 
                                            नोएडा अथॉरिटी गेट पर प्रदर्शन करते सफाई कर्मचारी
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                noida: 
                                        प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले के बाद उपजे नकदी संकट से हर कोई परेशान है. इसकी एक बानगी दिल्ली से सटे नोएडा की सड़कों पर लगे कूड़े के ढेरों के तौर पर भी देखी जा सकती है. दरअसल, वेतन न मिलने से गुस्साए नोएडा अथॉरिटी में तैनात कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं.
अथॉरिटी में अनुबंध पर काम करने वाले तक़रीबन 4600 कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. नोटबंदी के बाद से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है. वेतन न मिलने से इन लोगों को घर चलाने में दिक्कतें आ रही हैं. कर्मचारियों ने कई बार इस बारे में प्राधिकरण अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन अधिकारियों ने पैसा न होने की बात कह पल्ला झाड़ लिया. आखिर में गुस्साए कर्मचारियों ने अथॉरिटी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया. ये कर्मचारी गत 6 दिसंबर से हड़ताल पर हैं और अथॉरिटी के गेट पर धरना देकर बैठे हैं.
उधर, नोएडा अथॉरिटी का कहना है कि कर्मचारियों का वेतन समय पर दिया जा चुका है, मगर इनके ठेकेदारों को.
जबकि कर्मचारियों का कहना है कि पिछले 30 सालों से उन्हें नोएडा अथॉरिटी से ही वेतन मिलता है. वे किसी ठेकेदार के अंतर्गत नहीं आकर, नोएडा अथॉरिटी के कर्मचारी हैं.
फिलहाल, कर्मचारियों और अथॉरिटी अधिकारियों के बीच उपजा यह विवाद यहां के लोगों की परेशानी का सबब बन गया है. कर्मचारियों ने यह भी चेतावनी दी है कि यदी उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे कूड़े को सड़कों पर फैलाना शुरु कर देंगे.
                                                                        
                                    
                                अथॉरिटी में अनुबंध पर काम करने वाले तक़रीबन 4600 कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. नोटबंदी के बाद से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है. वेतन न मिलने से इन लोगों को घर चलाने में दिक्कतें आ रही हैं. कर्मचारियों ने कई बार इस बारे में प्राधिकरण अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन अधिकारियों ने पैसा न होने की बात कह पल्ला झाड़ लिया. आखिर में गुस्साए कर्मचारियों ने अथॉरिटी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया. ये कर्मचारी गत 6 दिसंबर से हड़ताल पर हैं और अथॉरिटी के गेट पर धरना देकर बैठे हैं.
उधर, नोएडा अथॉरिटी का कहना है कि कर्मचारियों का वेतन समय पर दिया जा चुका है, मगर इनके ठेकेदारों को.
जबकि कर्मचारियों का कहना है कि पिछले 30 सालों से उन्हें नोएडा अथॉरिटी से ही वेतन मिलता है. वे किसी ठेकेदार के अंतर्गत नहीं आकर, नोएडा अथॉरिटी के कर्मचारी हैं.
फिलहाल, कर्मचारियों और अथॉरिटी अधिकारियों के बीच उपजा यह विवाद यहां के लोगों की परेशानी का सबब बन गया है. कर्मचारियों ने यह भी चेतावनी दी है कि यदी उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे कूड़े को सड़कों पर फैलाना शुरु कर देंगे.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
