दिल्ली सरकार ने मज़दूरों का न्यूनतम वेतन बढ़ा दिया है. 1 अप्रैल से वेतन की नई दरें मान्य होंगी. दिल्ली सरकार द्वारा बढ़ाई गई न्यूनतम वेतन की नई दर के अनुसार कुशल श्रमिकों के मासिक वेतन को 20,357 रुपये से बढ़ाकर 20,903 रुपये कर दिया गया है. इसमें 546 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. वहीं अर्ध कुशल श्रमिकों के मासिक वेतन को 18,499 रुपये से बढ़ाकर 18,993 रुपये कर दिया गया है. इसमें 494 रुपये की बढ़ोतरी की गई है.
गैर मैट्रिक कर्मचारियों का वेतन इतना बढ़ा...
अकुशल मजदूरों के मासिक वेतन को 16,792 रुपये से बढ़ाकर 17,234 रुपये कर दिया गया है. इसमें 442 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. इनके अलावा, दिल्ली में सुपरवाइजर और लिपिक वर्ग के कर्मचारियों के वेतन में भी बढ़ोतरी हुई है. अब गैर मैट्रिक कर्मचारियों का मासिक वेतन 18,499 से बढ़ाकर 18,993 रुपये कर दिया गया है. इसमें 494 रुपये की बढ़ोतरी हुई है.
"देश में सबसे अधिक वेतन"
मैट्रिक पास और गैर स्नातक कर्मचारियों का मासिक वेतन 20,357 से बढ़ाकर 20,903 रुपये कर दिया गया है. इसमें 546 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. स्नातक स्तर के कर्मचारियों और इससे अधिक शैक्षणिक योग्यता वाले मजदूरों का मासिक वेतन 22,146 से बढ़ाकर 22,744 रुपये कर दिया गया है. इसमें सबसे अधिक, 598 रुपये की बढ़ोतरी की गई है. दिल्ली के श्रम मंत्री राज कुमार आनंद ने कहा कि दिल्ली में मजदूरों को मिलने वाला न्यूनतम वेतन देश के अन्य किसी भी राज्य की तुलना में सबसे अधिक है. केजरीवाल सरकार दिल्ली के सभी श्रमिकों को राहत देने के लिए हर 6 महीने में महंगाई-भत्ते को बढ़ाती है.
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