रमज़ान के पाक महीने में मगरिब की नमाज से कुछ घंटे पहले वसंत कुंज थाने की एक टीम इंस्पेक्टर संजीव मंडल के साथ दलित एकता कैंप की एक मस्जिद में पहुंचती है और उन्हें फल और दूध पहुंचाती है. रमज़ान के पाक महीने में मस्जिद के आसपास रहने वाले 30-40 मुसलमानों की इफ्तारी का सारा इंतजाम दिल्ली पुलिस कर रही है. ये इलाका वसंत कुंज के अंदर एक बस्ती में पड़ता है जहां फल और दूध मिलने में परेशानी होती थी. साथ ही कई गरीब परिवार की खस्ताहाल आर्थिक हालत को देखकर बसंत कुंज थाने की पुलिस ने इफ्तारी कराने का जिम्मा अपने ऊपर ले लिया.
रमजान शुरू होने के बाद वसंत कुंज थाने के लोग मस्जिद में गए ताकि वहां देखा जा सके कि लॉकडाउन का पालन हो रहा है या नहीं. लेकिन मस्जिद के इमाम मौलाना नसीरुद्दीन से बात करके पता चला कि आसपास के गरीबों को खाने के सामान की दिक्कत है. ये जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस ने फल दूध और खाने के सामान को पहुंचाना शुरू किया है.
मौलाना नसीरुद्दीन कहते हैं कि दिल्ली पुलिस के शुक्रगुजार हैं कि तमाम रोज़ेदार के लिए पुलिस खाने का सामान पहुंचा रही है. वो भी सभी को लॉकडाउन के नियमों का पालन करने को कह रहे हैं. घर में रह कर इबादत करें और रोजेदारों को सामाजिक दूरी का पालन करते हुए खाने का सामान उनके घरों तक पहुंचा दिया जाता है. रमजान का पाक महीना जब तक चलेगा दिल्ली पुलिस इसी तरह खाने पीने का सामान पहुंचाकर समाज में एक अच्छा संदेश देती रहेगी.
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