग को पुरजोर तरीके से उठायेंगे. इसके अलावा जनता को इस मामले की गंभीरता से अवगत कराने के लिये हस्ताक्षर अभियान के जरिये जागरुकता अभियान भी चलाया जायेगा, जिससे लोग इस पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं होने के कारण विकास कार्यों में आने वाली बाधाओं से अवगत हो सकें. 

यह भी पढ़ें: NDTV की खबर का असर, मोहल्ला क्लीनिक का जायजा लेने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन

इसमें लगभग 10 लाख लोगों से हस्ताक्षर करवा कर उनकी मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाई जाएगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली के विकास कार्यों में आ रही बाधाओं की एकमात्र वजह पूर्ण राज्य का दर्ज़ा न होना है. राय ने कहा कि पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं होने की वजह से दिल्ली के मतदाताओं के मत की अहमियत अन्य राज्यों के मतदाताओं से कमतर है. दिल्ली के मतदाता अपने वोट से ऐसी सरकार चुनते हैं जिसके पास शासन प्रशासन संबंधी पर्याप्त अधिकार नहीं हैं जबकि अन्य राज्यों के मतदाता पूर्ण अधिकार संपन्न सरकार को चुनते हैं. राय ने कहा ‘‘कांग्रेस और भाजपा ने समय-समय पर दिल्ली की जनता को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का वादा किया, लेकिन आज जब दिल्ली की जनता पूर्ण राज्य की मांग कर रही है तो दोनों ही पार्टियां मुंह छुपा रही हैं.’’

VIDEO: दिल्ली में विकास के नाम हजारों पेड़ों की शामत
पूर्ण राज्य नहीं होने के कारण दिल्ली के छात्रों के साथ हो रहे भेदभाव का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत अंक पाने के बावजूद दिल्ली के छात्रों को कॉलेजों में दाखिला नहीं मिल पाता है. कमोबेश यही स्थिति रोजगार के मामले में भी है. उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा के पिछले सत्र में भी दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्ज़ा देने का प्रस्ताव सर्व सम्मति से पारित हुआ था.  इसमें नयी दिल्ली क्षेत्र को छोड़कर बाकी इलाकों में प्रशासनिक जिम्मेदारी दिल्ली सरकार के क्षेत्राधिकार में होने की बात कही गयी है. इस अभियान के जरिये केन्द्र सरकार पर जनता की ओर से दबाव बनाने की हरसंभव कोशिश की जायेगी. 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com