 
                                            प्रतीकात्मक चित्र
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                नई दिल्ली: 
                                        दिल्ली मेट्रो ट्रेन में एक अप्रवासी भारतीय महिला के 22 लाख रुपये के आभूषण चोरी होने के बाद सीआईएसएफ ने महिला द्वारा मेट्रो ट्रेन में ली गई एक सेल्फी की मदद से एक मेट्रो स्टेशन से महिला पॉकेटमारों के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया और आभूषण बरामद कर लिए.
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने कहा कि उसने यहां के एक स्टेशन से छह कथित महिला पॉकेटमारों को पकड़ा जो भीड़भाड़ वाली जगहों में काम करती थीं और मेट्रो यात्रियों को निशाना बनाती थीं.
कैलिफोर्निया में रहने वाली और पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर नीलम कुमारी ने गत 9 दिसंबर को दर्ज कराई अपनी शिकायत में कहा था कि केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन के पास आभूषणों से भरा उसका बैग चोरी कर लिया गया. वह उस समय अपने पति के साथ मेट्रो में सफर कर रही थी.
दंपति ने अपनी प्राथमिकी में कहा कि चोरी किए गए आभूषणों की कीमत 22 लाख रुपये थी. सीआईएसएफ ने कहा कि उन्होंने नीलम द्वारा मेट्रो ट्रेन के अंदर ली गई एक सेल्फी की मदद से मामला सुलझाया और उसे पुलिस को सौंप दिया. इस तस्वीर में महिला के पीछे एक आरोपी पॉकेटमार दिख रही है.
सीआईएसएफ कर्मियों ने पीछे खड़ी महिला की शिनाख्त करने के बाद उसे पकड़ लिया, जिसने पूछताछ के दौरान अपने गिरोह की पांच दूसरी सदस्यों की जानकारी दी. सीआईएसफ ने इसके बाद बाकी चोरों को भी पकड़ लिया. पूछताछ के दौरान पता चला कि कमला नाम की एक महिला चोर गिरोह की सरगना है.
चोरों ने शिकायतकर्ता की आभूषणों की थैली सहित चोरी के कई सामान सौंप दिए. मामले को सुलझाने में सीआईएसएफ की तीन कर्मियों के कौशल की सराहना करते हुए बल के प्रमुख ओपी सिंह ने उपनिरीक्षक मोनिका और कांस्टेबल नूरजहां एवं नसरीन खातून के लिए 20,000 रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
                                                                        
                                    
                                केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने कहा कि उसने यहां के एक स्टेशन से छह कथित महिला पॉकेटमारों को पकड़ा जो भीड़भाड़ वाली जगहों में काम करती थीं और मेट्रो यात्रियों को निशाना बनाती थीं.
कैलिफोर्निया में रहने वाली और पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर नीलम कुमारी ने गत 9 दिसंबर को दर्ज कराई अपनी शिकायत में कहा था कि केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन के पास आभूषणों से भरा उसका बैग चोरी कर लिया गया. वह उस समय अपने पति के साथ मेट्रो में सफर कर रही थी.
दंपति ने अपनी प्राथमिकी में कहा कि चोरी किए गए आभूषणों की कीमत 22 लाख रुपये थी. सीआईएसएफ ने कहा कि उन्होंने नीलम द्वारा मेट्रो ट्रेन के अंदर ली गई एक सेल्फी की मदद से मामला सुलझाया और उसे पुलिस को सौंप दिया. इस तस्वीर में महिला के पीछे एक आरोपी पॉकेटमार दिख रही है.
सीआईएसएफ कर्मियों ने पीछे खड़ी महिला की शिनाख्त करने के बाद उसे पकड़ लिया, जिसने पूछताछ के दौरान अपने गिरोह की पांच दूसरी सदस्यों की जानकारी दी. सीआईएसफ ने इसके बाद बाकी चोरों को भी पकड़ लिया. पूछताछ के दौरान पता चला कि कमला नाम की एक महिला चोर गिरोह की सरगना है.
चोरों ने शिकायतकर्ता की आभूषणों की थैली सहित चोरी के कई सामान सौंप दिए. मामले को सुलझाने में सीआईएसएफ की तीन कर्मियों के कौशल की सराहना करते हुए बल के प्रमुख ओपी सिंह ने उपनिरीक्षक मोनिका और कांस्टेबल नूरजहां एवं नसरीन खातून के लिए 20,000 रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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