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कौन होगा दिल्ली का सीएम? जानें NDTV से क्या बोले प्रवेश वर्मा

प्रवेश वर्मा 2013 के विधानसभा चुनावों में महरौली सीट से विधायक चुने गए थे. 2015 में उन्होंने पश्चिमी दिल्ली सीट से भाजपा उम्मीदवार के तौर पर लोकसभा चुनाव जीता था. वर्ष 2019 में उन्होंने फिर से पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और 4.78 लाख से ज्यादा मतों के अंतर से जीत हासिल की.

वर्मा ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कड़े मुकाबले में 4,089 मतों के अंतर से हराया है.

नई दिल्ली:

नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को 4,000 से ज़्यादा वोटों से हराने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता प्रवेश वर्मा ने अपने पहले एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में दिल्ली के लोगों को एक अहम आश्वासन दिया है. राष्ट्रीय राजधानी में अपनी पार्टी की शानदार जीत के बाद NDTV से बात करते हुए उन्होंने आश्वासन दिया कि दिल्ली में एक ऐसी सरकार बनेगी जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करेगी. 

पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे वर्मा ने दिल्ली की जनता को बधाई दी और जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री को दिया. वर्मा ने एनडीटीवी से कहा इन आंकड़ों पर भरोसा करते हुए दिल्ली की जनता ने हमें यह जनादेश दिया है. मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि 

  • वर्मा ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कड़े मुकाबले में 4,089 मतों के अंतर से हराया है.
  • वर्मा को 30,088 वोट मिले हैं.
  • जबकि केजरीवाल को 25,999 है.
  • कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित को 4,568 वोट मिले.

यह पूछे जाने पर कि क्या वह खुद को दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर देखते हैं? इसपर वर्मा ने कहा, "भाजपा में मुख्यमंत्री का चयन विधायक दल और नेतृत्व द्वारा किया जाता है. आपको पता चल जाएगा कि वह पद किसे मिलेगा."

कौन हैं प्रवेश वर्मा

सात नवंबर 1977 को दिल्ली में जन्मे वर्मा ने कम उम्र में ही राजनीति में कदम रख दिया था और 1991 में बाल स्वयंसेवक के तौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ गए थे. बाद में वह भाजपा युवा मोर्चा में शामिल हो गए और इसकी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य बने और फिर दिल्ली प्रदेश भाजपा के महासचिव के तौर पर काम किया.

वर्मा 2013 के विधानसभा चुनावों में महरौली सीट से विधायक चुने गए थे. 2015 में उन्होंने पश्चिमी दिल्ली सीट से भाजपा उम्मीदवार के तौर पर लोकसभा चुनाव जीता था. वर्ष 2019 में उन्होंने फिर से पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और 4.78 लाख से ज्यादा मतों के अंतर से जीत हासिल की. हालांकि साल 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए उन्हें टिकट नहीं मिला, लेकिन विधानसभा चुनावों में केजरीवाल के खिलाफ उन्हें मैदान में उतारने का भाजपा का फैसला उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ.

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